बलौदा बाजार हिंसा में देवेंद्र यादव के खिलाफ 6 हजार 970 पेज के सबूत
Congress MLA Devendra Yadav's connection with criminals in Baloda Bazar violence : पुलिस ने कोर्ट में 6 हजार 970 पेज का चालान पेश किया है। इसमें बताया गया है कि कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को जानकारी थी कि बलौदा बाजार में हिंसा होने वाली है।
Congress MLA Devendra Yadav's connection with criminals in Baloda Bazar violence : बलौदा बाजार हिंसा मामले में पुलिस ने कोर्ट में 6 हजार 970 पेज का चालान पेश किया है। इसमें बताया गया है कि कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को जानकारी थी कि बलौदा बाजार में हिंसा होने वाली है। हिंसा से पहले उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कई बार बातचीत की थी। उग्र आंदोलन के लिए फंडिंग का आश्वासन भी उन्होंने दिया था। इस मामले में विधायक यादव जेल में बंद हैं।
बलौदा बाजार हिंसा के आरोपियों का पता लगाने और सबूत जुटाने के लिए जांच अधिकारियों ने 30 से ज्यादा पुलिसकर्मियों का बयान लिए हैं। बलौदा बाजार अग्निकांड के दौरान मौजूद डीएसपी राजेश श्रीवास्तव की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर की गई थी। शिकायतकर्ता डीएसपी श्रीवास्तव ने अपनी शिकायत में बताया था कि उनकी ड्यूटी दशहरा मैदान में वरिष्ठ अधिकारियों ने लगाई थी।
मैदान में 8 से 10 हजार प्रदर्शनकारी उपस्थित थे। मंच से आयोजनकर्ताओं और वक्ताओं की ओर से भड़काऊ भाषण दिए जा रहे थे। आंदोलन के दौरान रैली की अनुमति नहीं थी फिर भी इस नियम का उल्लंघन किया गया।
बलौदा बाजार हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के बारे में क्या जानकारी मिली है ?
बलौदा बाजार हिंसा मामले में पुलिस ने यह जानकारी दी है कि कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को हिंसा होने की जानकारी थी। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कई बार बातचीत की और उग्र आंदोलन के लिए फंडिंग का आश्वासन भी दिया था। इस मामले में वह वर्तमान में जेल में बंद हैं।
बलौदा बाजार हिंसा के आरोपियों के खिलाफ जांच में कितने पुलिसकर्मियों के बयान लिए गए हैं ?
बलौदा बाजार हिंसा के आरोपियों का पता लगाने और सबूत जुटाने के लिए जांच अधिकारियों ने 30 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के बयान लिए हैं।
बलौदा बाजार अग्निकांड के दौरान क्या हुआ था ?
बलौदा बाजार अग्निकांड के दौरान लगभग 8 से 10 हजार प्रदर्शनकारी दशहरा मैदान में उपस्थित थे। मंच से भड़काऊ भाषण दिए जा रहे थे और रैली की अनुमति नहीं होने के बावजूद इसका आयोजन किया गया, जिससे नियमों का उल्लंघन हुआ। इस घटना पर डीएसपी राजेश श्रीवास्तव की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई थी।