/sootr/media/media_files/2025/06/06/LeS80GELUb7gHI2UqF0j.jpg)
छत्तीसगढ़ के बीयर पीने वाले शौकीनों के लिए खुशखबरी! अब आपको ताज़ा, फ्लेवर से भरी क्रॉफ्ट बीयर का मज़ा लेने के लिए महानगरों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा। जी हां, गन्ना रस की तरह गिलास में सर्व होने वाली यह खास बीयर अब छत्तीसगढ़ में भी उपलब्ध होगी! बस, इसके लिए आपको 25 लाख रुपये का लाइसेंस लेना होगा, और फिर शुरू हो सकता है आपका क्रॉफ्ट बीयर का धमाकेदार कारोबार।
ये खबर भी पढ़ें... छत्तीसगढ़ में शराब के लिए रेट से ज्यादा पैसे लेने पर 70 की नौकरी गई, ब्लैक लिस्ट भी किया
क्रॉफ्ट बीयर में मस्ती का स्वाद
सपने देखिए कि एक कूल रेस्टोरेंट, हल्की म्यूज़िक और सामने गिलास में ताज़ा, सुगंधित क्रॉफ्ट बीयर न सिर्फ़ स्वादिष्ट है, बल्कि सेहत के लिए भी हल्की-फुल्की मानी जाती है। छत्तीसगढ़ सरकार ने माइक्रोब्रेवरी नियम 2025 के तहत इस अनोखे बिज़नेस को हरी झंडी दिखा दी है। यह बीयर न तो बोतल में बिकेगी, न कैन में, और न ही पाउच में। इसे गिलास में सर्व करना होगा, ठीक वैसे ही जैसे सड़क किनारे गन्ने का रस निकालकर पिलाया जाता है। ताज़गी और फ्लेवर का यह मेल इसे खास बनाता है!
ये खबर भी पढ़ें... छत्तीसगढ़ में शराबबंदी का वादा नहीं पूरा कर सकी कांग्रेस, जानें शराब पर प्रतिबंध अब तक क्यों नहीं ?
25 लाख का लाइसेंस, 6000 वर्गफीट का सपना
क्रॉफ्ट बीयर का बिज़नेस शुरू करने के लिए आपको 25 लाख रुपये का लाइसेंस फीस देना होगा। इसके साथ ही, आपकी माइक्रोब्रेवरी और उससे जुड़े रेस्टोरेंट का कुल कार्पेट एरिया कम से कम 6000 वर्गफीट होना चाहिए। यानी, एक बड़ा सा स्पेस, जहाँ आप बीयर बनाएंगे, सर्व करेंगे, और ग्राहकों को लुभाएंगे। लेकिन ध्यान रहे, इस बीयर को सिर्फ़ रेस्टोरेंट में ही गिलास में पिलाना होगा। बोतल या कैन में पैकिंग? वो सख्त मना है!
ये खबर भी पढ़ें... छत्तीसगढ़ में शराबबंदी के बयान पर बीजेपी महिला मोर्चा के तेवर सख्त, मंत्री अकबर के निवास का घेराव करते हुए फोड़ा मटका
ऐसा है क्रॉफ्ट बीयर का जादू
क्रॉफ्ट बीयर कोई साधारण बीयर नहीं है। इसे खास खाद्य सामग्री और सुगंध के साथ बनाया जाता है, बिना चीनी या कृत्रिम फ्लेवर के। इसे पास्चुरीकृत किया जा सकता है या नहीं भी, लेकिन इसका अल्कोहल लेवल 8% v/v (14 प्रूफ) से ज़्यादा नहीं होगा। फ्रूटी, हर्बल, या स्पाइसी इसके फ्लेवर की रेंज इतनी वाइड है कि हर सिप एक नया ज़ायका देता है। और हाँ, यह सेहत के लिए भी हल्का माना जाता है। माइक्रोब्रेवरी में रोज़ाना 1000 लीटर तक बीयर बनाई जा सकती है, और सालाना अधिकतम 3 लाख 65 हज़ार लीटर तक प्रोडक्शन की इजाज़त है।
ये खबर भी पढ़ें... छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले में एक और गिरफ्तारी, भिलाई में ED ने कारोबारी अरविंद सिंह को किया गिरफ्तार, मुक्तिधाम से किया अरेस्ट
राजस्व का बोनस, सरकार भी खुश
यह नया बिज़नेस न सिर्फ़ शौकीनों को लुभाएगा, बल्कि छत्तीसगढ़ सरकार के खजाने को भी भरेगा। आबकारी विभाग के मुताबिक, क्रॉफ्ट बीयर के कारोबार से राजस्व में अच्छी-खासी बढ़ोतरी होगी। हर महीने की शुरुआत में लाइसेंस धारक को ड्यूटी राशि अग्रिम जमा करनी होगी, और रोज़ाना का हिसाब-किताब भी रखना होगा। यानी, मस्ती के साथ जिम्मेदारी भी!
आप भी कूद पड़िए इस बिजनेस
तो, तैयार हैं क्रॉफ्ट बीयर का मज़ा लेने के लिए? छत्तीसगढ़ में अब बीयर का मज़ा गन्ना रस की तर्ज़ पर होगा। ताज़ा, फ्लेवरफुल, और गिलास में! अगर आप उद्यमी हैं, तो 25 लाख का लाइसेंस और एक शानदार रेस्टोरेंट सेटअप के साथ इस बिज़नेस में कूद पड़िए और अगर आप बीयर लवर हैं, तो तैयार हो जाइए। छत्तीसगढ़ की माइक्रोब्रेवरी में नये-नये फ्लेवर्स का लुत्फ़ उठाने के लिए। यहाँ हर गिलास में स्वाद और मस्ती की गारंटी है!
25 लाख में लाइसेंस | छत्तीसगढ़ में गिलास में बिकेगी क्रॉफ्ट बीयर