/sootr/media/media_files/2025/09/08/electricity-bill-half-scheme-issues-chhattisgarh-2025-09-08-16-55-54.jpg)
छत्तीसगढ़ न्यूज: राजधानी रायपुर में सितंबर महीने के बिजली बिल ने उपभोक्ताओं की जेब पर गहरा असर डाला है। खासतौर पर उन परिवारों के लिए यह झटका ज्यादा बड़ा था, जिनकी खपत 100 यूनिट से ऊपर होती थी। राज्य सरकार के जरिए लागू की गई बिजली बिल हाफ योजना (Electricity Bill Half Scheme) में बदलाव के बाद बिल ने गति पकड़ ली है। ऐसे में उपभोक्ताओं के लिए यह महीने का सबसे बड़ा खर्च बन गया है।
बिल में जबरदस्त इजाफा
छत्तीसगढ़ बिजली बिल हाफ योजना बंद हो गई है। अब नए नियमों के लागू होते ही राजधानी के करीब साढ़े तीन लाख उपभोक्ताओं का बिल दोगुना हो गया है। उनका मासिक खर्च अचानक बढ़ गया है, जो पहले एकदम काबू में था। 100 यूनिट से अधिक खपत वाले उपभोक्ताओं पर इसका ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। वहीं, यह बदलाव इनके बजट को पूरी तरह से बिगाड़ रहा है। उदाहरण के तौर पर, कमल विहार निवासी गौरव शर्मा का पहले का बिल 300-500 रुपये के बीच आता था, लेकिन अब उनका बिल 146 यूनिट की खपत पर 770 रुपये हो गया है।
महंगाई के साथ बिजली बिल भी बढ़ा
महंगाई के इस दौर में जहां हर चीज के दाम बढ़ रहे हैं, वहीं बिजली बिल ने उपभोक्ताओं की परेशानियां और बढ़ा दी हैं। तात्यापारा की निवासी कुलेश्वरी बघेल बताती हैं कि उनका मासिक बिजली बिल पहले 600-700 रुपये तक आता था, लेकिन अब नई योजना के कारण उनका बिल 1000 रुपये से ऊपर पहुंच गया है। ऐसे में जिन परिवारों की खपत 150 से 300 यूनिट तक होती है, उनके लिए यह बढ़ा हुआ बिल एक अतिरिक्त बोझ बन गया है।
बिजली बिल हाफ योजना की खबर पर एक नजर
|
ये खबर भी पढ़िए...सावधान! शादी का ई-कार्ड खोलते ही हैक हुआ मोबाइल, रायपुर में साइबर फ्रॉड
योजना में बदलाव से पड़ रहा असर
पहले बिजली बिल हाफ योजना के तहत, यदि उपभोक्ता की खपत 400 यूनिट तक थी, तो उन्हें आधा बिल ही चुकाना पड़ता था। 400 यूनिट से ऊपर जितनी भी खपत होती थी, उस पर पूरा बिल लागू होता था। इस व्यवस्था से रायपुर के अधिकतर उपभोक्ताओं को राहत मिलती थी। लेकिन अब, इस योजना में बड़े बदलाव किए गए हैं। अब केवल 100 यूनिट तक की खपत करने वाले उपभोक्ताओं को ही इस योजना का लाभ मिलेगा। इससे जो उपभोक्ता 101 यूनिट भी खपत करते हैं, उन्हें पूरा बिल चुकाना होगा।
उपभोक्ताओं कर रहे पुरानी योजना की मांग
अब जब छूट का दायरा सीमित कर दिया गया है, तब उपभोक्ताओं ने सरकार से गुजारिश की है कि एक बार फिर से पुरानी योजना को लागू किया जाए। पुरानी योजना से इन उपभोक्ताओं का मतलब है बिजली बिल हाफ योजना। क्योंकि इस योजना से उनके बिल में काफी कटौती देखने को मिल जाती थी।
समाप्त होती छूट से बिगड़ा बजट
नई व्यवस्था के तहत, अब 100 यूनिट तक की खपत करने वाले उपभोक्ताओं को ही योजना का लाभ मिलेगा। 101 यूनिट से ऊपर की खपत पर पूरा बिल चुकाना पड़ेगा। इसके कारण उपभोक्ताओं को अपनी जेब पर भारी दबाव महसूस हो रहा है, जो पहले सस्ती बिजली का फायदा उठा रहे थे।