आजादी के बाद पहली बार इस विश्वविद्यालय में होगी कॉमर्स की पढ़ाई

पं. रविशंकर विश्वविद्यालय की शुरुआत सन 1964 में हुई थी। उस समय से आर्ट्स और साइंस की पढ़ाई हो रही है। अब पहली बार यहां कामर्स की पढ़ाई शुरू होगी। इसके लिए विश्वविद्यालय में नया अध्ययनशाला शुरू होगा।

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Marut raj
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रायपुर
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रायपुर. छत्तीसगढ़ के पं. रविशंकर विश्वविद्यालय में अब कॉमर्स(commerce) की पढ़ाई भी शुरू हो रही है। ऐसा विश्वविद्यालय (university) के बनने यानी स्थापना के बाद पहली बार हो रहा है। यानी 1964 में विश्वविद्यालय बना था। इसमें कॉमर्स के पढ़ाई शुरू होने में 59 साल लग गए।
पीएचडी भी कर सकेंगे

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 पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के छात्रों की वर्षों पुरानी मांग पूरी हो गई है। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के अध्ययनशाला शुरू होने के 59 वर्षों के बाद कामर्स की पढ़ाई शुरू हो रही है। विश्वविद्यालय की शुरुआत सन 1964 में हुई थी। उस समय से आर्ट्स और साइंस की पढ़ाई हो रही है। अब पहली बार यहां कामर्स की पढ़ाई शुरू होगी। इसके लिए विश्वविद्यालय में नया अध्ययनशाला शुरू होगा। यहां पर छात्र एमकाम की पढ़ाई कर सकेंगे, इसके साथ ही कामर्स में पीएचडी भी कर सकेंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय में पीएचडी शोध केंद्र भी बनाया जाएगा। 

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फारेंसिक साइंस की पढ़ाई करने का भी मौका 

विश्वविद्यालय के छात्रों को फारेंसिक साइंस की पढ़ाई करने का भी मौका मिलेगा। इसके लिए अलग से अध्ययनशाला खोला जाएगा। यह आपराधिक न्यायिक तंत्र में निष्पक्ष परीक्षण एवं जांच के लिए बहुत उपयोगी है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार दोनों विषय बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। इनकी पढ़ाई से छात्रों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। 

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शोध के बढ़ेंगे अवसर
विश्वविद्यालय में कॉमर्स का अध्ययनशाला खुलने से छात्रों को शोध के अधिक अवसर मिलेंगे। विश्वविद्यालय में शोध केंद्र भी बनाया जाएगा। अभी तक कालेजों के प्राध्यापक शोध करवाते हैं, लेकिन उनके पास संसाधनों की कमी रहती है। विश्वविद्यालय में शोध केंद्र खुलने से छात्रों को सोर्स उपलब्ध हो जाएंगे।

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होटल मैनेजमेंट और चार वर्षीय बीएड कोर्स भी
पीआरएसयू में इस शैक्षणिक सत्र से मास्टर आफ होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई भी शुरू हो रही है। इससे छात्रों को होटल प्रबंधन, पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसके लिए पहले सत्र में 30 सीटें निर्धारित की गई है। इसी तरह राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत चार वर्षीय बीएड की पढ़ाई भी शुरू हो रही है। छात्र बीए बीएड, बीएससी बीएड, बीकाम बीएड में 12वीं कक्षा के बाद सीधे प्रवेश ले सकेंगे।

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