छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के दिवंगत भाजपा विधायक भीमा मंडावी की बेटी दीपा मंडावी ने उत्तराखंड के देहरादून में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दीपा फिजियोथेरेपी की पढ़ाई कर रही थी और यह उसका अंतिम वर्ष था। घटना रविवार को पीजी ( हॉस्टल ) में हुई। दीपा के आत्महत्या की खबर से परिवार समेत पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई है।
देहरादून में रहकर पढ़ाई कर रही थी दीपा
दीपा मंडावी देहरादून में अपनी सहेलियों के साथ एक रूम में रहकर पढ़ाई कर रही थी। हालांकि, करीब एक सप्ताह पहले उसने पीजी में शिफ्ट किया था। अभी तक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। दीपा के परिवार वाले खबर सुनते ही देहरादून रवाना हो गए हैं।
परिवार पर लगातार विपत्तियों का साया
दिवंगत विधायक भीमा मंडावी की दो पत्नियां और कुल पांच बच्चे हैं। इनमें से दो बेटियों ने आत्महत्या की है। 2013 में उनकी सबसे बड़ी बेटी ने रायपुर में खुदकुशी की थी। अब दूसरी बेटी दीपा ने यह कदम उठाया है।
नेताओं ने जताया शोक
घटना की खबर मिलते ही दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी, पूर्व विधायक देवती कर्मा, जिला पंचायत सदस्य तूलिका कर्मा और अन्य कांग्रेस नेता भीमा मंडावी के घर पहुंचे और शोक संवेदना व्यक्त की।
भीमा मंडावी की हत्या से जुड़ा इतिहास
9 अप्रैल 2019 को लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान दंतेवाड़ा के श्यामागिरी इलाके में नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट कर भीमा मंडावी की हत्या कर दी थी। इस हमले में तीन पुलिसकर्मी और ड्राइवर भी शहीद हो गए थे। दीपा मंडावी की आत्महत्या ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। राजनीतिक दबाव और पारिवारिक चुनौतियों के बीच, मंडावी परिवार लगातार कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहा है। दीपा की मौत के पीछे के कारणों की जांच की जा रही है।