कर्मचारियों के EPF में 40 लाख का घोटाला उजागर , हेड अकाउंटेंट गिरफ्तार
Employees Provident Fund : कर्मचारियों की भविष्य निधि यानी ईपीएफ में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। गबन करने वाले हेड अकाउंटेंट को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
Employees Provident Fund : कर्मचारियों की भविष्य निधि यानी ईपीएफ में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। घोटाले की रकम भी बहुत बड़ी है। कर्मचारियों के ईपीएफ ( भविष्य निधि ) में गबन करने वाले हेड अकाउंटेंट को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पांच महीने से पुलिस को चकमा दे रहा था।
जानकारी के अनुसार राजनांदगांव ( Rajnandgaon ) जिले में गायत्री शिक्षण समिति है। इसके कर्मचारियों के ईपीएफ में 40 लाख रुपए का गबन किया गया है। शिक्षण समिति के कर्मचारियों के Employees Provident Fund में फर्जीवाड़ा का खुलासा होने के बाद ही आरोपी फरार हो गया था। आरोपी का नाम उत्तम विश्वास ( 44 साल ) है। यह भिलाई के सुपेला इलाके में आने वाले राधिका नगर का रहने वाला है। वह 2019 से गायत्री शिक्षण समिति में हेड अकाउंटेंट के रूप में काम कर रहा था।
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गबन की रकम से क्रेडिट कार्ड का भी भुगतान किया
जानकारी के अनुसार गायत्री शिक्षण समिति के अध्यक्ष ब्रिज किशोर सुरजन ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी। इसके अनुसार आरोपी उत्तम विश्वास ने कर्मचारियों की Employees Provident Fund की राशि फर्जी दस्तावेज और क्यूआर कोड के जरिए समिति के खाते ( पंजाब नेशनल बैंक ) से अपने निजी खातों में ट्रांसफर कर ली थी। इस दौरान आरोपी ने एक्सिस बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के खातों में पैसा जमा किया। उसने अपने एसबीआई क्रेडिट कार्ड का भुगतान भी गबन की राशि से किया।
गायत्री शिक्षण समिति के अध्यक्ष द्वारा शिकायत किए जाने के बाद पुलिस ने इस मामले में 4 जून 2024 को केस दर्ज किया था। कोतवाली थाने में आरोपी हेड अकाउंटेंट उत्तम विश्वास के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की गई थी। करीब 5 महीने की लगातार जांच और दबिश के बाद भिलाई से उसे गिरफ्तार किया जा सका। आरोपी ने पुलिस की ओर से की गई पूछताछ में अपना जुर्म भी कबूल कर लिया।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी Employees Provident Fund Organisation ( EPFO ) भारत सरकार द्वारा स्थापित एक वैधानिक संस्था है। इसका काम मुख्य रूप से लोगों को सेवानिवृत्ति के लिए बचत करने को प्रोत्साहित करना है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन सरकारी एवं निजी क्षेत्रों में कार्यरत सभी कर्मचारियों के लिए बचत का एक प्रमुख साधन है। EPFO की शुरुआत 15 नवंबर 1951 को कर्मचारी भविष्य निधि अध्यादेश के आने के बाद हुई थी।