महिला रेंजर के साथ अफसर ने कर दी ऐसी हरकत, मुख्यमंत्री तक पहुंचा मामला
महिला रेंजर का आरोप है कि डीएफओ ने धमकियां देकर और ब्लैकमेल कर संबंध बनाए। महिला रेंजर का कहना है कि पिछले दो साल से वह मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना सह रही थीं।
वन विभाग के अफसर पर गंभीर आरोप लगाए जाने का मामला सामने आया है। यह आरोप एक महिला रेंजर ने लगाए हैं। इसकी शिकायत उन्होंने मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों को भेजी है।
जानकारी के अनुसार जशपुर में जितेंद्र उपाध्याय डीएफओ हैं। वहां पर एक आदिवासी महिला रेंजर हैं। उन्होंने उपाध्याय पर शारीरिक शोषण और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। महिला रेंजर का कहना है कि डीएफओ 2022 से उन पर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डालते रहे। इसका विरोध करने पर उन्होंने धमकियां देकर और ब्लैकमेल कर संबंध बनाए।
दो साल से सह रहीं शारीरिक प्रताड़ना
महिला रेंजर का कहना है कि पिछले दो साल से वह मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना को सह रही थीं। उनका कहना है कि अब इससे तंग आकर उन्होंने इस मामले को उठाया है। बताया जा रहा है कि पीड़ित महिला रेंजर ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगीया में शिकायत भी दर्ज कराई है। इसके साथ ही पीड़िता ने मुख्यमंत्री सहित कई मंत्रियों, केंद्रीय मंत्री और डीआईजी को भी शिकायत पत्र भेजने की बात कही जा रही है।
महिला रेंजर का कहना है कि वह कुनकुरी में पदस्थ थीं। उस समय जितेन्द्र उपाध्याय ने वन विश्राम गृह कुनकुरी में उनसे कहा कि तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो। इसके साथ ही गलत काम करने के लिए प्रपोज किया।
महिला रेंजर का आरोप है कि जब उन्होंने मना किया तो उन्हें परेशान किया जाने लगा। बदले की भावना से उनकी अनर्गल शिकायत भी की गई। महिला रेंजर का आरोप है कि डीएफओ उपाध्याय ने उन्हें परेशान करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों से फर्जी शिकायत भी कराई थी।
महिला रेंजर ने डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय पर क्या आरोप लगाए हैं ?
महिला रेंजर ने डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय पर शारीरिक शोषण और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि 2022 से डीएफओ उन पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालते रहे और मना करने पर धमकियां देकर ब्लैकमेल किया।
महिला रेंजर ने अपनी शिकायत किसे और कहां दर्ज कराई है ?
महिला रेंजर ने अपनी शिकायत मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगीया में दर्ज कराई है। इसके अलावा, उन्होंने मुख्यमंत्री, अन्य राज्य मंत्रियों, केंद्रीय मंत्री और डीआईजी को भी शिकायत पत्र भेजने की बात कही है।
महिला रेंजर का आरोप है कि उन्हें कैसे परेशान किया गया ?
महिला रेंजर का कहना है कि जब उन्होंने डीएफओ के प्रस्ताव को ठुकरा दिया, तो उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। बदले की भावना से उनकी झूठी शिकायतें की गईं और उन्हें अन्य कर्मचारियों के माध्यम से फर्जी आरोपों में फंसाने की कोशिश की गई।