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छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर में स्थित MMI नारायणा अस्पताल से लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। अस्पताल की लापरवाही से 20 वर्षीय युवती की मौत हो गई। एक और मौत से मशहूर अस्पताल एक बार फिर से विवादों में घिर गया है। बता दें कि दो महीने पहले ही लापरवाही के चलते एक महिला की मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि मृतक युवती कांकेर की रहने वाली थी।
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12 घंटे में हो गई मौत
दरअसल, युवती वीणा गजेंद्र को पीरियड नहीं आने की समस्या थी। युवती अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंता में थी। पीरियड नहीं आने की वजह से युवती कांकेर से रायपुर अपना इलाज कराने आई थी। इस दौरान युवती ने पचपेड़ीनाका स्थित MMI नारायणा अस्पताल में अपना इलाज करवाया, लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही ने युवती की जान ही ले ली।
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गायनेकोलॉजी विभाग में बड़ी लापरवाही
पीरियड नहीं आने की समस्या से छात्रा को गायनेकोलॉजी विभाग में भर्ती रखा गया था। इलाज के दौरान छात्रा 8 घंटे बेहोशी की हालत में रही। इस दौरान परिजनों के पूछने पर डॉक्टर कोई जवाब नहीं दे रहे थे। करीब एक घंटे बाद डॉक्टरों ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया। छात्रा का इलाज MMI नारायणा अस्पताल की डॉ. वेरोनिका इरेन युएल कर रही थी।
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15 मिनट के प्रोसीजर में 8 घंटे बेहोश कैसे...
जब छात्रा इलाज कराने आई थी तो, वह पूरी तरह स्वस्थ थी। डॉक्टर ने भी इलाज के प्रोसीजर के लिए 15 से 20 मिनट का समय बताया था। लेकिन, जब इलाज हुआ तो छात्रा 8 घंटे तक बेहोश रही। इस विषय पर परिजन डॉक्टर से लगातार सवाल करते रहे पर किसी ने जवाब नहीं दिया। वहीं मामला गंभीर देखने के बाद अस्पताल प्रबंधन से इलाज की फीस भी कम कर दी।
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