chhattisgarh liquor scam : छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में पूछताछ का सामना कर रहे आबकारी मंत्री रहे कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने बड़ा दावा किया है। विधायक लखमा ने कहा है कि उन्होंने भी ईडी के अफसरों से सवाल किए थे, जिनके जवाब वे नहीं दे पाए। दरअसल, शुक्रवार को ईडी ने छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में करीब 8 घंटे पूछताछ की। ईडी ने उनके बेटे जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश लखमा को भी पूछताछ के लिए बुलाया था।
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लखमा का दावा-इस सवाल का जवाब ईडी के पास नहीं
भूपेश बघेल सरकार में आबकारी मंत्री रहे लखमा ने दावा किया कि उन्होंने घोटाले के संबंध में कोई भी बात स्वीकार नहीं की है। उन्होंने इस तरह के किसी भी घोटाले से अनभिज्ञता जाहिर की है। उनका दावा है कि उन्होंने भी ईडी के अफसरों से कई सवाल किए, जिनके जवाब उन्हें नहीं मिल सके हैं।
विधायक लखमा ने ईडी के अफसरों से पूछा कि दो नंबर की शराब बिकी, ऐसा आप बोल रहे हैं, तो अधिकारी के घर में थोड़े न बनती थी शराब। तीन कंपनियां थीं दारू बनाने वालीं, उनके ऊपर कार्रवाई क्यों नहीं हुई ?
हालांकि, कांग्रेस विधायक लखमा का कहना है कि अंदर क्या कुछ हुआ, इसकी कुछ बातें बोलना ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि अफसरों ने पूर्व मंत्री ने रुपए के लेन-देन, संपत्ति, शराब खरीदी को लेकर होने वाली विभागीय मीटिंग, ढेबर और त्रिपाठी के रोल से जुड़े सवाल किए। लखमा ने प्रॉपर्टी से जुड़े कुछ दस्तावेज ED को दिए हैं। कुछ और दस्तावेज 2 से 4 दिन में देने का समय मांगा है।
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ED के अफसरों को किया कन्फ्यूज
लखमा इस पूछताछ में कई बार खुद के अनपढ़ होने, दस्तावेज में क्या लिखा था समझ नहीं आने की बात कहकर ED के अफसरों को कन्फ्यूज भी कर रहे थे। हालांकि, ED ने आधिकारिक तौर पर इस पूछताछ को लेकर कुछ नहीं कहा है। लखमा के घर पर छापे के बाद निदेशालय ने पूर्व मंत्री के कमीशन लेने की बात कही थी। अब इस केस में जल्द ही ED कुछ नई गिरफ्तारियां करने की तैयारी में है।
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