RAIPUR. महादेव सट्टा ऐप केस ( Mahadev Satta APP ) में EOW की हिरासत में चल रहे 5 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। इनमें राहुल वकटे और रितेश यादव को जेल भेजा गया है, वहीं आरोपी सतीश चंद्राकर, चंद्रभूषण वर्मा और सुनील दम्मानी को फिर से ईओडब्ल्यू की रिमांड पर सौंपा गया। EOW 4 मई तक इनसे पूछताछ करेगी। महादेव सट्टा मामले में ED ने 2000 से अधिक पन्नों को तीसरा पूरक परिवाद पेश किया । ED ने 25 लोगों को आरोपी बनाया है। इसमें 2 आरोपी गिरीश तलरेजा और सूरज चोखानी जेल में बंद है। आरोप पत्र में 8 आरोपियों, सट्टेबाजी और हवाला के लेनदेन से जुड़ी 17 कंपनियों के नाम शामिल हैं।
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अब 25 लोगों को बनाया चुका है आरोपी
महादेव सट्टा मामले में मंगलवार को ED ने 2000 से अधिक पन्नों को तीसरा पूरक परिवाद पेश किया । ED ने 25 लोगों को आरोपी बनाया है। इसमें 2 आरोपी गिरीश तलरेजा और सूरज चोखानी जेल में बंद है। आरोप पत्र में 8 आरोपियों, सट्टेबाजी और हवाला के लेनदेन से जुड़ी 17 कंपनियों के नाम शामिल हैं। आरोप पत्र में एजेंसी ने गिरफ्तार आरोपियों सूरज चोखानी और गिरीश तलरेजा के अलावा हरिशंकर टिबरेवाल और सुरेंद्र बांगड़ी और अन्य 5 आरोपियों को महादेव सट्टेबाजी में फरार आरोपी घोषित किया है।
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पूछताछ के लिए फिर रिमांड पर लिया जाएगा
EOW ने हिरासत में रखे सभी को आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की। इस दौरान रितेश ने चंद्रभूषण पर आरोप लगाया है कि वह उन्हीं के लिए काम करता है। उनके कहने पर पैसों का कलेक्शन करता और उनके बताई जगह पर छोड़ता था। राहुल हवाला का काम करता था। राहुल और रितेश ने चंद्रभूषण और सतीश पर आरोप लगाया है कि दोनों ही पैसों के सिस्टम को मैनेज करते थे। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के पास पैसा पहुंचाते थे। सतीश कई पुलिस वालों के साथ घूमता था। दोनों मिलकर ट्रांसफर-पोस्टिंग भी करा रहे थे। दोनों का प्रमोटर सौरभ, रवि और शुभम से सीधा कनेक्शन है।
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दुबई जाने वालों की सूची बना रही EOW
ईओडब्ल्यू प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की शादी और उसके हर साल सेलिब्रेशन पार्टी में शामिल होने के लिए विदेश जाने वालों की सूची बना रही है। जिनसे ईडी ने पूछताछ की है। इनमें कई ऐसे लोग हैं, जो ईडी के जांच के दायरे में नहीं आए हैं। ऐसे लोगों के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है। इसमें कई बड़े कारोबारी, स्कूल-कॉलेज संचालक से लेकर अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं।
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निलंबित ASI चन्द्रभूषण वर्मा पर यह आरोप
निलंबित ASI चंद्रभूषण वर्मा पर आरोप है कि ड्यूटी के दौरान महादेव ऐप के प्रोटेक्शन मनी को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं को बांटता था। कमिशन का एक हिस्सा अपने पास भी रखता था। ASI चंद्रभूषण वर्मा पुलिस में बहुत बड़े पोस्ट में नहीं था, लेकिन ताकतवर लोगों के संपर्क में था। चंद्रभूषण हर महीने बड़ी रकम रिश्वत में ले रहा था और भुगतान भी कर रहा था। साथ ही वर्मा ने यह भी स्वीकार किया है कि मई 2022 में पुलिस की कुछ कार्रवाई के बाद रिश्वत की रकम भी बढ़ाई गई थी।
19 लोगों पर नामजद FIR
एंटी करप्शन ब्यूरो और EOW ने ED के प्रतिवेदन पर 4 अप्रैल 2024 को महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप मामले में 19 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज किया है। जिमसें सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कई कारोबारी के नाम है।