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Raipur. छत्तीसगढ़ की महात्मा गांधी हार्टिकल्चर यूनिवर्सिटी में हुई असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती पर सवाल खड़े हो गए हैं। इसकी शिकायत पर राजभवन ने जांच बैठा दी है। अब जांच रिपोर्ट के आधार पर राजभवन के निर्देश के बाद ही इसमें आगे कोई कार्यवाही हो पाएगी। वहीं यह मामला हाईकोर्ट भी पहुंच गया है। यूनवर्सिटी की भर्ती भले ही जांच के घेरे में आई हो लेकिन इसमें कमाई बहुत हो गई। इन आवेदनों की फीस में यूनवर्सिटी ने करीब 82 लाख रुपए कमा लिए हैं। यानी इतनी कमाई के बाद जब पहली भर्ती शुरु की गई तो वही जांच के घेरे में आ गई।
प्रोफेसर भर्ती में गड़बड़ी :
छत्तीसगढ़ में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। एक तरफ बेरोजगार नौकरी की तलाश में हैं तो दूसरी तरफ जो भी भर्तियां हो रही हैं उनमें भी गड़बड़ी सामने आ रही है। महात्मा गांधी हार्टिकल्चर यूनिवर्सिटी में विभिन्न पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरु की। इसमें असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती भी शामिल थी। यूनिवर्सिटी ने सबसे पहले 38 असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती की। इस भर्ती के साथ ही इस पर विवाद शुरु हो गया। सरकार के पास शिकायत पहुंची की लेन देन कर इन पदों पर भर्ती की गई है।
मामला राजभवन तक पहुंच गया। राजभवन ने इस भर्ती पर जांच बैठा दी। वहीं मामला कोर्ट भी पहुंच गया। सरकार कहती है कि मामला कोर्ट में है और जांच राजभवन की तरफ से हो रही है। राजभवन जब इसमें आगामी निर्देश देगा तभी आगे कोई कार्यवाही की जाएगी। इस भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी इसीलिए इसकी जांच की जा रही है।
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इतने पदों के लिए आए इतने आवेदन :
असिस्टेंट प्रोफेसर - 38 पदों पर 977 आवेदन
प्रयोगशाला तकनीशियन - 140 पद पर 5051 आवेदन
क्षेत्र विस्तार अधिकारी - 36 पदों पर 4000 आवेदन
प्रक्षेत्र सहायक - 1 पद पर 81 आवेदन
स्टेनोग्राफर - 2 पदों पर 119 आवेदन
सहायक ग्रेड थ्री - 32 पदों पर 6453 आवेदन
वाहन चालक - 2 पदों पर 378 आवेदन
भृत्य - 17 पदों पर 5313 आवेदन
चौकीदार - 2 पदों पर 323 आवेदन
स्वच्छक - 2 पदों पर 227 आवेदन
कुल - 181 पदों के लिए 22922 आवेदन
यूनिवर्सिटी को 82 लाख की कमाई:
करीब 23 हजार आवेदनों में यूनिवर्सिटी ने 82 लाख रुपए कमाए हैं। लेकिन भर्ती प्रक्रिया ही जांच में चली गई है। इन बेरोजगारों की जेब से पैसे भी चले गए और नौकरी भी हाथ में नहीं आई। मामला चंकि कोर्ट में है इसलिए कोर्ट की गाइडलाइन का इंतजार है। वहीं राजभवन की जांच के रिपोर्ट के आधार पर ही आगे कदम बढ़ाएगी।
इन आवेदनों पर इतने कमाए
असिस्टेंट प्रोफेसर - 9 लाख रुपए
प्रयोगशाला तकनीशियन - 20 लाख रुपए
क्षेत्र विस्तार अधिकारी - 18 लाख रुपए
प्रक्षेत्र सहायक - 26400 रुपए
स्टेनोग्राफर - 27000 रुपए
सहायक ग्रेड थ्री - 22 लाख 43 हजार रुपए
वाहन चालक - 2 लाख 56 हजार रुपए
भृत्य - 3 लाख रुपए
चौकीदार - 34800 रुपए
स्वच्छक - 1 लाख 31 हजार 400 रुपए
कुल - 81 लाख 80 हजार 800 रुपए
इसमें हैरानी की बात एक और है। भृत्य, चौकीदार और वाहन चालक जैसे पदों के लिए आवेदनों पर ही 8 लाख रुपए की कमाई हो गई। यानी इन छोटे पदों के लिए जिन लोगों ने ये फीस भरी है उनके लिए ये पैसे कितने मायने रखते होंगे। यूनिवर्सिटी का कमाई पर तो ध्यान रहा लेकिन पारदर्शी भर्ती पर नहीं।