KHERAGARH. ठगी करने के लिए नए-नए तरीके अपनाने रहे हैं। अब नई तरह की ठगी में ये शातिर बदमाश अपने साथ बैंक के मैनेजरों को भी शामिल करने लगे हैं। इस तरह के मामलों से पर्दा उठाना पुलिस के लिए भी चैलेंजिंग हो जाता है। ऐसा ही एक मामला खैरागढ़ जिले के मोहगांव थाना क्षेत्र में आया है जहां बदमाशों और बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से किसानों को केसीसी लोन के बहाने से लाखों रुपए की ठगी की जा रही थी।
farmers से 6 साल में 40 लाख से अधिक का फर्जीवाड़ा
एक मामले में 2013 से लेकर 2019 तक कुल 13 बैंक में केसीसी लोन में 40 लाख रुपये से अधिक के फर्जीवाड़े की शिकायत पुलिस को प्राप्त हुई थी। शिकायत दर्ज होने के बाद से ही पुलिस मामले की जांच में लगी थी। वहीं जिले में आए नए पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल टीम गठित कर मामले की जांच को गति दिया और मामले में गुरुवार को पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली।
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गंडई SBI में केसीसी लोन फर्जीवाड़ा
एसपी त्रिलोक बंसल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने गंडई SBI में केसीसी लोन फर्जीवाड़े में लिप्त मास्टरमाइंड ललित शर्मा और उसके सहयोगी जीवन लाल गोंड को गिरफ्तार किया है। वहीं पूरे मामले में आरोपी बैंक मैनेजर अरविंद देवांगन और प्यारे पोर्ते अब भी फरार चल रहे हैं, जिनकी पतासाजी पुलिस कर रही है.
फर्जी कागजात से केसीसी लोन निकालते थे
एसबीआई में फर्जी केसीसी लोन मामले में बड़ा खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपी बदमाशों ने ठगी करने के नए तरीके अपनाए हैं। इसमें किसानों को अपने झांसे में लेकर उनकी ऋण पुस्तिका और जमीन के कागजात लेकर फर्जी तरीके से बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से केसीसी लोन का आहरण करते थे। पूरे मामले में पुलिस ने दो आरोपियों की गिरफ्तारी की है। वहीं फरार अन्य दो आरोपियों की पड़ताल की जा रही है। साथ ही अन्य बैंकों से भी इस तरह के मामले से संबंधित जानकारी खंगाली जा रही है।