छत्तीसगढ़ के चर्चित कारोबारी केके श्रीवास्तव पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला के आरोपों के तहत 50 करोड़ रुपए का मामला दर्ज किया है। श्रीवास्तव पर आरोप है कि उन्होंने एक बिल्डर को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में 500 करोड़ रुपए का ठेका दिलवाने का झांसा देकर 15 करोड़ रुपए की ठगी की।
बिल्डर को न तो प्रोजेक्ट मिला और न ही पैसे वापस किए गए। इसके बाद से तेलीबांधा पुलिस 92 दिनों से श्रीवास्तव की तलाश कर रही है, लेकिन वह लगातार फोन और नंबर बदलते हुए विभिन्न राज्यों—पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान में लोकेशन बदल रहा है, जिससे उसकी गिरफ्तारी मुश्किल हो रही है।
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नेताओं की काली कमाई को सफेद करने का करता था काम
केके श्रीवास्तव, जिन्हें एक समय "ज्योतिष" के नाम से जाना जाता था, नेताओं की ब्लैक मनी को सफेद करने के लिए चर्चित थे। पुलिस जांच में श्रीवास्तव के खातों में 300 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन और 400 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी के बारे में पता चला है, जिसे उन्होंने कहीं छिपा रखा है।
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दिल्ली तक फैला नेटवर्क
ईडी की शुरुआती जांच में सामने आया है कि श्रीवास्तव हवाला के माध्यम से दिल्ली तक बड़े पैमाने पर पैसे भेजता था और नेताओं की अवैध कमाई को सफेद करने में संलिप्त था। जांच में अहम साक्ष्य मिलने के बाद ईडी ने अब इस मामले में गहन छानबीन शुरू कर दी है।
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पुलिस और ईडी की संयुक्त कार्रवाई
इस मामले में तेलीबांधा पुलिस और ईडी की टीमें श्रीवास्तव की तलाश में जुटी हैं और विभिन्न स्थानों पर दबिश दे रही हैं। ईडी को श्रीवास्तव के नेटवर्क का भंडाफोड़ करने के लिए कई पुख्ता साक्ष्य मिले हैं, जिनसे मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला गतिविधियों में उसकी गहरी संलिप्तता का पता चलता है।
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