6 करोड़ का प्रोजेक्ट दिलाने के बहाने 50 लाख ठगे, नाबार्ड योजना का फर्जी टेंडर दिखाकर दिया वारदात को अंजाम

नाबार्ड योजना के तहत 6 करोड़ का प्रोजेक्ट दिलाने के नाम पर एक महिला से 50 लाख की ठगी हुई है। 2 लोगों ने नाबार्ड (नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट) योजना का फर्जी टेंडर दिखाया।

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Pravesh Shukla
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रायगढ़। नाबार्ड योजना के तहत 6 करोड़ का प्रोजेक्ट दिलाने के नाम पर एक महिला से 50 लाख की ठगी हुई है। 2 लोगों ने नाबार्ड (नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट) योजना का फर्जी टेंडर दिखाया। इसके जरिए महिला को प्रोजेक्ट दिलाने का भरोसा दिलाया गया।

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पुलिस गिरफ्त में आरोपी

झांसे में आकर महिला ने किश्तों में पैसे दे दिए। इस मामले में मुख्य आरोपी को पुलिस ने पहले ही पकड़ लिया था। दूसरे फरार सह-आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी असीम कृपा फाउन्डेशन चलाते थे। मामला चक्रधर नगर थाना क्षेत्र का है।

जानिए क्या है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार, जांजगीर चांपा के ग्राम खोखरी की रहने वाली अनिता साहू (40) महानदी एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी का संचालन करती है। यह कंपनी किसनों को खाद, बीज और दवा बेचती है। रायगढ़ के डूमरपाली के रहने वाले रंजीत चौहान (29) और सुदीप मंडल (40) से अनिता की पहचान सुनील कश्यप, अभिषेक देवांगन, छवि बंजारे, मनहरन पटेल और सुरेश वानी के माध्यम से हुई।

फाउंडेशन के नाम पर मांगा चेक

 रंजीत चौहान ने कहा कि, आपकी रजिस्टर्ड कंपनी है। मैं आपके कंपनी को नाबार्ड योजना से 6 करोड़ का प्रोजेक्ट एक महीने के भीतर दिला दूंगा। रंजित ने अनिता से कहा कि, इसके लिए 50 लाख रुपए असीम कृपा फाउन्डेशन बोईरदादर के नाम पर जमा करना होगा।

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 फर्जी चेक देकर झांसे में लिया

अनिता को रंजित पर यकीन नहीं हुआ और उसने पैसे जमा करने से इनकार कर दिया। ऐसे में रंजित ने उसे झांसे में लेने के लिए फर्जी टेंडर दिखाया। साथ ही 50 लाख रुपए का एक चेक दिया। चेक 15 नवंबर 2024 को दिया गया था। इससे अनिता ने रंजित पर विश्वास कर लिया।

50 लाख खाते में ट्रांसफर करने कहा

इसी दौरान अनिता को इस बात का पता लगा कि रंजित चौहान और सुदीप मंडल के खिलाफ FIR दर्ज है। जब अनिता ने उनसे संपर्क किया, इस दौरान रंजित ने FIR की बातों को गलत बताया। इसके बाद, रंजित ने नाबार्ड प्रोजेक्ट का 2 करोड़ रुपए का चेक आने की बात कही। रंजित ने महिला को 50 लाख रुपए असीम कृपा फाउंडेशन के खाते में डालकर चेक ले जाने को कहा।

23 लाख कैश समेत 50 लाख दिए

इसके बाद अनिता ने रंजित पर यकीन करते हुए किश्तों में 27 लाख रुपए उसके खाते में डाल दिए। इसके बाद 5 जनवरी को 23 लाख रुपए कैश असीम कृपा फाउंडेशन के दफ्तर में जाकर दिए। अनिता ने रंजित के दिए चेक से कैश निकालने बैंक गई, तो पता चला कि खाते में पैसे ही नहीं है। जांच कराने पर पता चला कि, जिस खाते नंबर का चेक था, वो खाता ही बंद है। अनिता ने फोन से रंजित से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसकी बात नहीं हो सकी। इसके बाद उसके कार्यालय में जाकर पता करने पर जानकारी मिली कि वे दोनों फ्रॉड हैं। जिसके बाद उसे एहसास हो गया कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है।

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मई में पकड़ाया था मुख्य आरोपी

महिला ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने मई 2025 में मुख्य आरोपी रंजित चौहान को गिरफ्तार कर लिया था। दूसरा आरोपी सुदीप मंडल फरार चल रहा था।

पांच प्वॉइंट में समझें पूरी खबर

1. 6 करोड़ के फर्जी प्रोजेक्ट का झांसा

रायगढ़ के दो युवकों ने नाबार्ड योजना के तहत 6 करोड़ का प्रोजेक्ट दिलाने का झांसा देकर महिला कारोबारी अनिता साहू से 50 लाख की ठगी की। इसके लिए फर्जी टेंडर और चेक दिखाए गए।

2. किश्तों में दिए 50 लाख रुपए

अनिता ने पहले 27 लाख रुपए बैंक खाते में ट्रांसफर किए और फिर 23 लाख कैश असीम कृपा फाउंडेशन के ऑफिस जाकर दिए। जब चेक से पैसे निकालने गई, तो पता चला कि खाता बंद था।

3. संपर्क टूटने पर हुआ शक

जब अनिता को दोनों आरोपियों से संपर्क नहीं हो पाया और FIR की जानकारी मिली, तब उसे ठगी का एहसास हुआ और उसने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

4. एक आरोपी पहले ही पकड़ा गया था

मामले के मुख्य आरोपी रंजीत चौहान को पुलिस ने मई 2025 में ही गिरफ्तार कर लिया था। जबकि दूसरा आरोपी सुदीप मंडल फरार था।

5. दूसरा आरोपी भी गिरफ्तार

पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर रायगढ़ से सुदीप मंडल को भी गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। दोनों आरोपी असीम कृपा फाउंडेशन के नाम से फर्जीवाड़ा कर रहे थे।

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रायगढ़ से फरार आरोपी गिरफ्तार

पुलिस मुखबिर के जरिए सुदीप की तलाश कर रही थी। पता चला कि, सुदीप रायगढ़ में है। जिसके बाद शुक्रवार की शाम को पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

FAQ

सवाल 1 : महिला से ठगी का मामला क्या है और यह कैसे हुआ?
जवाब: रायगढ़ में एक महिला अनिता साहू से नाबार्ड योजना के तहत 6 करोड़ का प्रोजेक्ट दिलाने का झांसा देकर दो लोगों ने 50 लाख रुपये की ठगी की। आरोपियों ने फर्जी टेंडर और चेक दिखाकर महिला का विश्वास जीता और किश्तों में 50 लाख रुपये ऐंठ लिए।
सवाल 2 : इस ठगी में कौन-कौन आरोपी हैं और उनकी क्या भूमिका रही?
जवाब: मुख्य आरोपी रंजीत चौहान और सह-आरोपी सुदीप मंडल हैं, जो "असीम कृपा फाउंडेशन" चलाते थे। रंजीत ने प्रोजेक्ट का लालच देकर फर्जी दस्तावेज दिखाए, और महिला से फाउंडेशन के नाम पर पैसे जमा कराए। सुदीप मंडल इस ठगी में उसका साथी था।
सवाल 3: पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की है?
जवाब: महिला की शिकायत पर चक्रधर नगर थाना पुलिस ने मई 2025 में मुख्य आरोपी रंजीत चौहान को गिरफ्तार किया था। सह-आरोपी सुदीप मंडल फरार था, जिसे पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर अगस्त 2025 में रायगढ़ से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

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