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Nagar Nigam Election Result 2025 : कांग्रेस पर बीजेपी सरकार एक और प्रहार करने की तैयारी कर रही है। नगर निगम में जिस तरह कांग्रेस की हार हुई है उसके बाद उसे एक और जोर का झटका लग सकता है। सभी नगर निगम में बीजेपी के मेयर हैं और नगर निगम परिषद भी उसी की बनी है। कांग्रेस के पार्षद कुछ जगह पर तो दहाई के अंक तक नहीं पहुंचे और कहीं पर बमुश्किल दो अंकों का आंकड़ा छू पाए हैं।
नगर निगम में भी बीजेपी अब मोदी फॉर्मूला लागू करने पर विचार कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह लोकसभा में कांग्रेस को घुटनों पर लेकर आए थे कुछ इसी तरह की रणनीति पर छत्तीसगढ़ बीजेपी विचार कर रही है। क्या है ये फॉर्मूला और क्या है बीजेपी की रणनीति, आइए आपको बताते हैं।
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ये है मोदी वाला फॉर्मूला
मोदी की गारंटी के बाद छत्तीसगढ़ में एक और मोदी फॉर्मूला लागू होने जा रहा है। यानी छत्तीसगढ़ में मोदी वाला फॉर्मूला ही चलेगा। जिस तरह केंद्र में पहली बार मोदी सरकार बनने के बाद नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी खाली रही थी यानी कांग्रेस के पास इतनी भी संख्या नहीं थी कि वो नेता प्रतिपक्ष बना सके। यही हाल कुछ छत्तीसगढ़ के नगर निगमों में हुआ है।
बीजेपी भी अब इस बात पर विचार कर रही है कि नगर निगम में भी नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी भी खाली रखी जाए। सभी दसों नगर निगम में बीजेपी के मेयर बने हैं और निगम परिषद भी बीजेपी की ही बनी है तो फिर फैसले तो मेयर और परिषद के ही चलेंगे। कुछ नगर निगम में छोड़ भी दिया जाए तो उन नगर निगमों में तो ये फॉर्मूला लागू हो ही सकता है जहां पर कांग्रेस दो अंकों में भी नहीं पहुंची।
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10 में बेदम कांग्रेस
कांग्रेस के हाथ से सभी दस नगर निगमों में मेयर की कुर्सी तो गई ही उसके पार्षद भी जीतकर नहीं आए। कांग्रेस के सामने अब नेता प्रतिपक्ष बनाने का भी टोटा पड़ गया है। तीन नगर निगम ऐसी हैं जहां पर पार्टी के पार्षदों को दो अंकों की संख्या भी नहीं मिल पाई। रायपुर में 70 में 7, राजनांदगांव में 51 में 8 और धमतरी में 40 में महज 8 पार्षद ही कांग्रेस के जीत सके हैं। जहां पर बमुश्किल दहाई अंक में पहुंचे हैं उनमें दुर्ग में 12, रायगढ़ में 12,कोरबा में 11 और चिरमिरी में 11 पार्षद शामिल हैं। ऐसे में बीजेपी विचार कर रही है कि यहां पर नेता प्रतिपक्ष न बनाया जाए तो कैसा रहेगा।
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कांग्रेस के पास नेता प्रतिपक्ष का टोटा
रायपुर - महापौर मीनल चौबे, पार्षद 70 बीजेपी 60 कांग्रेस 7
बिलासपुर - महापौर पूजा विधानी, पार्षद 70, बीजेपी 49, कांग्रेस 18
दुर्ग - महापौर अलका बाघमार, पार्षद 60, बीजेपी 40, कांग्रेस 12
राजनांदगांव - महापौर मधुसूदन यादव,पार्षद 51, बीजेपी 39,कांग्रेस 8
अंबिकापुर - महापौर मंजूषा भगत, पार्षद 48, बीजेपी 31, कांग्रेस 15
चिरमिरी - महापौर रामनरेश राय, पार्षद 40, बीजेपी 27, कांग्रेस 11
जगदलपुर - महापौर संजय पांडे, पार्षद 48, बीजेपी 30, कांग्रेस 16
रायगढ़ - महापौर जीवर्धन चौहान, पार्षद 48, बीजेपी 33, कांग्रेस 12
धमतरी - महापौर जगदीश रामू रोहरा, पार्षद 40, बीजेपी 27,कांग्रेस 8
कोरबा - महापौर संजू देवी राजपूत, पार्षद 67, बीजेपी 45,कांग्रेस 11
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नियम का कोई बंधन नहीं
नगर पालिक निगम अधिनियम में भी नेता प्रतिपक्ष बनाने का कोई बंधन भी नहीं है। नियम में ऐसी कोई संख्या नहीं दी गई है जिसके आधार पर नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सके। एक्ट में नेता प्रतिपक्ष जैसा कोई पद भी नहीं है। यह एक राजनीतिक पद है जिसे राजनीतिक दल अपने पार्षदों के लिए घोषित करते हैं। संवैधानिक रुप से इसकी कोई मान्यता नहीं है। प्रदेश में बीजेपी के मेयर हैं, बीजेपी की निगम परिषद है और बीजेपी की ही सरकार है। यही कारण है कि इस पर विचार किया जा रहा है।