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रायपुर : पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद ऑपरेशन सिंदूर के चलते पूरा देश गुस्से के साथ तनाव में भी था। इसका सबसे बड़ा असर रेलवे पर पड़ा है। जम्मू कश्मीर और उसकी कनेक्टिंग ट्रेनों में लगातार टिकट कैंसिल हो रहे हैं। ऐसे माहौल में लोग धरती के स्वर्ग कश्मीर नहीं जाना चाहते। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। इसके बाद युद्ध के हालात बन गए।
छत्तीसगढ़ के लोग अब लगातार टिकिट कैंसिल कराने में जुटे हुए हैं। अप्रैल के महीने के आखिरी सप्ताह में ही टिकिट के 63 लाख रुपए रेलवे को यात्रियों को लौटाने पड़े। इन दिनों टिकिट कराने से ज्यादा लोग टिकिट कैंसिल कराने के लिए रेलवे के टिकट काउंटर पर पहुंच रहे हैं। वहीं तुर्किये के लिए जाने वाले लोग भी अपने टूर पैकेज कैंसिल करा रहे है।
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रोजाना 3 लाख का रिफंड
पहलगाम आतंकी हमला,ऑपरेशन सिंदूर और युद्ध के बने हालातों का असर वैसे तो पूरे देश में है लेकिन हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ की। छत्तीसगढ़ में रेलवे पर इन हालातों का खासा असर देखा गया है। स्थिति यह है कि 22 अप्रैल के बाद से रेलवे रिजर्वेशन काउंटर से रोजाना 300 यात्री टिकट कैंसिल कराने पहुंच रहे हैं। रेलवे इन लोगों को रोजाना 2 से 3 लाख रुपए का रिफंड दे रही है।
हर साल गर्मी के सीजन में हिल स्टेशन खासतौर पर जम्मू कश्मीर जाने के लिए यात्रियों में होड़ लगी रहती थी और स्थिति यह होती थी कि इन दिनों गाड़ियों में लंबी वेटिंग चलती थी। मार्च में भी यही ट्रेंड रहा। लेकिन पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पूरी स्थिति ही बदल गई। लोग टिकट कंफर्म कराने की बजाय रोजना टिकट रद्द कराने के लिए पहुंच रहे हैं।
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एक सप्ताह में 63 लाख का रिफंड
यात्रियों के बीच अनिश्चितता और असुरक्षा का माहौल है। जिसके चलते बड़ी संख्या में लोग यात्रा रद्द कर रहे हैं। रेलवे के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल महीने में ही यात्रियों के टिकट रद्द कराने के कारण 63 लाख रुपए से ज्यादा का रिफंड जारी किया गया। यानी 22 अप्रैल के बाद एक सप्ताह में ही 63 लाख रुपए की यात्रा रद्द हो गई। रायपुर रिजर्वेशन काउंटर पर 2 लाख रुपए का रिफंड किया जा रहा है।
इसके अलावा जम्मू कश्मीर या सीमावर्ती राज्यों के लिए कोई नए टिकट नहीं लिए गए। यह स्थिति बताती है कि लोगों के मन में अभी भी असुरक्षा की आशंका बनी हुई है। रेलवे प्रशासन कहता है कि लोगों के मन में डर का माहौल है इसीलिए लोग अपनी यात्रा रद्द कर रहे हैं। ज्यादातर जम्मू कश्मीर जाने वाली या उसकी कनेक्टिंग ट्रेन के टिकट रद्द किए जा रहे हैं।
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जम्मू-कश्मीर के लिए क्रेजी हैं छत्तीसगढ़िया
जम्मू-कश्मीर जाने के लिए छत्तीसगढ़ के लोग बहुत क्रेजी हैं। 2024 में मार्च अप्रैल में जम्मू कश्मीर जाने के लिए 10 हजार से ज्यादा लोगों ने अपनी टिकट बुक कराई थी। खासतौर पर धारा 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में पर्यटन काफी बढ़ गया था। रेलवे के अधिकारियों की मानें तो 370 हटने के बाद ही इस रुट में सबसे ज्यादा टिकट की बुकिंग हो रही थी।
इस साल भी ऐसा ही माहौल था। लेकिन 22 अप्रैल के बाद सब बदल गया। रायपुर से जम्मू जाने के लिए दुर्ग-उधमपुर एक्सप्रेस है। इस ट्रेन में सीट पाने के लिए लोगों को महीनों पहले रिजर्वेशन कराना पड़ता है। लेकिन अब टिकट कैंसिल होने के कारण इन गाड़ियों में बर्थ मिलने लगी हैं।
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तुर्किये के पैकेज भी कैंसिल
छत्तीसगढ़ के लोग हर साल तुर्किये की पर्यटन यात्रा भी करते हैं। अब तेजी से ये टूर पैकेज कैंसिल हो रहे हैं। बीते दो महीने में 30 से ज्यादा हवाई पैकेज बुक हुए थे। इनमें से ज्यादातर कैंसिल हो चुके हैं। इनमें एयर टिकट और होटल की बुकिंग भी शामिल है। टूर एंड ट्रेवल एजेंसियों के मुताबिक हर साल 500-1000 लोग तुर्किये की यात्रा करते हैं।
इस बार भी तुर्किये के टूर पैकेज बुक हुए थे जो कि अब लगातार कैंसिल हो रहे हैं। हालिया हालात के बाद संबंधित लोगों की आवाजाही तुर्किये के सराफा कारोबारी व मजहबी कार्यों से है लेकिन वो भी पर्यटक तुर्किये जाने से परहेज कर रहे हैं। इनमें व्यापारी भी शामिल हैं। एक ट्रेवल एजेंसी के मुताबिक, गर्मियों की छुट्टियों में अब तुर्किये जाने के बजाय लोग यूरोप के पैकेज बुक करवा रहे हैं और अब वहां की संख्या तेजी से बढ़ रही।
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