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Raipur. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हालिया रिपोर्ट ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को सुर्खियों में ला दिया है। ईडी द्वारा देशभर में की गई छापेमारी और जांच कार्रवाई के आंकड़ों में रायपुर देश में सबसे आगे निकला है। ईडी ने सायबर क्राइम में मनीलान्ड्रिंग को लेकर देशभर में अभियान छेड़ा है। इस अभियान में महादेव सट्टा एप में हुई मनी लांड्रिंग ने रायपुर को अव्वल बना दिया है।
ईडी ने अब तक रायपुर में करीब 8,000 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग के मामले उजागर किए हैं। यह आंकड़ा मुंबई , दिल्ली और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों से भी ज्यादा है। रायपुर देश भर में ईडी की कार्रवाई में टॉप पर पहुंच गया है।
8 हजार करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग :
छत्तीसगढ़ वैसे तो छोटा राज्य है लेकिन घोटालों के मामले में बहुत आगे निकल गया है। यह घोटाले पिछली भूपेश सरकार में हुए हैं। छत्तीसगढ़ में ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों की लगातार कार्यवाही हो रही है। ईडी ने ऑनलाइन गेमिंग, सायबर क्राइम में हो रही मनी लांड्रिंग के खिलाफ पूरे देश में अभियान छेड़ा है।
रायपुर के महादेव सट्टा एप ने सबको पीछे छोड़ दिया है। इस मामले में रायपुर, मुंबई,दिल्ली और हैदराबाद जैसे बड़े महानगरों से आगे निकल गया है। ईडी ने महादेव सट्टा एप में ही 8 हजार करोड़ की मनी लांड्रिंग का खुलासा किया है। महादेव सट्टा एप को लेकर सीबीआई भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कुछ आईपीएस अफसरों के घर में भी छापमारी कर चुकी है।
महादेव सट्टा एप चुनाव के समय सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा है। यह मामला विधानसभा से लेकर संसद तक में उठ चुका है। इस मामले में भूपेश बघेल पर आरोप लगते रहे हैं। हालांकि भूपेश बघेल कहते रहे हैं कि उन्होंने ही महादेव सट्टा एप के खिलाफ कार्यवाही की है जबकि बीजेपी सरकार में यह सट्टा खुलेआम चल रहा है।
दिल्ली-मुंबई से आगे रायपुर :
ईडी ने अब तक रायपुर में करीब 8,000 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग के मामला उजागर किया है।
- मुंबई में 6,000 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग हुई।
- दिल्ली में 5,300 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग
- हैदराबाद में 2,600 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग
महादेव सट्टा एप में हुई कार्रवाई :
- इस मामले में 160 से ज्यादा जगहों पर छापे मारे गए।
- 19 करोड़ रुपए कैश जब्त किए गए।
- 17 करोड़ रुपए के कीमत जेवर व संपत्ति बरामद
- 2311 करोड़ रुपए फ्रीज किए गए
- 13 गिरफ्तारियां हुईं।
मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर और उसके साथी के यूएई से प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जारी
रायपुर बना ईडी की कार्रवाई का हॉट स्पॉट :
जानकारी के मुताबिक 2020 से अब तक ईडी ने देशभर में करीब 28,000 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की जांच की है। जिनमें रायपुर सबसे ज्यादा चर्चित रहा। इस मामले में कई हाई-प्रोफाइल आरोपी हैं, जिन पर करोड़ों की हेराफेरी और अवैध लेनदेन के आरोप हैं। रायपुर में चले महादेव सट्टा एप घोटाले ने ईडी की जांच को नई दिशा दी।
यह मामला इतना बड़ा साबित हुआ कि दिल्ली, मुंबई और दुबई तक इसकी गूंज सुनाई दी। ईडी अधिकारियों के मुताबिक रायपुर अब मनी लॉन्ड्रिंग जांच में देश के प्रमुख केंद्रों में गिना जा रहा है। यहां की कार्रवाई ने न केवल राज्य बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी नए मानक स्थापित किए हैं। ईडी के मुताबिक रायपुर में मनी लॉन्ड्रिंग के ऐसे नेटवर्क सामने आए हैं, जो देशभर के बड़े शहरों से जुड़े हुए हैं।
महादेव एप जैसे केसों ने जांच एजेंसी के काम का दायरा बढ़ा दिया है। रायपुर अब सिर्फ छत्तीसगढ़ की राजधानी नहीं, बल्कि ईडी की कार्रवाई का ‘हॉटस्पॉट’ बन चुका है। देशभर में जहां आर्थिक अपराधों के कई शहर सामने आए, वहीं रायपुर ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सबको पीछे छोड़ दिया।