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एक कंपनी ने अच्छी रिटर्न का झांसा देकर लोगों का दिवालिया निकाल दिया। निवेश के बहाने कंपनी लोगों से पैसे वसूलती रही। इस झांसे में आकर कई लोगों के करोड़ों रुपए बर्बाद हो गए। दरअसल, सैनलुकर नाम की एक कंपनी ने कई लोगों से फ्रॉड कर दिया। कंपनी ने विदेशी और 35 देशों में कारोबार चलने का झांसा लोगों को दिया। साथी ही अपनी कंपनी को यूरोप में नामी कंपनी बताया।
शातिर की बातों का भरोसा करके लोग धीरे-धीरे कंपनी से जुड़ने लगे। इसके बाद शातिर ने कोई भी जवाब देना बंद कर दिया। जब लोगों को ठगी का एहसास हुआ तो इसकी थाने में शिकायत दर्ज करवाई। मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि इस झांसे में हजारों लोगों ने अपने करोड़ों रुपए गंवा दिए।
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ऐसे की ठगी
यह पूरा मामला कोरिया और मनेन्द्रगढ़ जिले का है। यहां हजारों लोग ऐप के माध्यम से निवेश कर ठगी के शिकार हो गए। सैनलुकर कंपनी के ऐप में क्षेत्र के हजारों लोगों ने पैसे निवेश किया। शुरुआत में उन्हें अच्छा रिटर्न मिला तो निवेश की राशि बढ़ा दी। अब ऐप बंद होने से लोगों के हजारों से लेकर लाखों रुपए तक फंस गए हैं।
मामले में पीड़ित लोगों ने बैकुंठपुर के एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। लोगों ने पुलिस को बताया कि 10 करोड़ से ज्यादा कि ठगी की गई है। शिकायत में पीड़ितों ने बताया कि कैथरीन नाम की महिला निवेशकों को जवाब भी देती थी। लेकिन जब उनके पैसे फंसे तो महिला गायब है।
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कोरिया और एमसीबी जिले में सेनलुकर कंपनी का ठगी का कारोबार व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से किया गया। निवेशकों को बताया गया कि 35 से अधिक देशों में कारोबार करने वाली सेनलुकर कंपनी में निवेश करने से अच्छा रिटर्न मिलेगा। व्हाट्सएप के माध्यम से ही लोगों को एपीके लिंग भेजे गए और ऐप डाउनलोड कराया गया। मेंबर्स को कंपनी के व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया। दो ग्रुपों में दोनों जिलों के करीब 1500 से अधिक सदस्य थे।
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ऐसे फंसे लोग
कंपनी ने शुरुआत में सदस्यता के लिए 550 रुपए लिए। प्रतिदिन राशि रिटर्न के रूप में दी गई। अच्छा रिटर्न मिलने पर लोगों ने तीन हजार, 7 हजार, 10 हजार, 17 हजार और 25 हजार रुपए के स्कीम में निवेश करते गए। अधिकांश निवेशकों ने एक लाख रुपए या इससे ज्यादा की राशि निवेश की है।
कंपनी के टीम लीडर लेते थे ऑनलाइन मीटिंग
निवेशक गौरव जायसवाल और दासन सिंह ने बताया कि कंपनी के टीम लीडर ऑनलाइन मीटिंग लेते थे और ज्यादा निवेश करने के लिए कहते थे। कंपनी का संचालक कैथरीन नामक महिला को बताया गया है, जो निवेशकों को जवाब भी देती थी।
ऐप से पैसों की निकासी बंद होने पर इसकी शिकायत की गई तो कैथरीन ने कहा कि क्रिसमस और छुट्टियों के कारण यह स्थिति बनी है। छुट्टियां समाप्त होने के बाद निकासी हो जाएगी।
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