10वीं - 12वीं के फर्स्ट एग्जाम में अबसेंट रहने वाले स्टूडेंट्स फिर से दे सकेंगे एग्जाम
दसवीं-बारहवीं सीजी बोर्ड की द्वितीय परीक्षा जुलाई में होगी। इसमें वे छात्र भी शामिल हो सकेंगे, जिन्होंने प्रथम परीक्षा के लिए आवेदन किया था लेकिन वे अनुपस्थित थे।
दसवीं-बारहवीं सीजी बोर्ड की द्वितीय परीक्षा जुलाई में होगी। इसमें वे छात्र भी शामिल हो सकेंगे, जिन्होंने प्रथम परीक्षा के लिए आवेदन किया था लेकिन वे अनुपस्थित थे। फेल हुए छात्रों के अलावा जो पास हो चुके हैं वे भी श्रेणी सुधार के लिए दोबारा परीक्षा दे सकते हैं। द्वितीय बोर्ड परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
इसे लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल से तैयारी की जा रही है। दसवीं की परीक्षा में 328716 छात्रों ने आवेदन किया था। 323094 परीक्षा में शामिल हुए थे। जबकि 5622 अनुपस्थित थे। 76.53 प्रतिशत छात्र पास हुए। इसी तरह बारहवीं की परीक्षा के लिए 240422 ने फॉर्म भरा था। 238626 परीक्षा में शामिल हुए। 1796 अनुपस्थित थे। रिजल्ट 81.87 प्रतिशत रहा। अब द्वितीय परीक्षा की तैयारी की जा रही है।
अधिकारियों का कहना है कि पहली परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले सभी छात्र इसमें शामिल हो सकते हैं। पिछली बार की द्वितीय बोर्ड परीक्षा में करीब 82 हजार छात्र शामिल हुए थे। उसमें से कई ऐसे थे जिन्हें पहली परीक्षा में 60 प्रतिशत से अधिक नंबर मिले थे। गौरतलब है कि सीजी बोर्ड के तहत दसवीं-बारहवीं की परीक्षा साल में दो बार हो रही है। पहली परीक्षा मार्च में और दूसरी जुलाई में। यह व्यवस्था पिछले साल से लागू है। पूरक परीक्षा नहीं होगी। इसकी जगह द्वितीय परीक्षा हो रही है।
सीजी बोर्ड की द्वितीय परीक्षा कब आयोजित की जाएगी और इसमें कौन-कौन से छात्र शामिल हो सकते हैं?
सीजी बोर्ड की द्वितीय परीक्षा जुलाई में आयोजित की जाएगी। इसमें वे सभी छात्र शामिल हो सकते हैं जिन्होंने पहली परीक्षा के लिए आवेदन किया था—चाहे वे अनुपस्थित रहे हों, फेल हो गए हों, या पास होकर श्रेणी सुधार (ग्रेड इंप्रूवमेंट) करना चाहते हों।
दसवीं और बारहवीं की प्रथम परीक्षा में कितने छात्र अनुपस्थित थे?
दसवीं की परीक्षा में 5622 छात्र अनुपस्थित थे, जबकि बारहवीं की परीक्षा में 1796 छात्र अनुपस्थित थे।
द्वितीय परीक्षा की व्यवस्था क्यों की गई है और यह पूरक परीक्षा से कैसे अलग है?
द्वितीय परीक्षा की व्यवस्था छात्रों को साल में दो बार अवसर देने के लिए की गई है—मार्च में पहली परीक्षा और जुलाई में दूसरी। यह पूरक परीक्षा की जगह लागू की गई है। इसमें फेल, अनुपस्थित, या ग्रेड सुधार के इच्छुक सभी छात्र भाग ले सकते हैं, जबकि पूरक परीक्षा केवल फेल छात्रों के लिए होती थी।