रायपुर. एक ओर सरकार शिक्षा व्यवस्था सुधारने पर जोर दे रही है, वहीं दूसरी और कुछ शिक्षक ही व्यवस्था बिगाड़ने के काम में लगे हुए हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया संभाग आयुक्त के निरीक्षण के दौरान। कमिश्नर जब स्कूल में निरीक्षण के लिए पहुंचे तो प्रधान पाठिका और 6 शिक्षक ड्यूटी से गायब थे। कमिश्नर ने इन सभी को सस्पेंड कर दिया है। कहां का है, ये मामला आइए आपको बताते हैं विस्तार से।
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20-20 हजार लेने की शिकायत
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार संभाग आयुक्त सत्यनारायण राठौर ने के पास दुर्ग निवासी महावीर जैन ने एक शिकायत की थी। इस शिकायत में बताया गया था कि महात्मा गांधी शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में वहां की प्रधान पाठिका और शिक्षकों की ओर से कार्य में लापरवाही बरती जा रही है। वहां स्कूल में दर्ज छात्रों की संख्या के अनुपात में काफी अधिक शिक्षक हैं। इसका फायदा उठाकर प्रधान पाठिका शायना परवीन खान और कई शिक्षक बहुत-बहुत दिनों तक स्कूल नहीं आते हैं। जैन ने इसके साथ ही शिक्षा विभाग के अफसरों पर 20-20 हजार रुपये लेकर प्रधान पाठिका और शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप भी लगाया था। इसके बाद कमिश्नर और डिप्टी कमिश्नर दुर्ग संभाग, संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग दुर्ग को मिलाकर एक ज्वाइंट टीम गठित की गई। दोनों अधिकारियों की टीम ने महात्मा गांधी शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया।
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यह मिला निरीक्षण में
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जांच टीम ने निरीक्षण के दौरान पाया कि स्कूल में पदस्थ 11 शिक्षकों में से 6 अनुपस्थित थे। शिक्षकों के गायब रहने की वजह से स्कूल में छात्र भी पढ़ने नहीं आ रहे हैं। स्कूल में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या 94 है, लेकिन वहां मात्र 62 विद्यार्थी ही उपस्थित पाए गए। 32 विद्यार्थी स्कूल नहीं आए थे। निरीक्षण के दौरान नदारद मिली प्रधान पाठिका और 6 शिक्षकों को संभागीय कमिश्नर ने किया सस्पेंड कर दिया। head teacher | teachers | school | suspend