BHOPAL. लोकसभा चुनाव 2024 ( Lok sabha election 2024 ) के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी कर दी है। इनमें से 12 नाम एमपी से हैं। यानी मप्र में 22 सीटों पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार उतार चुकी है। बची हुई सात सीटों में से 6 पर नाम आना बाकी हैं, जबकि 7वीं सीट खजुराहो पर सपा से नाम घोषित किया जाएगा। यह सीट कांग्रेस ने सपा को दी है। देर रात जारी हुई सूची में राजगढ़ से पूर्व सीएम दिग्विजय ( Digvijay Singh ) को टिकट दिया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ( Kantilal Bhuria ) को रतलाम सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। गुना और विदिशा समेत 6 लोकसभा सीट फिलहाल होल्ड पर हैं। बड़े नाम में दिग्विजय सिंह को राजगढ़ से उतारा गया है। वे 33 साल बाद इस सीट से चुनाव लड़ेंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव में दिग्विजय सिंह भोपाल लोकसभा सीट से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ( Pragya Thakur ) के खिलाफ चुनाव लड़े थे, मगर वो यहां से चुनाव हार गए थे।
पहले जानिए अब कौन- किसके सामने
NO |
LOK SABHA |
BJP |
INC |
1 |
बालाघाट |
डॉ भारती पारधी- F |
सम्राट सारस्वत |
2 |
रतलाम- ST |
अनिता चौहान -F |
कांतिलाल भूरिया |
3 |
धार- ST |
सावित्री ठाकुर |
राधेश्याम मुवेल |
4 |
उज्जैन- SC |
अनिल फिरोजिया |
महेश परमार |
5 |
मंदसौर |
सुधीर गुप्ता |
दिलीप सिंह गुर्जर |
6 |
मण्डला - ST |
फग्गन सिंह कुलस्ते |
ओंकार सिंह मरकाम |
7 |
टीकमगढ़- SC |
वीरेन्द्र कुमार खटीक |
पंकज अहिरवार |
8 |
इन्दौर |
शंकर ललवानी |
अक्षय कांति बम |
9 |
रीवा |
जर्नादन मिश्र |
नीलम मिश्रा- F |
10 |
राजगढ़ |
रोडमल नागर |
दिग्विजय सिंह |
11 |
छिंदवाड़ा |
विवेक बंटी साहू |
नकुलनाथ |
12 |
खरगोन- ST |
गजेंद्र पटेल |
पोरलाल खरते |
13 |
भिंड- SC |
संध्या राय -F |
फूल सिंह बरैया |
14 |
सीधी |
डॉ. राजेश मिश्रा |
कमलेश्वर पटेल |
15 |
होशंगाबाद |
दर्शन सिंह चौधरी |
संजय शर्मा |
16 |
जबलपुर |
आशीष दुबे |
दिनेश यादव |
17 |
बैतूल- ST |
दुर्गादास उइके |
रामू टेकाम |
18 |
सतना |
गणेश सिंह |
सिद्धार्थ कुशवाह |
19 |
सागर |
लता वानखेड़े -F |
गुड्डू राजा बुंदेला |
20 |
शहडोल- ST |
हिमाद्री सिंह -F |
फुन्देलाल मार्को |
21 |
देवास- SC |
महेंद्र सिंह सोलंकी |
राजेंद्र मालवीय |
22 |
भोपाल |
आलोक शर्मा |
अरुण श्रीवास्तव |
इन सात सीटों पर नाम आना बाकी |
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23 |
गुना |
ज्योतिरादित्य सिंधिया |
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24 |
खंडवा |
ज्ञानेश्वर पाटिल |
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25 |
खजुराहो |
वीडी शर्मा |
कांग्रेस ने यह सीट सपा को दी है… |
26 |
ग्वालियर |
भारत सिंह कुशवाहा |
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27 |
दमोह |
राहुल लोधी |
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28 |
मुरैना |
शिवमंगल सिंह तोमर |
|
29 |
विदिशा |
शिवराज सिंह चौहान |
मध्यप्रदेश से कांग्रेस ने इनको उतारा चुनावी मैदान पर
सागर से गुड्डू राजा बुंदेला- झांसी-ललितपुर के पूर्व सांसद सुजान सिंह बुंदेला के बेटे चंद्रभूषण सिंह उर्फ गुड्डू राजा को कांग्रेस ने सागर से टिकट दिया है। गुड्डू राजा बुंदेला बसपा छोड़ पिछले साल कांग्रेस में शामिल हुए थे। उनको पार्टी ने कांग्रेस का प्रदेश महामंत्री बनाया है। बुंदेलखंड की राजनीति में बुंदेला परिवार का दबदबा रहा है।
रीवा से नीलम मिश्रा- यहां से कांग्रेस ने नीलम मिश्रा को टिकट दिया है। नीलम मिश्रा भाजपा से विधायक रह चुकी हैं। अभी उनके पति कांग्रेस के टिकट पर सिमरिया से विधायक हैं। यहां पर बीजेपी ने दो बार के सांसद जनार्दन मिश्र को प्रत्याशी बनाया है।
शहडोल से फुन्देलाल मार्को- शहडोल लोकसभा सीट से फुंदेलाल मार्को तीसरे बार के विधायक हैं। वे आदिवासियों के बड़े नेता हैं। उनकी ताकत जमीनी और जनता से जुड़ा होना है। वे अधिकतर अपने बयानों से सुर्खियों में रहते हैं। बीजेपी ने शहडोल से सांसद हिमाद्री सिंह पर दोबारा भरोसा जताया है।
जबलपुर से दिनेश यादव- यहां से कांग्रेस ने 10 साल से जबलपुर जिला अध्यक्ष दिनेश यादव को प्रत्याशी बनाया है। यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं। जबलपुर में कांग्रेस को बड़ा चेहरा हैं। पार्षद रह चुके हैं। पीसीसी के महामंत्री भी रहे हैं। वहीं, यहां से बीजेपी ने आशीष सिंह को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से सांसद राकेश सिंह को विधानसभा का चुनाव लड़ाया। जिसके बाद राकेश सिंह ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
बालाघाट से सम्राट सारस्वत- कांग्रेस ने युवा नेता सम्राट सारस्वत को प्रत्याशी बनाया है। सम्राट जिला पंचायत बालाघाट के अध्यक्ष हैं। वे पूर्व विधायक अशोक सारस्वत के बेटे हैं। राजपूत समाज से आते हैं। क्षेत्र में सक्रिय हैं। यहां से बीजेपी ने बालाघाट से सांसद डॉ. ढाल सिंह बिसेन का टिकट काटकर पार्षद भारती पारधी को दिया है।
होशंगाबाद ( नर्मदापुरम ) से संजय शर्मा- तेंदूखेड़ा से पूर्व विधायक संजय (संजू) शर्मा लंबे समय से नर्मदापुरम में काम कर रहे हैं। कमलनाथ के करीबी शर्मा का नर्मदपुरम सीट पर अच्छा प्रभाव और समर्थक वर्ग है। यहां पर बीजेपी ने किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन सिंह को बनाया है।
भोपाल से अरुण श्रीवास्तव- यहां से भोपाल जिला ग्रामीण के अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव को प्रत्याशी बनाया गया है। मध्य प्रदेश की पहली महिला जिला पंचायत अध्यक्ष भोपाल विमला श्रीवास्तव के बेटे हैं। पुराने कांग्रेसी हैं और ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादा सक्रिय हैं। बीजेपी ने पूर्व महापौर आलोक शर्मा को टिकट दिया है।
राजगढ़ से दिग्विजय सिंह- कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को टिकट दिया है। दिग्विजय सिंह राजगढ़ से दो बार सांसद रह चुके हैं। वे 33 साल बाद राजगढ़ से चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी ने यहां से दो बार के सांसद रोडमल नागर को प्रत्याशी बनाया है।
उज्जैन से महेश परमार- कांग्रेस ने तराना से दूसरी बार के विधायक महेश परमार को अपना प्रत्याशी बनाया है। परमार छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हैं। वे उज्जैन महापौर का चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि उनको हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, बीजेपी ने यहां से सांसद अनिल फिरोजिया को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
मंदसौर से दिलीप सिंह गुर्जर- कांग्रेस ने नागदा से पांच बार के विधायक दिलीप सिंह गुर्जर को टिकट दिया है। दिलीप सिंह गुर्जर 2023 का चुनाव हार गए। ओबीसी चेहरा हैं। यहां से बीजेपी ने सांसद सुधीर गुप्ता को ही प्रत्याशी बनाया है।
रतलाम से कांतिलाल भूरिया- कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और आदिवासी वर्ग के बड़े नेता कांतिलाल भूरिया को प्रत्याशी बनाया है। बता दें राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समय ही भूरिया ने रतलाम से चुनाव लड़ने के संकेत दे दिए थे। इस सीट से भूरिया पांच बार सांसद रह चुके हैं। यहां पर बीजेपी ने मौजूदा सांसद गुमान सिंह डामोर का टिकट काटकर अनिता नागर सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया है।
इंदौर से अक्षय कांति बम- कांग्रेस ने अक्षय कांति बम को अपना प्रत्याशी बनाया है। अक्षय का नाम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ही आगे बढ़ाया है। अक्षय कांति बम आर्थिक रूप से सक्षम हैं। युवा नेता के रूप में उनकी पहचान है। वे जैन समाज से आते हैं ऐसे में जैन समाज का उनको समर्थन मिलता है। वहीं, बीजेपी ने वर्तमान सांसद शंकर लालवानी को ही मैदान में उतारा है।
राजगढ़ लोकसभा सीट है दिग्विजय सिंह का गढ़
कांग्रेस ने राजगढ़ से दिग्विजय सिंह ( Digvijay Singh ) को उम्मीदवार बनाया है। यह उनकी परंपरागत सीट है। दिग्विजय सिंह 2 बार राजगढ़ से लोकसभा सांसद रह चुके हैं। राजगढ़ से दिग्विजय सिंह 1984 और 1991 में लोकसभा सांसद चुने जा चुके हैं। साल 1993 में दिग्विजय सिंह जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए तो फिर 1994 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ और दिग्विजय के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह यहां से सांसद बने। हालांकि, बाद में उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ली और 2004 का लोकसभा चुनाव जीता लेकिन 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी नारायण सिंह से हार का मुंह देखना पड़ा। नारायण सिंह को दिग्विजय सिंह का करीबी माना जाता है। साल 2014 और 2019 में बीजेपी के रोडमल नागर ने यहां से लगातार दो बार जीत दर्ज की है और इस बार भी बीजेपी ने उन्हें उम्मीदवार घोषित किया है। दिग्विजय सिंह का नाम घोषित होने के बाद राजगढ़ सीट पर मुकाबला रोमांचक होने के आसार है।
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