/sootr/media/media_files/2025/07/08/bargi-dam-17-gates-2025-07-08-22-20-24.jpg)
मध्य प्रदेश की नर्मदा नदी पर बने बरगी बांध से इस मानसून सीज़न की सबसे बड़ी जल निकासी हुई है। मंगलवार शाम 6 बजे चार और गेट खोले गए, जिससे कुल 17 जलद्वारों से पानी छोड़ा जा रहा है। बरगी बांध में कुल 21 गेट हैं।
जुलाई महीने के अंत तक 17 से 21 गेट खोलने की आवश्यकता होती है। अभी जुलाई की शुरुआत में जल निकासी 2 लाख 92 हजार 515 क्यूसेक (8283 क्यूमेक) हो गई है। इससे नर्मदा नदी का जलस्तर निचले क्षेत्रों में 8 से 10 फीट तक बढ़ सकता है।
ये खबर भी पढ़िए...एमपी में बाढ़ का तांडव, नर्मदा और अन्य नदियां खतरे के निशान से ऊपर
लगातार बढ़ रहा जलस्तर
बरगी बांध के कार्यपालन यंत्री राजेश सिंह ने बताया कि बांध के कैचमेंट क्षेत्र में भारी बारिश के कारण जलभराव तेजी से हो रहा है। मंगलवार शाम 5 बजे बांध का जलस्तर 419.50 मीटर रिकॉर्ड किया गया। प्रति सेकंड 2 लाख 84 हजार 392 क्यूसेक पानी बांध में प्रवेश कर रहा था। बरगी बांध का पूर्ण जलभराव स्तर 422.76 मीटर है, जबकि 31 जुलाई तक इसे 417.50 मीटर तक सीमित रखने का प्रस्ताव है।
ये खबर भी पढ़िए...MP Weather Update: मध्यप्रदेश के इन 13 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें आज का मौसम
9 से 17 तक पहुंचे खुले गेट
इस मानसून में बरगी बांध के गेट पहली बार 6 जुलाई को दोपहर 12 बजे खोले गए थे। तब 9 गेटों से 52 हजार 195 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। अगले दिन 7 जुलाई को चार और गेट खोले गए, जिससे पानी की निकासी बढ़कर 1 लाख 78 हजार 023 क्यूसेक हो गई। 8 जुलाई को फिर चार गेट खोलकर कुल 17 गेट खोल दिए गए हैं। इससे यह साफ है कि पानी की आवक तेजी से बढ़ रही है।
गेटों की ऊंचाई और जलनिकासी योजना
वर्तमान में 17 में से अधिकांश गेट 3.82 मीटर औसत ऊंचाई तक खोले गए हैं। गेट क्रमांक 8 से 14 तक 5-5 मीटर, गेट क्रमांक 6, 7, 15 और 16 4-4 मीटर, गेट 4, 5, 17 और 18 3-3 मीटर, तथा गेट 3 और 19 1-1 मीटर तक खोले गए हैं। इसके अलावा जल विद्युत संयंत्र से 3,320 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
ये खबर भी पढ़िए...शहीद ASP आकाश राव केस में बड़ी सफलता: IED ब्लास्ट में शामिल एक नक्सली गिरफ्तार
खतरे की आशंका
बांध के निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए बाढ़ नियंत्रण कक्ष के प्रभारी आर.आर. रोहित ने नर्मदा नदी के किनारे रहने वाले नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने नागरिकों से घाटों से दूर रहने को कहा है। जलस्तर में अचानक वृद्धि हो सकती है, जिससे जनहानि की आशंका बनी हुई है।
नर्मदा घाटों पर प्रशासन अलर्ट
निचले क्षेत्रों में प्रशासन को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। नगर निगम, जल संसाधन विभाग और आपदा प्रबंधन दलों को सतर्क किया गया है। जनसंपर्क विभाग, नर्मदा घाटों के स्थानीय पुजारी, और घाट समितियों के माध्यम से लोगों को चेताया जा रहा है।
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢 🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧