रायपुर. विद्यासागर महाराज के अंतिम दर्शन के लिए एमपी के सतना से छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जा रहे तीन लोग सड़क हादसे का शिकार हो गए। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के अनुसार यह हादसा सालेकसा महाराष्ट्र के पास हुआ है। पानगांव मुंडीपार के बीच गाड़ी अनियंत्रित होकर नहर में जा घुसी। घटना में आशीष जैन, जितेंद्र जैन और एक अन्य की मौत होने की जानकारी है।
जैन आचार्य विद्यासागर महाराज ने ली समाधि, चंद्रगिरी पर्वत पर त्यागा शरीर
जैन समाज के लोगों का जुटना शुरू
आचार्य विद्यासागर ने ली समाधि, जानें जन्म- मरण से मुक्त करने वाली सल्लेखना क्या होती है
ज्ञात हो कि दिंगबर जैन मुनि संत परंपरा के आचार्य विद्यासागर महाराज (Jain Acharya Vidyasagar) ने छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरि तीर्थ में 3 दिन के उपवास के बाद अपना शरीर त्याग दिया(Jain Acharya Vidyasagar passes away)। संत के शरीर त्यागने का पता चलते ही जैन समाज के लोगों का जुटना शुरू हो गया। उनका अंतिम संस्कार आज 18 फरवरी, रविवार को किया गया। इस बीच खबरें है कि समयसागर महाराज अगले आचार्य होंगे। समयसागर, विद्यासागर(Samaysagar Maharaj next Acharya) महाराज के प्रथम शिष्य हैं।
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यह होती है सल्लेखना
तीन दिन उपवास के बाद आचार्य विद्यासागर महाराज ने शरीर त्याग दिया। इस बीच सल्लेखना(Sallekhana) शब्द काफी चर्चा में आ रहा है। ज्ञात हो कि सल्लेखना (what is Sallekhana)जैन धर्म में एक महत्वपूर्ण प्रथा है, जो मृत्यु को स्वीकार करने और आत्मा की मुक्ति के लिए तैयारी करने का एक तरीका है। इसे संथारा भी कहा जाता है। यह एक स्वैच्छिक उपवास है जिसमें व्यक्ति धीरे-धीरे भोजन और पानी का त्याग कर देता है, जिससे मृत्यु धीरे-धीरे होती है(Sallekhana In Jainism)। pay their last respects
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