/sootr/media/media_files/2025/01/05/CjwtntCc7pWcZFwUYVza.jpg)
जबलपुर में बीते महीनों में लगभग 32 लाख रुपए के मुद्रा लोन का फर्जीवाड़े का मामला उजागर हुआ था। जिसमें 'द सूत्र' ने खुलासा करते हुए इस फर्जीवाड़े के मास्टर माइंड पर कार्यवाही नहीं होने में पुलिस और बैंक की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। जिसके बाद देर सही पर अब पीड़ितों को इंसाफ की आस नज़र आ रही है क्योंकि पुलिस ने आरोपी पर मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।
सुमित पांडे के इशारों पर बैंक देते हैं मुद्रा लोन, बैंकों और पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
मुद्रा लोन दिलाने का झांसा देकर फर्जीवाड़ा
जबलपुर के अधारताल थाना क्षेत्र अंतर्गत आरोपी सुमित पांडे ने दो व्यक्तियों को व्यवसाय के लिए लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी का शिकार बना लिया। उसने पीड़ितों से जरूरी दस्तावेज लेकर उनके नाम पर लोन स्वीकृत करवाकर लोन की रकम को अपने फर्म के खाते में ट्रांसफर करवाकर आरोपी सुमित पांडे ने 24 लाख रुपए हड़प लिए। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने फर्जी कंपनी मालिक सुमित पांडे के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
इंदौर में 1.35 करोड़ घोटाले की जांच दबाने पंजीयन DIG मोरे का ट्रांसफर
'द सूत्र' ने किया था 32 लाख के फर्जीवाड़े का खुलासा
'द सूत्र' के पास तीन शिकायत पहुंची थी जिसकी जांच के बाद खुलासा हुआ कि आरोपी सुमित पांडे पीड़ितों से उनके दस्तावेजों को लेकर लोन फाइनेंस करवाकर अपनी फर्म क्रिस्टल डील ऑफ सॉल्यूशन के खाते में लोन की रकम को ट्रांसफर करवाता था। सुमित पांडेय ने ग्वारीघाट निवासी कमल गढ़वाल को टेंट का व्यवसाय शुरू करवाने के लिए मुद्रा लोन दिलाने का झांसा देकर पाटन के यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया से 13 लाख 60 हजार का लोन फाइनेंस करवा कर अपनी कंपनी के खाते में ट्रांसफर कर लिए थे।
सुमित ने कमल को भरोसा दिलाया था कि पैसा मिलने के बाद लोन कि रकम उसे दे दी जाएगी। इसी तरह सुमित ने एक दुसरे मामले में देवताल निवासी विजय तिवारी को भी टेंट के व्यवसाय के लिए लोन दिलाने का झांसा देकर पाटन के ही यूनियन बैंक आफ इंडिया से 10 लाख 60 हजार रुपए का लोन फाइनेंस करवा कर अपनी कंपनी के खाते में ट्रांसफर करवा लिया था। विजय तिवारी के बार-बार पूछने पर सुमित यह कहकर टाल रहा था कि पैसा अभी खाते में नहीं आया है। तीसरी शिकायत में भी सुमित पांडे ने भेड़ाघाट निवासी शैलेंद्र केवट को भी मुद्रा लोन के नाम पर 8 लाख रुपए का चूना लगाया। शैलेंद्र केवट के नाम पर निकाले गए 8 लाख रुपए की राशि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की तेवर ब्रांच के द्वारा एक दूसरी फर्म एसएस इंटरप्राइजेज में खाते में जमा की गई और शैलेंद्र के साथ भी उसी तरह से फर्जीवाड़ा किया गया।
फिर खुलेंगी 3000 करोड़ के ई-टेंडर घोटाले की फाइलें, नेता- अफसर आएंगे जद में
पहले भी दर्ज हो चुकी है शिकायत
इस फर्जीवाड़े से जुड़े एक मामले में जब सुमित के खिलाफ अधारताल थाने में शिकायत की गई थी तो उसे गिरफ्तार करने के पहले ही गबन किए 10 लाख रुपए में से 4 लाख रुपए उसने पीड़ित तक पहुंचा दिए थे। उसके बाद अग्रिम जमानत के आवेदन में भी उसने बाकी के 6 लाख रुपए एक माह में देने का अदालत को विश्वास दिलाया था जिसके बाद उसे 50 हजार के मुचलके पर अग्रिम जमानत मिली थी।
अनुबंध सालभर का और आठ साल से विभागों में मलाई खा रहे कंसल्टेंट
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
अधारताल थाना क्षेत्र में दो व्यक्तियों को टेंट व्यवसाय के लिए लोन दिलाने का झांसा आरोपी ने उन्हें ठगी का शिकार बनाया।आरोपी सुमित पांडे ने पीड़ितों के दस्तावेज लगाकर लोन स्वीकृत करवाया और 24 लाख रुपये हड़प लिए। प्रदीप शेंडे ने बताया कि पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने क्रिस्टल डील ऑल सॉल्यूशन के मालिक सुमित पांडे के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया साथ ही इस मामले में इंडियन बैंक, विजयनगर शाखा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पाटन शाखा से जानकारी लेकर पुलिस ने मामले को दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।