इंदौर पहली बार साक्षी बना आचार्य विशुद्ध सागर महाराज की पट्‌टाचार्य उपाधि का

गांधीनगर के सुमतिधाम में आयोजित पट्‌टाचार्य महोत्सव में गणाचार्य विराग सागर महाराज का 62 वां अवतरण दिवस मनाया गया। इस दौरान उनके चित्र का अनावरण और दीप प्रज्जवलन कर गुणानुवाद करते हुए जैन धर्मावलंबियों ने अपने विचार रखे।

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Vishwanath Singh
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इंदौर ने दिगंबर जैन समाज के पट्‌टाचार्य महोत्सव में इतिहास रच दिया है। यह पहला मौका था, जबकि किसी जैन संत को इंदौर में पट्‌टाचार्य की उपाधि मिली हो। आचार्य विशुद्ध सागर महाराज को सुमतिधाम में आयोजित पट्‌टाचार्य महोत्सव में अक्षय तृतीया के अवसर पर पट्‌टाचार्य की उपाधि मिली है। इसी के साथ अब उनका संघ देश में सबसे बड़ा श्रावक-श्राविकाओं और जैन मुनियों वाला संघ हो गया है। पट्टाचार्य विशुद्ध सागर महाराज के संघ में अब 550 से ज्यादा पिच्छियां हो गई हैं। महाराज का संघ अब पूरे देश में धर्म-ध्वजा लहराएगा। अभी तक देश में आचार्य समय सागर महाराज, आचार्य पुष्पदंत सागर महाराज, आचार्य विराग सागर महाराज, आचार्य विमल सागर महाराज सहित कई संतों को पट्‌टाचार्य की उपाधि मिल चुकी है। शुक्रवार को सुमतिधाम में 6 दिनी पट्‌टाचार्य महोत्सव समाप्त हो गया। इसी के साथ कई जैन संतों ने उज्जैन और बायपास तरफ विहार भी शुरू कर दिया।  

विरागसागर महाराज का 62 वां अवतरण दिवस मनाया

गांधीनगर के सुमतिधाम में आयोजित पट्‌टाचार्य महोत्सव में गणाचार्य विराग सागर महाराज का 62 वां अवतरण दिवस मनाया गया। इस दौरान उनके चित्र का अनावरण और दीप प्रज्जवलन कर गुणानुवाद करते हुए जैन धर्मावलंबियों ने अपने विचार रखे। साथ ही गुरूवर के तप, साधना के साथ ही कई किस्सों को भी सांझा किया गया। पट्टाचार्य महोत्सव में 8 उपाध्याय, 140 दिगंबर मुनि, 9 गणिनी आर्यिका, 123 आर्यिका माता जी, 105 ऐलक, क्षुल्लक, क्षुल्लिका एक साथ मंच पर मौजूद थे। पट्‌टाचार्य महोत्सव के अंतिम दिन सुबह के सत्र में स्तुति, देव स्तवन की विधियां संपन्न हुई। 6 बजे अभिषेक व शांतिधारा हुई। 

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जीतो प्रतिनिधिमंडल ने लिया आचार्य श्री से आशिर्वाद

पट्टाचार्य महोत्सव के अवसर पर JITO Apex के चेयरमेन पृथ्वीराज कोठारी के नेतृत्व में जीतो प्रतिनिधिमंडल ललीत डांगी, कमलेश सोजतिया, हितेन्द्र मेहता, जयसिंह जैन, नितिन जैन व अन्य पदाधिकारी आचार्य श्री से विशेष भेंट के लिए उपस्थित हुए। उन्होंने जीतो द्वारा देशभर में संचालित सामाजिक, शैक्षिक, स्वास्थ्य, उद्यमिता, महिला व युवा सशक्तिकरण संबंधी विभिन्न प्रकल्पों की जानकारी आचार्य श्री को दी। आचार्य श्री ने पिछले दिनों जीतो द्वारा इंदौर में आयोजित किए गए “नवकार मंत्र महायज्ञ” को सराहनीय कार्य बताया। इस पावन अवसर पर JITO लेडीज विंग की प्रियंका जैन, JITO Youth Wing के प्रतिनिधि प्रतीक सूर्या, JITO इंदौर चेप्टर के अध्यक्ष विमल घोड़वात भी मौजूद थे। JITO की गतिविधियों का संयोजन शैलेश अंबोर ने किया।

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आचार्यश्री से आशिर्वाद लेते जीते संस्था के पदाधिकारी

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यह होता है पट्टाचार्य पद

विधानाचार्यों ने बताया कि गुरू की आज्ञा से उनके द्वारा चयनित को उनके पट्ट पर विधि-विधान पूर्वक घोषित आचार्य को पट्ट पर विराजमान कराने जैसा महोत्सव पट्टाचार्य महोत्सव होता है। पट्टाचार्य भी आचार्य जैसे ही होते हैं। जो संपूर्ण संघ जिसमें आचार्य, उपाध्याय, दिगंबर मुनि, आर्यिका माता, ऐलक महाराज, क्षुल्लक-क्षुल्लिका, ब्रह्मचारी भैय्या-दीदी प्रमुख होते हैं। जिनकी आज्ञा में संपूर्ण चतुविध संघ संचालित होता है। दीक्षा देना, गलती होने पर प्रायश्चित देना, संपूर्ण संघ में अनुशासन का पालन करना और कराना, समाधि कराना, चातुर्मास हेतु स्वीकृति देना, स्वाध्याय करना, अपने संघ में जिम्मेदारियां प्रदान करना। ये सभी कार्य पट्टाचार्य पदवी धारण करने पर होते हैं। एक आचार्य के रूप में केवल अपने संघ का नेतृत्व करना होता है। पट्टाचार्य के रूप में गणाचार्य विराग सागर महाराज द्वारा दीक्षित सभी शिष्य-प्रशिष्यों को भी दिशा-निर्देश पट्टाचार्य के रूप में अब विशुद्ध सागर महाराज प्रदान करेंगे। 

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पट्टाचार्य महोत्सव में इन संतों का मिला सान्निध्य

श्री सुमतिनाथ दिगंबर जिनालय, पट्टाचार्य महोत्सव समिति, गुरू भक्त परिवार ने बताया कि 6 दिनी पट्टाचार्य महोत्सव में गणाचार्य 108 पुष्पदंतसागर महाराज ससंघ, आचार्य 108 विशुद्धसागर महाराज ससंघ, आचार्य 108 प्रज्ञासागर महाराज ससंघ, आचार्य 108 सुंदरसागर महाराज ससंघ, आचार्य 108 विशदसागरजी महाराज ससंघ, आचार्य 108 विभवसागर महाराज ससंघ, आचार्य 108 विहर्षसागर महाराज ससंघ, आचार्य 108 विनिश्चयसागर महाराज ससंघ, आचार्य 108 विनम्रसागर महाराज ससंघ, आचार्य 108 प्रसन्नऋषि महाराज ससंघ, आचार्य 108 विप्रणतसागर महाराज ससंघ, आचार्य 108 विभक्तसागर महाराज ससंघ का सान्निध्य प्राप्त हुआ।

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