अधिवक्ता आशीष श्रोती ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के जस्टिस पद की ली शपथ

मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में कुल 53 न्यायाधीशों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में केवल 33 न्यायाधीश कार्यरत थे। न्यायमूर्ति आशीष श्रोती की नियुक्ति के साथ यह संख्या 34 हो गई है। इसके बावजूद, अभी भी 19 पद रिक्त रहेंगे।

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Neel Tiwari
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Advocate Ashish Shroti
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मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में सोमवार यानी आज 17 फरवरी 2025 को एक गरिमामय समारोह आयोजित किया गया।जिसमें वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष श्रोती ने हाईकोर्ट के न्यायाधीश पद की शपथ ग्रहण की। यह समारोह परंपरागत रूप से कोर्ट रूम नंबर-वन में सुबह 10:15 बजे संपन्न हुआ। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की उपस्थिति में रजिस्ट्रार जनरल धरमिंदर सिंह ने इस संबंध में औपचारिक जानकारी दी। शपथ ग्रहण के बाद, दोपहर 12 बजे से न्यायमूर्ति श्रोती ने अपने पद का कार्यभार ग्रहण कर लिया।

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जस्टिस आशीष श्रोती का अब तक का सफर

जस्टिस आशीष श्रोती का जन्म 16 नवंबर 1976 में पचमढ़ी ,तहसील सुहागपुर में हुआ इनकी प्रारंभिक शिक्षा होशंगाबाद के सेंट पॉल हायर सेकेंडरी स्कूल में हुई। उसके बाद आशीष श्रोती ने बैचलर ऑफ साइंस (इलेक्ट्रॉनिक्स) की डिग्री सेंट एलायसियस कॉलेज जबलपुर से 1997 में पूरी की। उन्होंने रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से 2000 में लॉ की डिग्री प्राप्त करने के बाद वकालत के पेशे की शुरुआत 12 अगस्त 2000 से की। शुरुआती दौर में वकालत उनके अंकल वरिष्ठ अधिवक्ता वी एस चौधरी के अंडर में की। जिसके बाद लगातार 25 सालों तक एक अधिवक्ता के रूप में आपके द्वारा कई लीगल केसों पर प्रिंसिपल सीट सहित अन्य सीटों पर भी आपके द्वारा किया गया प्रदर्शन काफी प्रभावपूर्ण रहा। उनके कुशल नेतृत्व और न्यायिक योग्यता के चलते ही उन्हें हाई कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।

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हाईकोर्ट में जजों की संख्या में बढ़ोतरी

मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में कुल 53 न्यायाधीशों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में केवल 33 न्यायाधीश कार्यरत थे। न्यायमूर्ति आशीष श्रोती की नियुक्ति के साथ यह संख्या 34 हो गई है। इसके बावजूद, अभी भी 19 पद रिक्त रहेंगे। कानून विशेषज्ञों के अनुसार, हाई कोर्ट में जजों की कमी के कारण कई मामलों के निपटारे में देरी हो रही है। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में लंबित मामलों की संख्या 4 लाख से अधिक है। इस तरह अभी पदस्थ एक जज पर 14 हजार से अधिक मामलों का दबाव है। जस्टिस श्रोती की नियुक्ति सहित यदि अन्य रिक्त पदों को भी जल्द भर जाता है तो इससे मामलों के निपटारे में तेजी आने की उम्मीद है। 

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13 न्यायाधीशों/अपर न्यायाधीशों की हुई है नियुक्ति

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने भारत के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श के बाद उच्च न्यायालयों में कुल 13 न्यायाधीशों/अपर न्यायाधीशों की नियुक्ति की है। भारत सरकार और सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हाल ही में कई हाईकोर्ट में नए जजों की नियुक्ति की प्रक्रिया तेज की है। जस्टिस श्रोती की नियुक्ति भी इसी प्रक्रिया का हिस्सा है। विधि विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में हाईकोर्ट में और भी जजों की नियुक्ति हो सकती है, जिससे न्यायिक प्रक्रिया को मजबूत किया जा सके।

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चीफ जस्टिस सहित पूरे मध्य प्रदेश के जज हुए शामिल

शपथ ग्रहण समारोह में हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सहित जबलपुर के अन्य न्यायाधीश मौजूद रहे। इसके साथ ही ग्वालियर और इंदौर बेंच से भी न्यायाधीश और न्यायिक अधिकारी ऑनलाइन जुड़े।  इस शपथ ग्रहण में वरिष्ठ अधिवक्ताओं, न्यायिक अधिकारीयों ने भी भाग लिया।  इस मौके पर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सहित अन्य जजों ने जस्टिस आशीष श्रोती को बधाई दी और उनके सफल कार्यकाल की शुभकामनाएं दीं।

हाईकोर्ट में लंबित मामलों के निराकरण के लिए जरूरी है नियुक्तियां

कानून विशेषज्ञों के अनुसार, न्यायपालिका में नियुक्तियों की संख्या बढ़ाना न्यायिक सुधारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हाई कोर्ट में जजों के रिक्त पदों के चलते, प्रत्येक जज पर मामलों का भारी बोझ है। नई नियुक्तियां होने के बाद न्याय मिलने की प्रक्रिया और भी सशक्त होगी और आम जनता को त्वरित न्याय मिल सकेगा। जस्टिस आशीष श्रोती की नियुक्ति न केवल हाईकोर्ट बल्कि संपूर्ण न्याय व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनकी विशेषज्ञता से मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में न्यायिक प्रक्रिया को मजबूती मिलेगी और लम्बित मामलों के निपटारे में तेजी आएगी। अब सभी की नजरें इस ओर रहेंगी कि वे अपने कार्यकाल में किस प्रकार न्यायिक सुधारों और फैसलों को तेजी प्रदान करते हैं।

 

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