Indore. कांग्रेस की जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली को लेकर शुरूआत में बीजेपी बेपरवाह थी। 48 घंटे पहले बीजेपी जागी और इस रैली की काट निकालने के लिए ताबड़तोड़ इंदौर में ही हितग्राही सम्मेलन के आयोजन की रूपरेखा बन गई और अधिकारियों को संदेश पहुंच गए। मात्र 48 घंटे में बीजेपी सरकार ने जबरदस्त मंच मैनेजमेंट किया और पूरे कार्य़क्रम को दलित, आदिवासी की ओर फोकस कर दिया, जिसका वोट बैंक अभी भी कांग्रेस और बीजेपी के बीच लड़ाई का अहम आधार है। वहीं संविधान मामले के कारण लोकसभा में लक्ष्य से पीछे रही बीजेपी ने इसे भी अपने केंद्र में रखा और ताबड़तोड़ इंदौर में बड़ा आय़ोजन कर दिया।
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कैसे हुई तैयारी
इस आय़ोजन की बात दूर-दूर तक नहीं थी। इसकी बात 24 जनवरी को उठी, जब कांग्रेस के नेता लगातार महू जाने लगे और रैली का माहौल बना। सीएम हाउस से इंदौर के अधिकारियों को फोन कर दिए गए। इसी कड़ी में 26 जनवरी को सीएम के इंदौर दौरे में महू का भी दौरा जुड़ गया। वहां सीएम डॉ. मोहन यादव ने सोच समझकर राजनीतिक पर्यटन का बयान दिया और तारीख की बात कही उन्होंने कहा कि किसी भी आयोजन के लिए तारीख की महत्ता होती है, कांग्रेस को आना था तो 26 जनवरी को महू आते। अब पर्यटन के लिए आ रहे हैं और इवेंट भर कर रही है।
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मंच मैनेजमेंट देखिए कैसे किया गया
बीजेपी के किसी कार्यक्रम में यह पहली बार हुआ है कि बैकड्राप पर पीएम और सीएम के साथ बाबा साहब अंबेडकर की इतनी बडे स्तर की फोटो लगी हो। जानकारी के अनुसार पहले बाबा साहब की फोटो छोटी बनकर आई थी, इसे फिर ऐनवक्त पर बदला गया और इस फोटो का साइज और बढ़ाया गया। बैकड्राप में महात्मा गांधी तो नहीं लेकिन बाबा अंबेडकर पर पूरा फोकस किया गया।
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नेताओं का भी मैनेजमेंट
यहीं नहीं बीजेपी ने अपने दलित, आदिवासी नेताओं को मंच पर उतार दिया। भिंड से दलित नेता व पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य का भाषण कराया और शुरूआत उन्हीं से हुई। इसके बाद केंद्रीय मंत्री दुर्गादास उइके और सावित्री ठाकुर को आगे किया। वहीं निर्मला भूरिया, तुलसीराम सिलावट तो थे ही। साथ ही डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा को भी आगे किया गया। मंच पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय व अन्य नेता भी थे लेकिन उनका भाषण नहीं हुआ। वहीं अग्रपंक्ति में दलित नेताओं को प्रमुखता से जगह दी गई।
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अंत में यह भी किया
वहीं अंत में सीएम और प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा मंच से नीचे उतरे और सफाई कर्मियों को पादुका अपने हाथों से पहनाई। वीडी ने अपने भाषण में भी सफाई कर्मियों को बार-बार संबोधित किया और कहा कि नेहरू जी ने धारा 370 इसलिए लगाई थी ताकि सफाईकर्मी हमेशा वहां सफाई कर्मी ही रहे और आगे नहीं बढ़ सके, पीएम नरेंद्र मोदी ने यह खत्म किया है।