संजय गुप्ता @ INDORE. इंदौर लोकसभा चुनाव ( Indore Lok Sabha elections ) के लिए कांग्रेस की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। चुनाव के लिए पार्टी ने मध्य प्रदेश महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष शोभा ओझा ( Shobha Ojha ) और सत्यनारायण पटेल ( Satyanarayan Patel ) को चुनाव प्रभारी बनाया है, लेकिन कार्यकर्ताओं ने ओझा को मठाधीश बताते हुए विरोध शुरू कर दिया है।
यह लिखा गया है सोशल मीडिया में
सोशल मीडिया पर इंदौर एक से कांग्रेस नेता अनूप शुक्ला व अन्य ने लिखा कि 'कांग्रेस ने इंदौर से लोकसभा प्रभारी शोभा ओझा को बनाया है, जो कि स्वयं कभी चुनाव नहीं जीतीं, न ही कार्यकर्ताओं में पकड़ है, ऐसे मठाधीश को प्रभारी बनाया गया है। यही भी लिखा गया है कि 'ऐसी ही स्थिति रही तो कांग्रेस प्रत्याशी 8 लाख से अधिक वोट से हारेगा।'
शोभा ओझा के साथ महिलाएं ही नहीं, यह भी लिखा गया
कार्यकर्ताओं ने यहां तक लिखा कि - 'शोभा ओझा महिला कांग्रेस की अध्यक्ष थी। कितनी महिलाएं इनके साथ है? इन्होंने कितने आयोजन महिलाओं को लेकर किए? कितने धरने-प्रदर्शन किए है? महिलाओं की आवाज कब उठाई? इनके बूथ और वार्ड की स्थिति उठाकर देखी जाए? हर बार कांग्रेस हारी है।'
दो बार विधानसभा और एक महापौर चुनाव हारी
शोभा ओझा तीन चुनावों में उतरी थी लेकिन तीनों में हार मिली। वह साल 2003 व 2008 में इंदौर पांच से चुनाव ल़ड़ने उतरी थी लेकिन बीजेपी के महेंद्र हार्डिया से हार गई। साल 2005 में महापौर चनाव में उतरी थी लेकिन डॉ. उमाशशि शर्मा से हार गई।
सत्तू के साथ शोभा इसलिए, बाला बच्चन को हटाया
शोभा के साथ सत्तू पटेल को भी प्रभारी बनाया गया है, इस सीट पर दो प्रभारी बनाए जाने का कारण यह है कि सत्तू यूपी में प्रियंका गांधी के साथ मौजूद रहेंगे। वह कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव है। उधर इसके पहले प्रभारी बने बाला बच्चन को हटा दिया गया है उन्हें खरगोन सीट पर फोकस करने के लिए कहा गया है।