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पांच प्वाइंट में समझें पूरा मामला
- सागर जिले के असद खान ने काशी में सनातन धर्म को अपनाया और अपना नाम ‘अथर्व त्यागी’ रखा।
- काशी के अस्सी घाट पर 21 ब्राह्मणों ने वैदिक विधि से उनका शुद्धिकरण किया।
- महाकाल मंदिर में प्रवेश न मिलने के बाद, असद ने सनातन धर्म अपनाने का निर्णय लिया।
- असद ने अपनी घर वापसी का शपथनामा 20 रुपए के स्टाम्प पेपर पर लिखा।
- वे अब हिंदू रीति-रिवाजों से पूजा-पाठ करेंगे और महाकाल मंदिर में दर्शन करेंगे।
सागर न्यूज. मध्य प्रदेश के सागर जिले के असद खान ने काशी पहुंचकर सनातन धर्म अपना लिया है। असद पेशे से इंजीनियर हैं। काशी के अस्सी घाट पर गंगा नदी में नाव पर शुद्धिकरण और पूजा की गई। इस मौके पर 21 ब्राह्मण मौजूद थे। वैदिक विधि-विधान से उनका शुद्धिकरण और पूजन किया गया। इस दौरान असद का नामकरण कर उन्हें ‘अथर्व त्यागी’ नाम दिया गया।
असद खान से अथर्व त्यागी बनने के पीछे का कारण क्या था
अथर्व त्यागी ने कहा, मेरे दिल में सबसे बड़ा धक्का तब लगा। जब मैं अपने दोस्तों के साथ महाकाल मंदिर जा रहा था और हमें वहां अंदर जाने की अनुमति नहीं मिली थी। इसके बाद मेरे मन में आया कि ऐसा क्या किया जाए कि मुझे मंदिरों में प्रवेश मिले।
इसके बाद हमने काशी के ब्राह्मणों से मुलाकात की और आज हमने काशी की पवित्र धरती पर घर वापसी कर लिया है। उन्होंने कहा कि अब मैं अपने नाम को भी सही कराऊंगा। अब हिंदू रीति रिवाज से पूजा पाठ करेंगे और अपने घर से अलग रहेंगे।
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तिलक लगाकर किया सनातन धर्म स्वीकार
असद खान ने काशी पहुंचकर गंगा स्नान किया और फिर 21 ब्राह्मणों के आशीर्वाद से शुद्धिकरण की प्रक्रिया पूरी की। इस दौरान उनके बाल भी उतारे गए और तिलक लगाकर उन्हें हिंदू धर्म में शामिल किया गया।
अब असद खान का नया नाम 'अथर्व त्यागी' है। इसके बाद, उन्होंने 20 रुपए के स्टाम्प पेपर पर अपना शपथनामा भी लिखा है। जिसमें उन्होंने अपने धर्म परिवर्तन की पूरी जानकारी दी है।
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सागर से काशी तक का सफर
अथर्व ने कहा कि उनका परिवार अभी भी मुस्लिम धर्म का पालन करता है, लेकिन उन्होंने अपनी आस्था के अनुसार हिंदू धर्म में घर वापसी का निर्णय लिया। बचपन से ही वे हिंदू मंदिरों में जाना पसंद करते थे। पर कभी-कभी अपनी मुस्लिम पहचान के कारण उन्हें मंदिरों में प्रवेश में असहजता का सामना करना पड़ा। अब उन्होंने खुद को बजरंग बली का भक्त बताया और अपनी आस्था के अनुसार जीवन जीने के लिए सनातन धर्म को अपनाया है।
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शपथनामा में क्या कहा अथर्व ने
अथर्व ने अपने शपथनामे में लिखा, मैंने आज काशी में अस्सी घाट में आकर पंचगव्य स्नान ग्रहण किया और मुस्लिम से सनातन हिंदू धर्म ग्रहण किया। उन्होंने अपने संकल्प को पूरी आस्था के साथ दोहराया है। अब वह सनातन धर्म का पालन करेंगे और मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करेंगे।
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अब महाकाल मंदिर में करूंगा दर्शन
अथर्व ने कहा, अब मैं महाकाल मंदिर में बिना किसी परेशानी के दर्शन करूंगा। मैं अपनी आस्था के मुताबिक जीवन जीऊंगा और अपने धर्म के अनुसार पूजा-पाठ करूंगा।
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