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BHOPAL. अब सरकार का आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन प्रदेश के कॉलेजों में भी विस्तार लेगा। कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे हर छात्र को आभा डिजिटल हेल्थ आईडी बनवाना होगा। इसके लिए उच्च शिक्षा के राज्य परियोजना संचालनालय ने कॉलेज प्राचार्यों को निर्देशित किया है।
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यह है डिजिटल आईडी बनाने की योजना
अब तक आयुष्मान कार्ड होल्डर की ही डिजिटल आईडी बनाई जाती थी। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत इस आइडी पर लोगों की बीमारी, इलाज और जांच रिपोर्ट का ब्यौरा उपलब्ध रहता है। जिससे भविष्य में उपचार के दौरान डॉक्टर इस जानकारी का उपयोग कर सकते हैं। अब ऐसी ही डिजिटल आईडी सभी कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए भी जरूरी होगी।
कॉलेजों को मिली आईडी बनाने की जिम्मेदारी
राज्य परियोजना संचालनालय द्वारा कॉलेज प्राचार्यों को निर्देशित किया गया है। इसके अनुसार, सभी कॉलेजों में छात्रों के आभा आईडी तैयार कराए जाएंगे। यह आईडी कॉलेज प्रबंधन बनवाएंगे। इस काम के लिए कॉलेज स्तर पर एक नोडल अधिकारी तैनात होगा। जो हर छात्र का डिजिटल आईडी बनना सुनिश्चित करेगा।
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फाइनल ईयर के दो छात्र बनेंगे चैंपियन
छात्रों में डिजिटल आईडी के प्रति जागरुकता और रुझान बढ़ाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग कई प्रयोग कर रहा है। इसके तहत, अब कॉलेजों में फाइनल ईयर के दो छात्रों को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन चैंपियन के रूप में चुना जाएगा। कॉलेज प्रबंधन नोडल अधिकारी और एबीडीएम चैंपियन छात्रों की जानकारी विभाग को उपलब्ध कराएंगे। इन छात्र और नोडल अधिकारियों को आयुष्मान भारत मिशन के तहत प्रशिक्षित किया जाएगा।
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