मध्य प्रदेश के बड़वानी में सरकारी कन्या छात्रावास में फूड पॉइजनिंग (Food Poisoning) से 20 छात्राएं बीमार हो गई। पेट दर्द की शिकायत के बाद छात्राओं को सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है। छात्राओं की एक साथ तबियत बिगड़ने की सूचना मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। इसके बाद एसडीएम आशीष कुमार, तहसीलदार मनीष पांडे, बीईओ लोकेंद्र सोहनी समेत अन्य अधिकारी हॉस्पिटल पहुंचे और भर्ती छात्राओं का हालचाल जाना और डॉक्टर्स से स्वास्थ्य को लेकर जानकारी ली। इस मामले में गंदे पानी के कारण समस्या होने का आरोप भी लगाया जा रहा है।
जानें पूरा मामला
पूरा मामला सेंधवा थाना क्षेत्र के चाचरिया गांव के कन्या छात्रावास का है। जानकारी के मुताबिक, छात्रावास में शुक्रवार (14 फरवरी) की रात भोजन के बाद 20 छात्राएं फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गईं। छात्राओं को भोजन में सब्जी, रोटी के साथ चावल परोसा गया था। खाना खाने के बाद कुछ छात्राओं की तबीयत बिगड़ी थी, जिन्हें तत्काल अस्पताल में लाया गया था। इसके बाद शनिवार को अन्य छात्राओं ने भी पेट में दर्द की शिकायत कीं। जिसके बाद उन्हें सेंधवा के सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया। इलाज के दौरान सभी छात्राओं की स्थिति सामान्य बताई जा रही है, लेकिन जांच जारी है।
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छात्राओं की हालत अब सामान्य
सीबीएमओ डॉ. ओएस कनेल ने कहा कि सभी छात्राओं का इलाज जारी है और उनकी स्थिति अब सामान्य है। साथ ही, एसडीएम ने यह भी कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के बाद उनके बयान लिए जाएंगे और मामले की पूरी जांच की जाएगी।
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रात के भोजन के बाद पेट में हुआ था दर्द
छात्रावास अधीक्षिका रेणुका मंडलोई का कहना है कि दो छात्राओं की पहले से तबीयत ठीक नहीं थी। जिनको रात के भोजन के बाद पेट में दर्द हुआ था, जिसके बाद उनका अस्पताल में इलाज करवाया गया। इसके बाद शनिवार सुबह अन्य छात्राओं ने भी पेट में दर्द और जलन होने की शिकायत की। जिसके बाद सभी को अस्पताल लाया गया। जहां से उन्हें सेंधवा के सिविल अस्पताल भेजा गया।
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हैंडपंप से आ रहा दूषित पानी
इधर, छात्रावास में छात्राओं की तबीयत बिगड़ने की खबर लगते ही बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष विकास आर्य ने चाचरिया के छात्रावास पहुंचे और अन्य छात्राओं से चर्चा की। विकास आर्य का आरोप है कि छात्रावास में लापरवाही के कारण छात्राओं तबीयत बिगड़ी है। छात्रावास के हैंडपंप से दूषित पानी के कारण यह समस्या हुई हैं। साथ ही उन्होंने मामले में एसडीएम आशीष कुमार समेत अधिकारियों से फोन से बातचीत की, साथ ही मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
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