MP News : एमपी स्थित बड़वानी जिले में एक बड़ा ही रहस्यमयी मामला देखने को मिला है। दरअसल यहां 17 लोगों को एक जानवर ने बुरी तरह से घायल कर दिया और करीब 6 लोगों की मृत्यु हो चुकी हैं। इतना ही नहीं ये घटना करीब 12 दिनों से चल रही थी। सभी को रेबीज रोधी इंजेक्शन दिए गए थे, फिर भी इन मौतों की गुत्थी सुलझाने के लिए अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह जानवर रेबीज वायरस से संक्रमित हो सकता है।
हाइलाइट्स
- बड़वानी जिले के ग्रामीण इलाके में अज्ञात जानवर ने 5 मई को हमला किया।
- 17 लोग घायल हुए थे और सभी को रेबीज रोधी इंजेक्शन दिए गए थे।
- 2& मई से 2 जून तक छह लोगों की मौत हो गई।
- जांच में संदेह है कि यह जानवर रेबीज वायरस से संक्रमित हो सकता है।
अज्ञात जानवर के हमले का विवरण
मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के ग्रामीण क्षेत्र में 5 मई को एक अज्ञात जानवर ने हमला किया, जिसमें 17 लोग घायल हुए थे। अधिकारियों के अनुसार, यह हमला सुबह जल्दी हुआ था जब लोग अपने घरों के बाहर सो रहे थे। हमलावर जानवर को स्थानीय लोगों ने कुत्ते जैसा बताया, लेकिन उसकी पहचान अब तक नहीं हो पाई है।
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जानवर की पहचान नहीं हो पाई
वर्तमान में वन विभाग और स्वास्थ्य विभाग इस अज्ञात जानवर की पहचान करने में जुटे हुए हैं। बड़वानी के वन मंडलाधिकारी, आशीष बंसोड़ के अनुसार, यह घटना तब हुई जब लोग सूर्योदय से पहले खुले में सो रहे थे। उन्होंने बताया कि जानवर के द्वारा किया गया हमला तीन घंटे के भीतर 17 लोगों तक हुआ था। फिलहाल, जानवर की पहचान की कोशिशें जारी हैं।
हालांकि, सवाल यह उठ रहा है कि जब सभी पीडि़तों को समय पर रेबीज रोधी इंजेक्शन दिए गए थे, तो इन मौतों का कारण क्या हो सकता है? अधिकारियों ने इस पर जांच शुरू की है, और विसरा की रिपोर्ट दिल्ली की प्रयोगशाला में भेजी गई है ताकि यह पता चल सके कि इन मौतों का कारण रेबीज था या नहीं।
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मृतकों की पहचान और मौत का कारण
अज्ञात जानवर के हमले से मौत के शिकार हुए छह लोगों की पहचान रायली बाई (60), मंशाराम छगन (50), सुरसिंह मलसिंह (50), सड़ी बाई (60), चैनसिंह उमराव (50), और सुनील झेतरिया (40) के रूप में हुई है। मृतकों के परिवारों को वन विभाग द्वारा आठ लाख रुपये का मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
अधिकारियों का बयान
बड़वानी के जिलाधिकारी, गुंचा सनोबर ने बताया कि इस मामले में विस्तृत जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, "हम सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रहे हैं और विशेषज्ञों की टीम ने घटना स्थल का दौरा किया है। विसरा की रिपोर्ट आने के बाद हम स्थिति का मूल्यांकन कर पाएंगे।"
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कांग्रेस विधायक का आरोप
धार जिले के कांग्रेस विधायक और आदिवासी नेता हीरालाल अलावा ने आरोप लगाया कि अज्ञात जानवर के हमले के बाद ग्रामीणों को समय पर रेबीज रोधी इंजेक्शन नहीं लगाए गए थे। उन्होंने CM डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर मुआवजा राशि में वृद्धि की मांग की। उनका कहना है कि प्रत्येक मृतक परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा और घायलों को 20 लाख रुपये मिलना चाहिए।
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डॉक्टरों की राय
एमवाय हॉस्पिटल के प्रमुख डॉ. अशोक यादव ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि किसी अज्ञात जानवर के हमले के बाद 5 लोगों को परिजन एमवायएच लेकर पहुंचे थे लेकिन फिलहाल इनमें से कुछ लोगोंने इलाज ही नहीं कराया। वहीं, शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के डीन, डॉ. अरविंद घनघोरिया ने संदेह व्यक्त किया है कि इन मौतों का कारण रेबीज हो सकता है।
इस घटना के बाद, अधिकारियों ने तेजी से कार्रवाई शुरू की है। विशेषज्ञों द्वारा भेजी गई रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन मौतों का कारण क्या है। फिलहाल, यह मामला एक रहस्य बना हुआ है और अधिकारियों की कोशिश है कि जल्द से जल्द इसका समाधान निकाला जाए।
रेबीज का टीका | CM डॉ. मोहन यादव | CM मोहन यादव