इस मिल में 35 साल तक मजदूरों ने किया काम, आज तक नहीं मिली ग्रेच्युटी

मिल में करीब 1200 मजदूर काम करते थे। इसमें से करीब 200 की मौत हो चुकी है। 35 साल तक मजदूरों ने सूत मिल में काम तो किया, लेकिन उन्हें आज तक ग्रेच्युटी नहीं मिली। मजदूर पिछले 20 साल से सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। 

Advertisment
author-image
Sajal Kumar
New Update
Bahadarpur Cotton Mill

Bahadarpur Cotton Mill

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के बहादरपुर सूत मिल ( Bahadarpur Cotton Mill ) में करीब 1200 मजदूर काम करते थे। इसमें से करीब 200 की मौत हो चुकी है। 35 साल तक मजदूरों ने सूत मिल में काम तो किया, लेकिन उन्हें आज तक ग्रेच्युटी नहीं मिली। मजदूर पिछले 20 साल से सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। उनकी समस्या के समाधान करने के लिए कोइ नहीं हैं।

ये भी खबर पढ़े...

abalpur Junkyard Blast : शमीम कबाड़ी अभी तक पकड़ से दूर , इधर सद्दाम के कबाड़खाने पर पुलिस की रेड

एक हजार मजदूर अभी आस लगाए बैठे

सूत मिल में काम करने वाले बहादरपुर निवासी मजदूर सुभाष संपत पाटिल ने बताया कि उन्होंने 35 साल तक नौकरी की, लेकिन आज तक ग्रेच्युटी नहीं मिली है। वह पिछले 20 साल से कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। सुभाष ने बताया कि वह बुरहानपुर से लेकर दिल्ली तक आवेदन दे चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया कि मेरे साथ ऐसे करीब 1200 मजदूर इस मिल में काम करते थे। इसमें से 200 से अधिक की तो मौत हो चुकी है। आज हम करीब 1 हजार मजदूर ऐसे हैं जो इस आस में बैठे हैं कि पैसे मिले, ताकि बुढ़ापा कट जाए और परिवार का भी भरण-पोषण हो।

ये भी खबर पढ़े...

Good News: इंदौर की एक ऐसी एकेडमी जो दे रही फ्री में फिजिकल ट्रेनिंग

मजदूरों की इस समस्या के बारे में जिला व्यापार उद्योग केंद्र के प्रबंधक सौरभ शर्मा ने बताया कि मजदूरों ने ग्रेच्युटी की समस्या बताई है। हमने वरिष्ठ अफसर को यह मांग बता दी है। अब उनकी समस्या का जल्द ही निराकरण किया जाएगा।

ये भी खबर पढ़े...

लड़की ने IAS से मांगे UPSC क्रेक करने के टिप्स, फिर IAS की जिंदगी हो गई नरक

1998 से बंद पड़ी बहादरपुर सूत मिल 

1998 से बंद पड़ी और अब अस्तित्व में नहीं बहादुरपुर सूत मिल श्रमिकों को आज तक भी ग्रेज्युटी का लाभ नहीं मिला है। गौरतलब है कि 1998 में बहादरपुर सूत मिल बंद हो गई थी। तभी से किसी की सैलरी तो किसी की ग्रेज्युटी अटकी हुई है। 

ये भी खबर पढ़े...

केडिया ग्रुप की कंपनी शराब बनाने खरीद रही गरीबों का चावल, सात पर FIR

बहादरपुर सूत मिल Bahadarpur Cotton Mill बुरहानपुर