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पूरी खबर को 5 पॉइंट में समझें...
भोपाल के 5 मेन रूट्स पर 100 नई ईलक्ट्रिक बसें चलेंगी।
मार्च 2026 से इन हाईटेक बसों में यात्री सफर कर सकेंगे।
दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर और ऑटोमैटिक लिफ्ट की सुविधा भी होगी।
सुरक्षा के लिए बसों में पैनिक बटन और सीसीटीवी कैमरे लगेंगे।
कस्तूरबा नगर और बैरागढ़ में 40 करोड़ रुपए से डिपो तैयार होंगे।
भोपाल में चलेंगी 100 इलेक्ट्रिक बसें
भोपाल अब एक आधुनिक और प्रदूषण मुक्त शहर बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है। शहर की सड़कों पर जल्द ही शोर मचाने वाली बसें बंद हो जाएंगी। उनकी जगह अब शांत और आरामदायक इलेक्ट्रिक बसें दौड़ती नजर आएंगी।
भोपाल नगर निगम और केंद्र सरकार की एक योजना तैयार की गई है। इसके तहत साल 2026 की शुरुआत शहरवासियों के लिए एक बड़ी सौगात लेकर आ रही है।
मार्च 2026 से शहर के पांच मेन रूटों पर 100 ई-बसें चलाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। इन इलेक्ट्रिक बसों के आने से रोजाना लगभग 80 हजार यात्रियों का सफर आसान और सस्ता हो जाएगा। यह कदम न केवल ट्रैफिक का दबाव कम करेगा बल्कि शहर की हवा को भी साफ रखने में मदद करेगा।
चार्जिंग के लिए बनेंगे हाईटेक डिपो
ई-बसों को बेहतर तरीके से चलाने के लिए प्रशासन कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इन बसों के रखरखाव और चार्जिंग के लिए शहर में दो बड़े और हाईटेक डिपो बनाए जा रहे हैं।
कस्तूरबा नगर और बैरागढ़ में बनेंगे स्मार्ट डिपो
पहला डिपो कस्तूरबा नगर (ISBT के सामने) और दूसरा संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) में बन रहा है। इन दोनों डिपो को बनाने में करीब 40 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। यहां बसों को चार्ज करने के लिए बड़े स्टेशन और सर्विसिंग यूनिट्स लगाई जा रही हैं। इन डिपो में एक साथ 150 बसों को खड़ा करने की क्षमता होगी।
नादरा बस स्टैंड बनेगा नया सिटी टर्मिनल
पुराने भोपाल के लोगों के लिए भी एक अच्छी खबर है। नादरा बस स्टैंड को अब सिटी बस टर्मिनल के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां से ई-बसों का संचालन सुव्यवस्थित तरीके से किया जाएगा।
महिला सुरक्षा और दिव्यांगों का ख्याल
नई ई-बसें पूरी तरह सुरक्षित होंगी। इनमें सभी की सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। इन बसों को इस तरह डिजाइन किया गया है कि सभी आसानी से सफर कर सकें।
- बसों में व्हीलचेयर के लिए खास जगह और ऑटोमैटिक लिफ्ट होगी।
- हर बस में पैनिक बटन और लाइव सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे।
- यात्री मोबाइल ऐप के जरिए देख सकेंगे कि बस कितनी देर में आएगी।
- बस के अंदर अगले स्टॉप की जानकारी डिजिटल स्क्रीन पर दिखेगी।
बसों का नया रूट प्लान
भोपाल की आबादी को देखते हुए इन बसों के रूट बहुत सोच-समझकर तय किए जा रहे हैं। नगर निगम की कोशिश है कि घनी आबादी वाले मोहल्लों को शहर के बाहरी इलाकों से जोड़ा जाए।
जनवरी 2026 के अंत तक या फरवरी की शुरुआत में बसों की पहली बेंच भोपाल पहुंच सकती है। शुरुआत में इन बसों को मौजूदा सिटी बस मैनेजमेंट के जरिए ही चलाया जाएगा। बाद में धीरे-धीरे बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। भोपाल को दो चरणों में कुल 195 ई-बसें मिलनी हैं, जो शहर के कोने-कोने तक पहुंचेंगी।
मध्य प्रदेश के अन्य शहरों को भी मिलेगी सौगात
एमपी परिवहन विभाग की बसें भोपाल ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में चलेंगी। केंद्र सरकार की संशोधित योजना (केंद्र की योजनाएं) के तहत मध्य प्रदेश को कुल 972 ई-बसें मिलेंगी।
| शहर | ई-बसों की संख्या |
| इंदौर | 270 |
| भोपाल | 195 |
| जबलपुर | 200 |
| ग्वालियर | 100 |
| उज्जैन | 100 |
| देवास | 55 |
| सागर | 32 |
| सतना | 20 |
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