Bhopal IT Raid : त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजेश शर्मा के खिलाफ आयकर विभाग ने कार्रवाई की थी। इस मामले में अब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा नेताओं पर बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया है कि "कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट विस्टा में मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा के बेटे हर्ष देवड़ा, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, सीहोर विधायक सुदेश राय के नाम पर जमीन है। कांग्रेस नेता ने जमीन से जुड़े दस्तावेज सोशल मीडिया साइट एक्स पर शेयर किए हैं।"
पटवारी ने लगाए आरोप
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स पर लिखा है कि मध्यप्रदेश में अब भाजपा के भ्रष्टाचार का कद महानायक से भी ऊंचा हो गया है। जहां अमिताभ बच्चन जी को निर्माण की अनुमति नहीं मिली, वहां भ्रष्टाचार की गोली मार दी गई। भोपाल के सेंट्रल पार्क में उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह और भाजपा विधायक सुदेश राय के बेटों, कई वरिष्ठ अफसरों की जमीन है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोहन सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। यह तथ्य बार-बार स्थापित हो रहा है।
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2021 में राजेश शर्मा ने किया एग्रीमेंट
सेंट्रल पार्क को लेकर कांग्रेस पहले ही गंभीर सवाल उठा चुकी है। उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने हाल ही में आरोप लगाया था कि ''जिस जमीन पर सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट लाया गया, वह कम घनत्व वाला क्षेत्र था, इसलिए 10 साल तक कई बार अनुमति निरस्त होती रही। 2021 में राजेश शर्मा ने इस प्रोजेक्ट में एग्रीमेंट किया और इसके बाद इस प्रोजेक्ट में अनुमतियां दी जाने लगीं। उन्होंने आरोप लगाया था कि इस प्रोजेक्ट में पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस और उनके रिश्तेदारों के नाम पर भी जमीन खरीदी गई।
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375 करोड़ की संपत्ति हो चुकी अटैच
आयकर विभाग ने 18 दिसंबर को आयकर विभाग ने त्रिशूल कंस्ट्रक्शन, ईशा और क्वालिटी बिल्डर्स के ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान आयकर विभाग को राजेश शर्मा और दूसरे प्रॉपर्टी डीलरों के पास कई संपत्तियों के दस्तावेज मिले थे। इसके अलावा 10 करोड़ रुपये की नकदी भी बरामद हुई थी। आयकर विभाग ने त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के मालिक और राजेश शर्मा की 375 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति जब्त की है। दूसरी तरफ आयकर विभाग ने रजिस्ट्रार विभाग को पत्र लिखकर राजेश शर्मा के स्वामित्व वाली संपत्ति का पंजीकरण रोकने को कहा है।