भाजपा में युवा मोर्चा अध्यक्ष की दौड़ तेज, महिला और अल्पसंख्यक मोर्चा में दावेदार गायब

भाजपा ने अपनी कार्यकारिणी तो घोषित कर दी, लेकिन युवा, महिला और अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्षों की नियुक्ति अभी बाकी है। युवा मोर्चा के लिए ग्वालियर-चंबल से अध्यक्ष का चुनाव हो सकता है।

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Ramanand Tiwari
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Photograph: (THESOOTR)

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BHOPAL. भाजपा प्रदेश संगठन ने लंबे इंतजार के बाद अपनी कार्यकारिणी घोषित कर दी है। लेकिन अब भी तीन अहम मोर्चों युवा, महिला और अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा बाकी है। बताया जा रहा है कि इन पदों पर नियुक्ति बिहार विधानसभा चुनाव के बाद की जाएगी।

ग्वालियर-चंबल से हो सकता है युवा मोर्चा अध्यक्ष

संगठन सूत्रों के अनुसार, इस बार बीजेपी युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ग्वालियर-चंबल अंचल से चुना जा सकता है। पार्टी स्तर पर इस दिशा में मंथन जारी है और कई नामों पर गहन विचार हो रहा है।

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दावेदारों की लंबी फेहरिस्त, मंथन जारी

भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के मध्यप्रदेश अध्यक्ष पद के लिए 4 से 5 नामों पर गंभीर चर्चा चल रही है। इनमें प्रमुख दावेदारों के रूप में गजेन्द्र सिंह तोमर, प्रवीण शर्मा, भक्ति शर्मा और योगेश ठाकुर के नाम सामने आए हैं।

गजेंद्र सिंह तोमर और प्रवीण शर्मा दोनों ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से सक्रिय सदस्य रहे हैं, लेकिन पार्टी के अंदर यह चर्चा है कि क्या परिषद से सीधे युवा मोर्चा की कमान देना संगठनात्मक दृष्टि से उचित होगा।

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गजेन्द्र तोमर की दावेदारी सबसे मजबूत

गजेन्द्र सिंह तोमर राष्ट्रीय मंत्री रह चुके हैं और दिमनी विधानसभा सीट से टिकट के दावेदार भी थे। हालांकि उस समय टिकट विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को मिला था। उनकी संगठनात्मक पकड़ और अनुभव के चलते उनका नाम फिलहाल सबसे प्रबल माना जा रहा है।
वहीं भक्ति शर्मा, जो युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सदस्य हैं, भी रेस में शामिल हैं। जबलपुर के योगेश ठाकुर भी दावेदारी कर रहे हैं।

सत्ता बनाम संगठन- किसका पलड़ा भारी?

संगठन के अंदर चल रही खींचतान भी दिलचस्प है। सूत्रों के अनुसार प्रवीण शर्मा को मुख्यमंत्री मोहन यादव और ABVP का समर्थन प्राप्त है, जबकि गजेन्द्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर का वरदहस्त मिला है। दोनों ओर से समर्थन मिलने के चलते निर्णय फिलहाल टलता दिख रहा है। संगठन स्तर पर इस पर गहन चर्चा जारी है।

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महिला और अल्पसंख्यक मोर्चा के लिए दावेदार नहीं

BJP महिला मोर्चा और अल्पसंख्यक मोर्चा के लिए फिलहाल कोई बड़ा नाम सामने नहीं आया है। महिला मोर्चा की संभावित दावेदार नंदिता पाठक और बबीता परमार को पहले ही प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल कर लिया गया है। इस वजह से अब संगठन को नए नाम तलाशने होंगे।

वहीं अल्पसंख्यक मोर्चा के लिये जो नाम है, वह भी वर्तमान किसी ना किसी पद पर हैंl इस स्थिति में किसी भी जिले के कार्यकर्ता की लाटरी लग सकती हैl संभावना जताई जा रही है कि पार्टी इन मोर्चों के अध्यक्षों की नियुक्ति संगठन स्तर से सीधे करेगी।

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बिहार चुनाव के बाद होगी घोषणा

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा है कि अभी बिहार चुनाव चल रहे हैं। चुनावों के बाद विचार कर तीनों मोर्चों के अध्यक्षों की घोषणा की जाएगी।

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