/sootr/media/media_files/2025/12/20/blind-children-conversion-controversy-2025-12-20-23-52-50.jpg)
JABALPUR. एमपी के जबलपुर के गोरखपुर थाना इलाके में शनिवार को चर्च में ब्लाइंड छात्र-छात्राओं के धर्मांतरण का आरोप लगा। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने मौके पर हंगामा किया। विवाद बढ़ने पर मारपीट की नौबत आ गई। पुलिस को सूचना मिलते ही सीएसपी टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने विवाद को शांत करने की कोशिश की।
धर्मांतरण का आरोप
गोरखपुर के जॉनसल स्कूल कैंपस के पीछे स्थित चर्च में क्रिसमस कार्यक्रम हुआ। इसमें शहर के छात्रावासों से 70 दिव्यांग छात्र-छात्राओं को बुलाया गया। चर्च में उनसे प्रार्थना कराई जा रही थी। जब हिंदू संगठन के कार्यकर्ता पहुंचे, तो उन्होंने धर्मांतरण का आरोप लगाया। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया।
एमपी में खाली पड़े आईटी पार्क और औद्योगिक क्षेत्र, करोड़ों खर्च फिर भी विकास की गति धीमी
दोनों पक्षों में मारपीट
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। विवाद बढ़ने पर दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गई। पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग किया। मामला शांत कराने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं का कहना है कि दिव्यांग छात्रों को कहीं ले जाने की परमिशन ली जाती है। पुलिस ने जांच में आयोजकों के पास परमिशन नहीं पाई।
सीएमपी एमडी नगोतिया ने कहा कि-फिलहाल सभी बच्चों को वापस छात्रावास भेज दिया गया है। पुलिस कार्यक्रम आयोजकों और दिव्यांग (blind) छात्रावासों से पूछताछ कर रही है। कड़ी कार्रवाई की बात की जा रही है।
अटल स्मृति पर्व : जन्मदिवस पर एक सप्ताह तक अटल जी के विचारों और योगदान को मध्यप्रदेश करेगा याद
एक संदिग्ध व्यक्ति पुलिस ने हिरासत में
गोरखपुर पुलिस ने मौके से एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया। उसके पास कोई आईडी प्रूफ नहीं था। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली कि हवाबाग कॉलेज में ब्लाइंड बच्चों को लाकर ब्रेनवॉश किया गया। हनुमान चालीसा को गलत बताया गया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि बच्चों को खाने-पीने की लालच देकर चर्च कार्यक्रम में लाया गया।
छत्तीसगढ़ में अवैध धर्मांतरण के खिलाफ सर्व समाज की बैठक, भटके लोगों की होगी घर वापसी
कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं ली गई
कहा गया था कि क्रिसमस पर्व की तैयारी में शामिल होना है। हिंदू संगठनों का कहना है कि बच्चों को हॉस्टल से लाना गलत था। कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं ली गई थी। चर्च में मौजूद महिला लीला जोसफ ने कहा कि बच्चों को अलग-अलग स्कूलों से लाया गया। उन्होंने बताया कि बच्चों को अनुमति लेकर लाया गया था।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us