इंदौर के वैज्ञानिक का दावा, भारत की ब्रह्मोस मिसाइल ने किया पाकिस्तान के परमाणु संयत्र पर वार
वैज्ञानिक राम श्रीवास्तव ने दावा किया है कि भारतीय वायुसेना द्वारा छोड़ी गई ब्रह्मोस मिसाइल का निशाना पाकिस्तान के सरगोधा के पास स्थित भूमिगत परमाणु हथियार बंकर थे।
इंदौर के सिस्मोग्राफिक और अर्थ साइंस वैज्ञानिक राम श्रीवास्तव ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे युद्ध को लेकर एक पोस्ट करके सभी को चौंका दिया। इसमें उन्होंने दावा किया कि भारत की तरफ से चलाई गई ब्रह्मोस मिसाइल का निशाना पाकिस्तान का सरगोधा में स्थित न्यूक्लियर सेंटर था। उन्होंने यह भी दावा किया है कि मिसाइल के कारण धमाका इतनी जोर से हुआ कि 4.0 रिक्टर स्केल का भूकंप दर्ज किया गया, जो कि प्राकृतिक नहीं था। इसके प्रमाण भी उपलब्ध हैं। इसी कारण से पाकिस्तान के न्यूक्लियर सेंटर में रिसाव शुरू हो गया।
इसे असामान्य घटना बता रहे वैज्ञानिक
वैज्ञानिक राम श्रीवास्तव के एक सोशल मीडिया पोस्ट ने रणनीतिक और रक्षा हलकों में हलचल मचा दी है। श्रीवास्तव ने अपने आधिकारिक फेसबुक और एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर एक पोस्ट करते हुए दावा किया है कि भारतीय वायुसेना द्वारा छोड़ी गई ब्रह्मोस मिसाइल का निशाना पाकिस्तान के सरगोधा के पास स्थित भूमिगत परमाणु हथियार बंकर थे। उनका कहना है कि उसी समय वहां 4.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिसे उन्होंने एक “असामान्य और संदिग्ध घटना” बताया।
सोशल मीडिया पर पाकिस्तान को लेकर यह चला था मैसेज
मिसाइल गिरते ही भूकंप आया
उन्होंने बताया कि जिस समय वहां पर ब्रह्मोस मिसाइल गिरी थी। उस समय वहां पर भूकंप आया था। आमतौर पर भूकंप जो आते हैं वे चट्टानों के सरकने से आते हैं। उनमें पी और एस वेव निकलती हैं, लेकिन इस भूकंप के कारण पाकिस्तान में प्रेशर वेव और शॉक वेव नहीं निकली थी। केवल सतह पर हलचल होना मापी गई थी। इस बात के प्रमाण स्वयं भारतीय सेना ने अपनी प्रेस ब्रीफिंग में भी दिया है। उन्होंने ब्रह्मोस मिसाइल दागने का समय भी फोटो के साथ बताया था। उसी समय, उसी जगह पर भूंकंप के झटके दर्ज किए गए, जो कि इस बात की पुष्टि करते हैं कि भूकंप ब्रह्मोस के कारण ही आया।
सोशल मीडिया पर यह पोस्ट की है
ब्रह्मोस मिसाइल बंकरों को तोड़कर घुसी अंदर
सूत्रों के मुताबिक ब्रह्मोस मिसाइल के गिरने की घटना के बाद से वहां पर रेडियो एक्टिविटी बड़ गई है। ऐसे में इस संभावना को नकारा नहीं जा सकता कि ब्रह्मोस मिसाइल वहां के बंकरों को तोड़कर काफी अंदर तक चली गई। इसके कारण उनके परमाणु संयत्र को डैमेज किया है। इसी के कारण मजबूरन वे सीज फायर के लिए तैयार हुए थे।
वैज्ञानिक श्रीवास्ताव ने लिखा है कि भारतीय वायुसेना ने जिस समय ब्रह्मोस मिसाइल का निशाना पाकिस्तान के सरगोधा के पास उनके परमाणु हथियारों के जमीन के भीतर रखे 1.5 मीटर मोटे कांन्क्रीट के बंकरो की ओर लगाया। ठीक उसी समय 4.0 रेक्टर स्केल का भूकंप उसी जगह आया। क्या यह भूकम्प परमाणु शस्त्र नष्ट होने का संकेत है?
उन्होंने यह भी कहा है कि इस संभावना को हम निरस्त नहीं कर सकते हैं कि हमारी ब्रह्मोस ने उनके बंकरों को तोड़कर न्यूक्लियर आर्म्स को डैमेज किया है। वहीं, जो भूकंप आया वही भी मिसाइल के धमाके के कारण ही आया है।
इसी घटना को लेकर सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से ट्रेंड हुआ। उसमें बताया गया कि यूएस नेशनल न्यूक्लीयर सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन की टीम इमरजेंसी एयरक्राफ्ट से पाकिस्तान पहुंची है। इंडियन एयर फोर्स की स्ट्राइक के कारण पाकिस्तान के किरार हिल्स पर स्थित पाकिस्तान की न्यूक्लीयर स्टोरेज फैसेलिटी में कुछ परेशानी आई है। इसके कारण वहां पर रेडिएशन फैलने लगा है।