संजय गुप्ता, INDORE. मप्र लोक सेवा आयोग (MPPSC) की राज्य सेवा परीक्षा मेन्स 2023 शुरू होने में एक सप्ताह ही बचा है। 11 से 16 मार्च तक यह परीक्षा होने जा रही है। इसके पहले एक बार फिर उम्मदीवारों ने पत्र से गुहार लगाई है कि मेन्स की तारीख आगे बढ़ा दी जाए। इसके लिए अब उन्होंने पीएससी को माफी पत्र भी लिखा है। उनका कहना है कि हम संवैधानिक संस्था के खिलाफ नहीं है, हम केवल लगातार परीक्षा देकर मानसिक रूप से थक चुके हैं, पर्याप्त समय जरूरी है। इसलिए आयोग हमारी मांग पर कृपया ध्यान दें।
MPPSC मेन्स के उम्मीदवारों ने यह लिखा माफी पत्र
समस्त अभ्यर्थी,
राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2023
माननीय, हम सब राज्य सेवा मुख्य 2023 परीक्षा के अभ्यर्थी बेरोजगारी की हालत में रहकर तैयारी करते हैं। हम में से ज्यादातर अभ्यर्थी अपने शहर से दूर किसी अन्य शहर में रहकर तैयारी करते हैं। हम सब एक तरफ बढ़ती हुई उम्र का बोझ, दूसरी तरफ घर वालों की उम्मीदों का बोझ, तीसरी तरफ आर्थिक बोझ और अंत में एमपीपीएससी (MPPSC) के विशाल पाठ्यक्रम का बोझ समेटे हुए हैं। ऐसे हालात में आयोग का परीक्षा कार्यक्रम बहुत ही ज्यादा तनावयुक्त हैं।
- 21 मई 2023 को राज्य सेवा 2022 की प्रारंभिक परीक्षा
- 17 से 22 जुलाई 2023 को राज्य सेवा 2021 की मुख्य परीक्षा
- 17 दिसंबर 2023 को राज्य सेवा 2023 की प्रारंभिक परीक्षा
- 8 से 13 जनवरी 2024 में राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2022
- 11 से 16 मार्च 2024 राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2023
हम इस परीक्षा कार्यक्रम के कारण काफी तनावयुक्त हो चुके हैं। कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की पूरक परीक्षाओं में भी कम से कम 3 महीने दिए जाते हैं। पर दो मेन्स के बीच 58 दिन का वक्त और प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम और मुख्य परीक्षा के बीच 53 दिन का वक्त बहुत कम है। ऐसी स्थिति में एक ही बच्चे बार-बार चयनित होंगे। इसलिए हमने विभिन्न माध्यमों से मेन्स की तारीखों को बढ़ाने की मांग की, पर आयोग ने हमारी मांग तो नहीं सुनी पर राज्य वन सेवा मुख्य परीक्षा और सहायक प्राध्यापक की तिथियों में परिवर्तन कर दिया। इससे ऐसा प्रतीत होता है की हमसे कोई गलती हुई है। भला हम बेरोजगार अभ्यर्थी संवैधानिक संस्था के प्रतिद्वंद्वी कैसे हो सकते हैं। इसलिए हम समस्त मुख्य परीक्षा के अभ्यर्थी आयोग से माफी मांगते हुए राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2023 को आगे बढ़ाने की मांग करते हैं
...समस्त अभ्यर्थी
(राज्य सेवा मुख्य परीक्षा-2023 )
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सीएम और हाईकोर्ट जस्टिस को भी लिख चुके हैं पत्र
उम्मीदवार इसके पहले सीएम डॉ. मोहन यादव के नाम पर भी पत्र लिख चुके हैं कि वह इस मामले में दखल देते हुए परीक्षा आगे बढ़ाने की कृपा करें। साथ ही मुख्य न्यायाधीश हाईकोर्ट मप्र को भी उम्मीदवार इस मामले में दखल देने की मांग कर चुके हैं। इसके पहले दो दिन तक लगातार पीएससी के दफ्तर के बाहर आंदोलन चला था। बाद में कुछ उम्मीदवारों ने भी जाकर ज्ञापन दिया था। लेकिन इस मामले मे पीएससी ने तारीख बढ़ाने से मना कर दिया है।
'द सूत्र' ने लगातार रखी उम्मदीवारों की मांग
'द सूत्र' ने लगातार उम्मदीवारों की समस्या और उनकी मांग आयोग के सामने रखी है। इस मामले में कम दिन मिलने से लेकर जबलपुर हाईकोर्ट में प्री 2023 को लेकर लगे लिटिगेशन की भी बात कही, लेकिन चेयरमैन डॉ. राजेश लाल मेहरा ने शनिवार को भी 'द सूत्र' को साफ कर दिया कि आयोग तारीख बढ़ाने की मांग पर कोई विचार नहीं कर रहा है और रही बात हाईकोर्ट की तो वहां कुछ फैसला आता है तो विधिक विचार किया जाएगा।
बाकी उम्मदीवारों की निगाहें अब हाईकोर्ट पर
उधर जबलपुर हाईकोर्ट में चार और 6 मार्च को भी कुछ और उम्मीदवारों ने प्री रिजल्ट को लेकर याचिका दायर की हुई है। इसमें भी उन्हें मेन्स में बैठने के लिए राहत मिलने की उम्मीद है। अभी तक करीब 50 उम्मीदवारों को राहत मिल चुकी है। कुछ उम्मीदवार इंदौर और ग्वालियर हाईकोर्ट भी जा रहे हैं। उधर हाईकोर्ट के आदेश से मेन्स के फार्म भरने की विंडो चार मार्च तक ही खुली है, यदि उम्मीदवारों को राहत मिलती है तो फिर आयोग को विंडो खोलना होगी।