10 मई से उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरु हो गई है। पहले चार दिनों में ही यहां करीब 1.30 लाख श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे। भगवान की भक्ति का, भक्ति के रास्ते पर चलने का सबका अलग तरीका होता है। मध्य प्रदेश के पांढुर्णा जिले में रहने वाले नीलेश डोबले ( Nilesh Doble ) नाम के युवक ने भी ऐसे ही भगवान की भक्ति का अपना तरीका निकाला है। नीलेश ने साइकल से चारधाम यात्रा करने का निर्णय लिया है। अपने घर पांढुर्णा से नीलेश अपने मन में भक्ति-भाव लेकर इस कठिन यात्रा के लिए 14 मई को निकल चुके हैं।
15 दिन में पहुंचेगा केदारनाथ
नीलेश डोबले ने अपनी यात्रा शुरू होने के 15 दिन के भीतर केदारनाथ पहुंचने का लक्ष्य रखा है। इसके बाद वह गंगोत्री, यमुनोत्री और बद्रीनाथ धाम के भी दर्शन करेंगे। केदारनाथ धाम तक का सफर नीलेश के लिए एक हजार किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा होगा। वे नरसिंहपुर, सागर और झांसी होते हुए उत्तराखंड की ओर रुख करेंगे। यह पूरी यात्रा वे साइकल पर सवार होकर ही करेंगे। केदारनाथ की चढ़ाई वैसे ही काफी मुश्किल होती है ऊपर से इस युवा ने अपने घर से वहां तक पहुंचने के लिए साइकिल को चुना है। 14 मई को जब नीलेश इस यात्रा के लिए निकले तो उनके परिवार वालों और दोस्तों ने अपनी शुभकामनाओं और भक्ति के साथ उन्हें विदा किया।
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किसान परिवार से आते हैं निलेश
नीलेश डोबले पांढुर्णा के खैरीपैका गांव में एक किसान परिवार से आते हैं। वे परिवार के अकेले पुत्र हैं। नीलेश के पिता खेती करते हैं। घर पर मां और दो बहनें भी है। उन्होंने अपने साथ साइकिल पर कुछ जरूरत का सामान रखा है जो यात्रा के दौरान उनके काम आएगा। अपने परिवार की शुभकामनाएं और आशीर्वाद लेकर नीलेश इस कठिन यात्रा के लिए निकल चुके हैं।
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युवाओं में अक्सर दिखता ऐसा जोश
चार धाम यात्रा के लिए अक्सर युवाओं में जोश दिखता है। नीलेश से पहले कई युवा साइकिल से चारधाम यात्रा कर चुके हैं। इससे पहले सीहोर के रहने वाले रितेश राठौर जनवरी महीने में 12 ज्योतिर्लिंग और चार धामों के दर्शन के लिए साइकिल से निकले थे। पिछले साल बिहार के प्रीतम राजहंस की चारधाम की साइकिल यात्रा बहुत प्रचलित हुई थी।