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आज शनिवार (20 दिसंबर 2025) भोपाल के इतिहास में एक नया पन्ना जोड़ने जा रहा है। झीलों की नगरी अब मेट्रो की रफ्तार से अपनी नई पहचान बनाने वाली है। पूरे 6 साल के लंबे इंतजार के बाद भोपाल का मेट्रो सपना सच होगा।
सीएम मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर इसका भव्य उद्घाटन करेंगे। वे सुभाष नगर स्टेशन पहुंचकर मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसके बाद दोनों नेता खुद मेट्रो में सवार होकर सुविधाओं का जायजा लेंगे।
भोपाल की आम जनता 21 दिसंबर की सुबह 9 बजे से मेट्रो का आनंद ले सकेगी। शुरुआत में मेट्रो सुभाष नगर से एम्स के बीच 6.22 किलोमीटर तक चलेगी। इस रूट पर कुल 8 आधुनिक स्टेशन बनाए गए हैं। आइए भोपाल मेट्रो के बारें में डिटेल से जानें...
#भोपालमेट्रो
— Jansampark MP (@JansamparkMP) December 19, 2025
स्मार्ट, सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल यात्रा
मुख्य विशेषताएं
➡️सभी स्टेशनों पर हाई-स्पीड लिफ्ट और एस्केलेटर
➡️ पूर्ण AC कोच, आरामदायक सीटिंग, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट
➡️ ऑडियो-विजुअल सूचना प्रणाली और हाई-टेक कंट्रोल सेंटर@DrMohanYadav51@CMMadhyaPradesh… pic.twitter.com/iqvdxIQg6A
मेट्रो ट्रिप की पूरी जानकारी
मेट्रो एक दिन (कब शुरू होगी भोपाल मेट्रो) में सुभाष नगर और एम्स के बीच कुल 17 ट्रिप लगाएगी।
शुरुआती कॉरिडोर: भोपाल मेट्रो का पहला चरण 'ऑरेंज लाइन' के प्रायोरिटी कॉरिडोर से शुरू हो रहा है।
कुल दूरी: एम्स से सुभाष नगर तक का यह पूरा मेट्रो रूट 7.2 किलोमीटर लंबा है।
स्टेशनों की संख्या: इस रूट पर यात्रियों की सुविधा के लिए कुल 8 भव्य एलिवेटेड स्टेशन बनाए गए हैं।
प्रमुख स्टेशन (शुरुआती 4): रूट में एम्स, अलकापुरी, डीआरएम ऑफिस और रानी कमलापति स्टेशन जैसे प्रमुख पड़ाव शामिल हैं।
प्रमुख स्टेशन (अंतिम 4): इसके आगे एमपी नगर, बोर्ड ऑफिस चौराहा (DB मॉल), केंद्रीय विद्यालय और सुभाष नगर स्टेशन आएंगे।
ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी: वर्तमान शेड्यूल के अनुसार यात्रियों को हर 75 मिनट में एक मेट्रो ट्रेन उपलब्ध होगी।
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ट्रिप डिटेल
डेली ट्रिप: Bhopal metro trainएम्स और सुभाष नगर के बीच दिनभर में मेट्रो कुल 17 चक्कर (ट्रिप) लगाएगी।
एम्स से पहली ट्रेन: एम्स स्टेशन से सफर की शुरुआत सुबह 9:00 बजे पहली ट्रेन के साथ होगी।
एम्स से आखिरी ट्रेन: एम्स से अंतिम सफर के लिए मेट्रो ट्रेन शाम 7:00 बजे रवाना होगी।
सुभाष नगर से पहली ट्रेन: सुभाष नगर स्टेशन से पहली मेट्रो सुबह 9:40 बजे अपनी यात्रा शुरू करेगी।
सुभाष नगर से आखिरी ट्रेन: सुभाष नगर से एम्स के लिए आखिरी मेट्रो ट्रेन शाम 6:25 बजे मिलेगी।
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क्या भोपाल मेट्रो में सफर करना फ्री होगा?
- बिल्कुल नहीं। इंदौर (ट्रैक पर आई भोपाल मेट्रो) की तरह भोपाल में 'फ्री राइड' या किराए में छूट वाला मॉडल लागू नहीं किया गया है। यहां पहले दिन से ही यात्रियों को पूरा किराया देना होगा।
मेट्रो का किराया कितना है और इसे कैसे तय किया गया है?
भोपाल मेट्रो ट्रेन (Bhopal Metro Project) का किराया स्टेशनों की संख्या के हिसाब से तय है:
1 से 2 स्टेशन का सफर: 20 रुपए।
3 से 5 स्टेशन का सफर: 30 रुपए।
6 से 8 स्टेशन का सफर: 40 रुपए।
इंदौर में 5 किमी के लिए किराया 20-30 रुपए के बीच है।
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मेट्रो किस रूट पर चलेगी और कौन-कौन से स्टेशन आएंगे?
यह मेट्रो कुल 7.2 किमी (Bhopal Metro on track) की दूरी तय करेगी। इसमें ये 8 स्टेशन शामिल हैं:
एम्स (AIIMS)
अलकापुरी
डीआरएम ऑफिस
रानी कमलापति स्टेशन
एमपी नगर
बोर्ड ऑफिस चौराहा (डीबी मॉल)
केंद्रीय विद्यालय
सुभाष नगर
मेट्रो कितनी देर में मिलेगी और दिनभर में कितनी ट्रिप होंगी?
फ्रीक्वेंसी: हर 75 मिनट में एक मेट्रो मिलेगी।
कुल ट्रिप: दिनभर में कुल 17 ट्रिप लगेंगी।
एम्स से सुभाष नगर की ओर: 9 ट्रिप।
सुभाष नगर से एम्स की ओर: 8 ट्रिप।
पहली और आखिरी मेट्रो का समय क्या है?
एम्स से: पहली ट्रेन सुबह 9:00 बजे और आखिरी ट्रेन शाम 7:00 बजे चलेगी।
सुभाष नगर से: पहली ट्रेन सुबह 9:40 बजे और आखिरी ट्रेन शाम 6:25 बजे चलेगी।
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ट्रेन कैसी है और एक बार में कितने लोग बैठ पाएंगे?
हर मेट्रो ट्रेन में 3 कोच होंगे।
एक बार में औसतन 250 यात्री आराम से सफर कर सकेंगे।
भोपाल में अभी 9 ट्रेनें आ चुकी हैं, लेकिन भविष्य में कुल 27 ट्रेनें चलाने का प्लान है।
क्या मैं मोबाइल से या स्मार्ट कार्ड से टिकट बुक कर सकता हूं?
- फिलहाल नहीं। अभी टिकटिंग सिस्टम मैनुअल (टिकट खिड़की से) रहेगा। स्मार्ट कार्ड और मोबाइल QR टिकटिंग के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा। एजेंसी का टेंडर रद्द होने की वजह से डिजिटल सिस्टम का काम अभी प्रक्रिया में है।
विशेष टिप: चूंकि अभी डिजिटल टिकटिंग शुरू नहीं हुई है, इसलिए स्टेशन पर थोड़ा जल्दी पहुंचें ताकि टिकट की लाइन की वजह से आपकी मेट्रो न छूट जाए।
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मेट्रो कोच की खासियत और यात्रियों की सुरक्षा
मेट्रो के कोच स्टेनलेस स्टील से बने हैं जो कभी जंग नहीं खाएंगे। एक पूरी ट्रेन में तीन कोच होंगे जिसकी कुल लंबाई 67 मीटर है। एक कोच में लगभग 330 यात्री एक साथ सफर कर सकते हैं।
बैठने के लिए आमने-सामने सीटें हैं जहां 50 लोग बैठ पाएंगे। बाकी 280 यात्रियों को कोच में खड़े होकर यात्रा करने की सुविधा मिलेगी। यात्रियों की सुरक्षा के लिए कोच में इमरजेंसी टॉक-बैक बटन दिया गया है।
किसी भी परेशानी में यात्री सीधे ड्राइवर से इंटरकॉम पर बात कर सकेंगे। मेट्रो के अंदर डिजिटल डिस्प्ले और न्यूज़ देखने के लिए एलईडी टीवी लगे हैं।
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दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए विशेष इंतजाम
भोपाल मेट्रो को पूरी तरह से 'बाधा मुक्त' (Barrier-Free) बनाया गया है। दिव्यांग यात्रियों के लिए ब्रेल लिपि वाली टाइलें और विशेष लिफ्ट लगाई गई हैं।
कोच के अंदर व्हीलचेयर खड़ी करने के लिए एक अलग सुरक्षित जगह है। दिव्यांगों के लिए दरवाजे के पास 'लॉन्ग स्टॉप रिक्वेस्ट बटन' भी दिया गया है।
इस बटन को दबाने पर ड्राइवर दरवाजा थोड़ी ज्यादा देर तक खुला रखेगा। दृष्टिहीन यात्रियों के लिए हर स्टेशन पर ऑडियो अनाउंसमेंट की सुविधा भी मिलेगी। बुजुर्गों और महिलाओं के लिए कोच में विशेष आरक्षित सीटें भी रखी गई हैं।
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भोपाल मेट्रो की खास बातें
नियमित समय: मेट्रो सुबह 8:00 बजे से रात 8:00 बजे तक लगातार पटरी पर दौड़ेगी।
आरामदायक सफर: पूरी ट्रेन आधुनिक एयर-कंडीशण्ड (AC) कोच से लैस है, जो गर्मी से राहत देगी।
हाई-टेक स्टेशन: स्टेशनों पर चढ़ने-उतरने के लिए हाई-स्पीड लिफ्ट और एस्केलेटर की सुविधा मिलेगी।
AI सुरक्षा: यात्रियों की सेफ्टी के लिए AI आधारित सुरक्षा और प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स लगाए गए हैं।
सबका ख्याल: दिव्यांगजनों के लिए स्टेशन और ट्रेन में सहज पहुंच सुनिश्चित की गई है।
छोटा सफर, बड़ा फायदा: फिलहाल 7 किमी के दायरे में 8 एलिवेटेड स्टेशनों के बीच यह सेवा मिलेगी।
स्मार्ट इन्फॉर्मेशन: ट्रेन के अंदर ऑडियो-विजुअल पैसेंजर सूचना प्रणाली आपको हर अपडेट देगी।
लास्ट-माइल कनेक्टिविटी: स्टेशन से घर या ऑफिस पहुंचने के लिए फीडर बसों की समर्पित सुविधा मिलेगी।
इको-फ्रेंडली: यह परिवहन पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त, तेज और पर्यावरण के अनुकूल बनाया गया है।
ट्रैफिक से आजादी: मेट्रो से सफर करने पर सड़क जाम से मुक्ति मिलेगी और कीमती समय बचेगा।
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