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Photograph: (the sootr)
Dewas. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 13 नवंबर को सोयाबीन किसानों को भावांतर योजना के तहत 233 करोड़ रुपए की राशि दी। ये पैसे सीधे 1.33 लाख किसानों के खातों में भेजे गए।
देवास में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों का भूमि-पूजन भी किया, जिनकी कुल लागत 183 करोड़ 25 लाख रुपए थी।
इसके अलावा, 13 नवंबर से सोयाबीन किसानों के लिए मॉडल रेट भी बढ़ाकर 4130 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया।
किसानों को मिलेगा उनके मेहनत का पूरा मूल्य
मुख्यमंत्री यादव ने इस अवसर पर कहा कि हमारी सरकार किसानों को उनका हक देने के लिए प्रतिबद्ध है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि किसानों को किसी भी हालत में घाटा न हो। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर किसानों के हित में लगातार काम कर रही है।
सीएम ने यह भी कहा कि प्रदेश के किसानों के कारण ही मध्य प्रदेश को 'सोया स्टेट' का दर्जा मिला है। इसके अलावा, सरकार ने महिलाओं के कल्याण के लिए 'लाड़ली बहना योजना' को लागू किया है, जिसके तहत महिलाओं को अब 1500 रुपए की राशि दी जा रही है।
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15 जनवरी तक किसानों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री यादव ने यह भी कहा कि सरकार लगातार किसानों का रजिस्ट्रेशन इस योजना में कर रही है। अब तक 9 लाख से अधिक किसान इस योजना में पंजीकरण करा चुके हैं।
उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि 15 जनवरी 2026 तक सभी किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा। इसके बाद भी सरकार योजना के तहत किसानों को लाभ देने की कोशिश करेगी।
भावांतर योजना के लाभ और सीएम की घोषणा को ऐसे समझें
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गेहूं पर बोनस भी दे रही है सरकार
मध्यप्रदेश सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2425 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। इसके अलावा, किसानों को 175 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस भी दिया जा रहा है। इस तरह किसानों को कुल 2600 रुपए प्रति क्विंटल मिलेंगे, जो उनके लिए एक बड़ी राहत साबित हो रही है।
भावांतर योजना का मॉडल रेट
13 नवंबर को सोयाबीन बेचने वाले किसानों के लिए भावांतर योजना के तहत 4130 रुपए प्रति क्विंटल का नया मॉडल रेट जारी किया गया। यह रेट उन किसानों के लिए है जिन्होंने अपनी सोयाबीन मंडियों में बेची है। समय-समय पर यह रेट बढ़ रहा है, जिससे किसानों को अच्छा दाम मिल रहा है।
पहला मॉडल रेट 7 नवंबर को 4020 रुपए था, फिर 8 नवंबर को इसे बढ़ाकर 4033 रुपए किया गया। इसके बाद 9 और 10 नवंबर को यह रेट बढ़कर 4036 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। 11 नवंबर को यह रेट 4056 रुपए और 12 नवंबर को इसे बढ़ाकर 4077 रुपए किया गया।
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रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और लाभ
मध्य प्रदेश में सोयाबीन उत्पादक किसानों के लिए इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 3 से 17 अक्टूबर तक पूरी की गई। इस दौरान 9.36 लाख किसानों ने रजिस्ट्रेशन किया। इनमें से 50-50 हजार किसानों ने उज्जैन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, देवास, सागर जैसे जिलों से रजिस्ट्रेशन कराया।
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