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MP News : जबलपुर में शनिवार को कांग्रेस द्वारा आयोजित 'जय हिंद सभा' में एक अनूठा दृश्य देखने को मिला। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मंच की बजाय सीधे जनता के बीच जाकर बैठ गए। पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया सहित कई नेताओं ने उन्हें मंच पर आने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने विनम्रता से इनकार कर दिया। यह दिग्विजय सिंह की पुरानी घोषणा की याद दिला गया, जब ग्वालियर में उन्हें एक कार्यक्रम में मंच पर स्थान नहीं मिला था और तब उन्होंने सार्वजनिक रूप से ऐलान किया था कि वे अब किसी भी मंच पर नहीं बैठेंगे।
यह घटना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी, खासकर तब जब दिग्विजय सिंह ने ग्वालियर के एक कार्यक्रम में मंच न मिलने पर सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी कि वे किसी भी मंच पर अब नहीं बैठेंगे।
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शहीद सैनिकों का सम्मान और केंद्र सरकार पर सवाल
सभा की शुरुआत में कांग्रेस नेताओं ने शौर्य स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सभा में ऑपरेशन सिंदूर में शामिल सैनिकों का सम्मान भी किया गया। इस अवसर पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार की सैन्य और विदेश नीतियों पर भी तीखे सवाल उठाए।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और सांसद प्रियंका गांधी का दौरा अंतिम समय में रद्द हो गया, लेकिन सभा का माहौल गरमाया रहा।
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मंत्री विजय शाह के बयान शर्मनाक, कार्रवाई क्यों नहीं?
कार्यक्रम में शामिल हुए रिटायर्ड मेजर जनरल श्याम श्रीवास्तव ने भी मंत्री विजय शाह के विवादित बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए था कि वह इस पर तुरंत और सख्त कार्रवाई करती, लेकिन अब तक केवल हाईकोर्ट ने ही संज्ञान लिया है। उन्होंने चेताया कि मध्य प्रदेश में करीब 90,000 रिटायर्ड और एक लाख से ज्यादा सक्रिय सैनिक हैं। अगर भाजपा सरकार ने मंत्री विजय शाह और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा पर उचित कार्रवाई नहीं की, तो पूर्व सैनिक आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
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भूपेश बघेल ने सीजफायर पर उठाए सवाल
सभा में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र की विदेश नीति पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने हाल ही में घोषित सीजफायर पर सवाल करते हुए पूछा, कि "सीजफायर की शर्तें देश के सामने सार्वजनिक क्यों नहीं की गईं? क्या यह फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति के कहने पर लिया गया?" उन्होंने कहा कि शिमला समझौते के अनुसार भारत और पाकिस्तान के बीच के मामलों में कोई तीसरा पक्ष दखल नहीं दे सकता, लेकिन मौजूदा सरकार अंतरराष्ट्रीय दबाव में फैसले ले रही है। बघेल ने कहा कि "इंदिरा गांधी ने 1971 में अमेरिका के दबाव को नकार कर बांग्लादेश को जन्म दिलाया था। अब स्थिति यह है कि हमारी विदेश नीति खुद देशवासियों के लिए रहस्य बनी हुई है।"
बेटियों का अपमान कर रहे मंत्री को क्यों बचा रही है सरकार?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भोपाल में प्रधानमंत्री 'नारी शक्ति महासम्मेलन' कर रहे हैं, लेकिन जिन मंत्रियों के महिला विरोधी बयानों से देश की बेटियां आहत हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। पटवारी ने कहा, "जो मंत्री बेटियों का अपमान कर रहा है, उस पर प्रधानमंत्री अब तक चुप क्यों हैं? नारी शक्ति की बात करने वाला देश का प्रधानमंत्री अगर ऐसे मंत्री को संरक्षण दे रहा है, तो यह पूरे देश की बेटियों का अपमान है।"
"सेना देश की होती है, किसी पार्टी की नहीं।
सभा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नौजवानों की चिंता करते हुए कहा कि देश की सेना पर हर भारतीय को गर्व है, लेकिन सवाल सरकार की नीयत और फैसलों पर है। उन्होंने कहा कि "सेना देश की होती है, किसी पार्टी की नहीं। जबलपुर की धरती को गर्व है कि यहां बारूद बनती है, लेकिन आज देश के नौजवान बेरोजगारी और भ्रम के अंधेरे में भटक रहे हैं।" इसके साथ ही उन्होंने याद किया कि कैसे 1971 में इंदिरा गांधी ने अमेरिका के विरोध के बावजूद पाकिस्तान को हराकर बांग्लादेश बनवाया था।
मंच पर पहुंचने पुलिस से उलझे कार्यकर्ता
इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच गहमागहमी के दृश्य भी सामने आए जिसमें कार्यकर्ता मंच तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन पुलिस कर्मियों ने सुरक्षा कारणों के चलते उन्हें मंच तक पहुंचने नहीं दिया। कार्यक्रम के दौरान ही एसी सप्लाई का पाइप भी फट गया जिससे कुछ देर के लिए तो दहशत का माहौल बना हालांकि समय रहते स्थिति नियंत्रित कर ली गई।
'जय हिंद सभा' बनी सरकार के खिलाफ आक्रोश का मंच
जबलपुर की 'जय हिंद सभा' कांग्रेस के लिए एक मंच बन गई जहां पूर्व सैनिक और नेताओं ने मिलकर सरकार की नीतियों, नारी सम्मान, विदेश नीति और सेना से जुड़े मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। हालांकि ऐसा बताया जा रहा है कि जबलपुर में कांग्रेस में चल रही गुटबाजी के चलते राहुल और प्रियंका गांधी का जबलपुर आना रद्द हुआ है जिसका असर इस सभा में भी साफ नजर आ रहा था।
मैं सिर्फ सेना के समर्पण को सलाम करने आया था - विवेक तन्खा
राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि मैं तो आज सिर्फ सेना जवानों और पूर्व सैनिकों के समर्पण सहित जबलपुर को सलाम करने आया था, उन्होंने कहा की सेना के सम्मान में बनाए गए भोपाल के वार मेमोरियल से लेकर सैनिकों के लिए बनाए गए आवास तक में कांग्रेस का भारी योगदान रहा है उन्होंने बताया कि यह जय हिंद सभा सिर्फ सेना के शौर्य और समर्पण को सलाम करने का जरिया थी।