पूर्व मंत्री मोतीलाल दवे के परिजनों की गुंडागर्दी, खाने के लिए बड़ी टेबल न देने पर होटल में मचाया गदर

पूर्व मंत्री मोतीलाल दवे के परिजनों का रतलाम के एक होटल कर्मियों से विवाद हो गया। मामूली कहासुनी देखते ही देखते गाली-गलौज और मारपीट तक पहुंच गई। क्या है पूरा मामला? आइए जानते हैं

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Sourabh Bhatnagar
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आमीन हुसैन @ रतलाम न्यूज

Ratlam में इन दिनों एक दिलचस्प ड्रामा चर्चा में है, जहां कांग्रेस के पूर्व मंत्री मोतीलाल दवे के परिजनों ने एक रेस्टोरेंट को अपनी निजी जागीर समझ लिया। 

कहावत तो सुनी ही होगी - अपुन ही भगवान है, बस यहां वही लाइव डेमो गुरुवार रात देखने को मिला। संजय दवे परिवार के साथ सैलाना रोड स्थित होटल प्रेम वाटिका में पहुंचे थे। उम्मीद थी कि बड़ी टेबल तुरंत खाली होकर उनका स्वागत करेगी। जब ऐसा नहीं हुआ तो  उनका और उनके दो बेटों का VIP मोड एक्टिव हो गया।

होटलावालों का कहना था कि सर बड़ी टेबल खाली नहीं है... थोड़ा इंतज़ार कर लीजिए। थोड़ा इंतजार, फिर थोड़े और इंतजार के बाद मामला सम्मान से ज्यादा अहंकार का बन गया और डाइनिंग हॉल का माहौल सीधा रंगमंच में बदल गया।

स्टाफ पर नाराजगी ऐसी बरसी मानो सेवा में कमी नहीं, शासन में विद्रोह हो गया हो। सबसे दिलचस्प बात ये रही कि नेताजी की लाइव परफॉर्मेंस CCTV कैमरों में कैद हो गई।

ये है पूरा मामला

बताया जा रहा है कि पूर्व मंत्री के बेटे संजय दवे अपने दोनों बेटों बिट्टू (यश दवे) और मानस दवे के साथ गुरुवार रात होटल में खाना खाने पहुंचे थे। वहां पर बड़ी टेबल पहले से भरी हुई थी, तो होटल स्टाफ ने उनसे कहा कि थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। बस फिर क्या था...दवे परिवार को ये बात नागवार गुजर गई।

स्टाफ ने बड़ी टेबल खाली होने तक थोड़ा इंतज़ार करने को कहा और बताया कि किसी कस्टमर को बीच में उठाया नहीं जा सकता, ये होटल के नियम हैं।

मगर दवे जी और उनके बेटों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। आरोप है कि बात-बात में भड़क उठे और कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज कर दी। यहां तक कि मामला हाथापाई तक पहुंच गया।

पेटीएम वाली POS मशीन फेंककर मारी

हंगामा होने के बाद होटल के स्टाफ राजेश पाटीदार, होटल मालिक अमृत पाटीदार पुलिस चौकी पहुंचे। इसके बाद संजय दवे, बिट्टू दवे और मानस दवे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

राजेश पाटीदार ने शिकायत में बताया कि रात करीब 8:30 बजे मैं काउंटर के पास मैनेजर पवन पाटीदार के साथ खड़ा था। तभी संजय दवे और उनके दोनों बेटे आए और कहने लगे कि टेबल पर बैठे लोगों को हटाओ और हमारी फैमिली को बैठाओ। मैंने समझाया कि ऐसा नहीं हो सकता, हम किसी कस्टमर को बीच में उठाकर नहीं बिठा सकते, लेकिन वे बात नहीं मान रहे थे।

मैंने कहा कि आप थोड़ा इंतज़ार कर लीजिए, बड़ी टेबल खाली होते ही बैठा देंगे। बस इसी बात पर वे तीनों गुस्से में गाली-गलौज करने लगे। जब मैंने गाली देने से रोका, तो वे बाहर ले जाकर मारने की धमकी देने लगे।

इसी दौरान संजय दवे ने काउंटर पर रखी पेटीएम वाली POS मशीन उठाकर मेरी तरफ फेंक दी, जिससे मशीन टूट गई।

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होटल वालों पर भी लगा बदसूलकी का आरोप

यश (बिट्टू) दवे का कहना है कि वे परिवार के साथ खाना खाने गए थे। पहले तो वेटिंग बताकर उन्हें करीब आधा घंटा इंतज़ार करवाया गया। बाद में जब टेबल खाली हुई तो उन्हें बैठने के लिए कहा गया। जैसे ही सफाई खत्म हुई और वे बैठने जा ही रहे थे, तभी एक दूसरा परिवार जाकर उसी टेबल पर बैठ गया। जब उन्होंने इस पर आपत्ति जताई तो होटल स्टाफ ने कहा कि अगर बैठना है तो नीचे तलघर में बैठ जाओ, नहीं तो निकल जाओ।

यश दवे का आरोप है कि जब उन्होंने इस बर्ताव पर अच्छे से बात करने की कोशिश की, तो होटल के सीईओ, मैनेजर और कुछ कर्मचारी उल्टा उनसे बहस करने लगे और धक्का-मुक्की भी करने लगे। उन्होंने कहा कि शुक्रवार सुबह वे होटल कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे।

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संजय दवे के पिता पूर्व मंत्रा और पत्नी महापौर रह चुकी

संजय दवे पहले पार्षद रह चुके हैं। वह कांग्रेस नेता रहे दिवंगत पंडित मोतीलाल दवे के बेटे हैं। उनके पिता मोतीलाल दवे न सिर्फ विधायक रहे थे बल्कि प्रदेश सरकार में मंत्री भी रह चुके थे।

संजय दवे की पत्नी प्रेमलता दवे भी नगर निगम की महापौर रह चुकी हैं और शहर की विधानसभा सीट से कांग्रेस ( एमपी कांग्रेस ) की उम्मीदवार भी रह चुकी हैं।

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