कांग्रेस का मिशन वोट वॉच : एमपी में वोट चोरी पर रिसर्च और SIR मॉनिटरिंग की नई रणनीति

एमपी कांग्रेस ने SIR अभियान की मॉनिटरिंग के लिए कनेक्ट सेंटर स्थापित किया है। इस सेंटर के तहत एक राज्य स्तरीय कमेटी गठित की गई है। कमेटी हर जिले से इनपुट लेकर रिपोर्ट तैयार कर रही है।

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Ramanand Tiwari
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BHOPAL. मध्य प्रदेश कांग्रेस ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर बड़ी पहल की है। पार्टी ने प्रदेश स्तर पर एक कनेक्ट सेंटर स्थापित किया है, जो पूरे SIR अभियान की मॉनिटरिंग कर रहा है। इसके लिए एक राज्य स्तरीय कमेटी भी गठित की गई है, जो हर जिले से इनपुट लेकर रिपोर्ट तैयार कर रही है और उसका विश्लेषण कर रही है। 

वोट चोरी पर कांग्रेस की रिसर्च टीम सक्रिय

कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में वोट चोरी की संभावनाओं पर गहन रिसर्च शुरू कर दी है। इस रिसर्च से जुड़े सभी डेटा को जल्द ही राहुल गांधी को सौंपा जाएगा। माना जा रहा है कि इस डेटा के आधार पर राहुल गांधी आगामी विधानसभा चुनावों पर बड़ा खुलासा कर सकते हैं।

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आईटी और लीगल टीमों की संयुक्त मॉनिटरिंग

इस मिशन की कमान वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के हाथों में है। इनके साथ आईटी एक्सपर्ट्स, डिजिटल एनालिस्ट्स और वकीलों की टीम भी सक्रिय रूप से काम कर रही है। हर जिले से डेटा कलेक्शन किया जा रहा है और उसे एक डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ा गया है, ताकि किसी भी गड़बड़ी या हेरफेर का तुरंत पता लगाया जा सके।

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SIR प्रक्रिया का टाइमलाइन और लक्ष्य

मध्यप्रदेश में विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR) की प्रक्रिया 28 अक्टूबर 2025 से शुरू हो चुकी है। इसका समापन 7 फरवरी 2026 को होगा। इसी दिन मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन भी किया जाएगा। कांग्रेस का उद्देश्य इस प्रक्रिया पर नजर रखकर यह सुनिश्चित करना है कि मतदाता सूची में कोई हेरफेर या फर्जी वोटिंग की संभावना न रह जाए।

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डिजिटल सतर्कता से चुनावी रणनीति तक

कांग्रेस की यह रणनीति सिर्फ तकनीकी निगरानी भर नहीं है, बल्कि यह एक डेटा-आधारित चुनावी तैयारी का हिस्सा है। इस वोट वॉच मिशन के जरिए पार्टी का लक्ष्य है कि हर वोट सुरक्षित रहे और हर मतदाता की पहचान पारदर्शी तरीके से दर्ज की जाए। यह कदम न केवल चुनावी सतर्कता को बढ़ाएगा बल्कि ग्राउंड-लेवल रिपोर्टिंग और रणनीतिक फैसलों को भी और मज़बूत करेगा।

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