आमीन हुसैन, RATLAM. रतलाम जिले के नगर परिषद नामली के भ्रष्टाचारी बीजेपी नेता (Corrupt BJP leader) व पूर्व अध्यक्ष ने 5 साल बाद कोर्ट में सरेंडर (surrenders) कर दिया है। नरेंद्र सोनावा ने सोमवार को रतलाम कोर्ट में सरेंडर किया। नामली के बहुचर्चित प्रधानमंत्री आवास व कोचा तालाब घोटाले में पांच वर्ष से बीजेपी नेता फरार था, कोर्ट से एक दिन का पुलिस रिमांड पुलिस को मिला है।
एक दिन के रिमांड पर भेजने के आदेश
जिले के नामली के बहुचर्चित प्रधानमंत्री आवास और कोचा तालाब घोटाले में पांच वर्ष से फरार चल रहा पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष नरेंद्र सोनावा को पुलिस फरार बता रही थी। हालांकि, रतलाम में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान भी फरार आरोपी सोनावा कोर्ट में पेश हुआ था, लेकिन कोर्ट में चालान डायरी पेश नहीं होने से उसे सोमवार को कोर्ट में पेश होने के आदेश मिले थे। कोर्ट में फरार आरोपी सोनावा के पेश होने के दौरान घोटाले की शिकायत करने वाले कांग्रेस नेता तूफानसिंह सोनगरा भी पहुंचे थे। मौके पर एहतियात बतौर पुलिस बल भी तैनात किया गया था। कोर्ट में फरार आरोपी और बीजेपी नेता सोनावा के पेश होने के बाद पुलिस को पूछताछ के लिए न्यायाधीश एसके गुप्ता ने एक दिन के रिमांड पर भेजने के आदेश जारी किए हैं।
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2019 से फरार चल रहा है आरोपी सोनावा
दोनों ही मामलों में नामली पुलिस दस्तावेजों पर पूर्व परिषद अध्यक्ष सोनावा को फरार बताया, लेकिन स्थानीय व जिला मुख्यालय पर राजनीति में निरंतर सक्रिय बना रहा। सोशल मीडिया पर नेताओं के साथ फोटो भी सामने आए, लेकिन पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई। अब खुद आरोपी सोनावा कोर्ट में पेश हो गया। रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि सन 2019 से 5 सालों से फरार चल रहा है आरोपी ने सोमवार को कोर्ट में सरेंडर किया था जिस पर पुलिस ने न्यायालय में आवेदन लगाकर आरोपी के रिमांड की मांग की थी एक दिन का रिमांड मिला है जिस पर पुलिस कार्रवाई करके समय अवधि पर दोबारा से आरोपी को कोर्ट में पेश करेगी।
पुलिस बताती रही फरार, लेकिन राजनीति में सक्रिय
नामली पुलिस दस्तावेजों पर पूर्व परिषद अध्यक्ष सोनावा को फरार बताया, लेकिन स्थानीय व जिला मुख्यालय पर राजनीति में निरंतर सक्रिय बना रहा। सोशल मीडिया पर नेताओं के साथ फोटो भी सामने आए। लेकिन पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई। अब खुद आरोपी सोनावा कोर्ट में पेश हो गया।
सीएमओ भी हो चुके हैं गिरफ्तार
इसी मामले में हाईकोर्ट के हस्तक्षेप बाद नामली के घोटालेबाज तत्कालीन सीएमओ अरुण ओझा को पुलिस ने चार वर्ष पूर्व रतलाम स्थित जवाहर नगर निवास से गिरफ्तार किया था। घोटालों के दो मामलों में FIR होने के 10 माह तक सीएमओ भी फरार रहे। बाद में गिरफ्तारी हुई। वर्तमान में सीएमओ जमानत पर है। वहीं आरोपी सोनावा की गिरफ्तारी नहीं होने व पुलिस की लेटलतीफी को लेकर पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष तूफान सिंह सोनगरा और कांग्रेस नेता दिलीप जाट ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। जिस पर हाईकोर्ट ने पुलिस से जवाब मांगा था। इन्हीं मामलों में फरार नगर परिषद पूर्व अध्यक्ष सोनावा सोमवार को कोर्ट में सरेंडर किया।