हाल ही में एक जिला न्यायालय में एक मुस्लिम युवक की पिटाई का मामला सामने आया है। जिसके बाद से लव जिहाद पर एक बार फिर से विवाद छिड़ गया है। आरोप है कि युवक को हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने अदालत परिसर में ही जमकर पिटाई कर दी। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। दरअसल ये पूरा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के एक कोर्ट का बताया जा रहा है।
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कोर्ट परिसर में हुई हिंसा
मिली जानकारी के मुताबिक, शहजाद अहमद नामक मुस्लिम युवक अपनी हिंदू महिला साथी के साथ जिला न्यायालय में एक वकील से मिलने आया था। वकील उनके दस्तावेजों को प्रमाणित करने वाला था, जबकि युवक और महिला दोनों नर्मदापुरम जिले के पिपरिया के निवासी हैं। इस दौरान हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने कोर्ट परिसर में घुसकर युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी।
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संस्कृति बचाओ मंच के आरोप
वहीं, 'संस्कृति बचाओ मंच' के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने फोन पर आरोप लगाया कि युवक पिछले तीन साल से महिला के साथ बलात्कार कर रहा था, जब वह नाबालिग थी। उन्होंने कहा कि महिला अब भी 'डरी हुई' दिख रही थी और संभवतः उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था। तिवारी ने दावा किया कि जब महिला वयस्क हो गई।
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निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे लोग
पुलिस मामले की जांच कर रही है और शहजाद अहमद के परिवार से संपर्क किया गया है। एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है। इस घटना के बाद सामाजिक और राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, और लोग मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
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घटना को ठहराया गया जायज
हिंदू संगठन के एक पदाधिकारी ने इस हमले को उचित ठहराते हुए इसे 'जनता के गुस्से का प्रकटीकरण' बताया। उनका कहना था कि यह हमला हिंदू संगठन और अन्य सदस्यों के सहयोग से हुआ, और इस प्रकार की घटनाओं को जायज ठहराया गया।