भोपाल, इंदौर और अन्य कई शहरों के मास्टर प्लान पर फिर से काम शुरू किया जा रहा है। चीफ सेक्रेटरी अनुराग जैन ने इस संबंध में एक समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी शहरों के मास्टर प्लान को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, भोपाल का मास्टर प्लान लगभग तैयार हो चुका है, और सरकार से मंजूरी मिलने के बाद इसे एक महीने के भीतर ड्राफ्ट प्रकाशित कर दिया जाएगा।
जनप्रतिनिधियों ने पहले मास्टर प्लान पर जताई थी आपत्ती
गौरतलब है कि पहले भोपाल के मास्टर प्लान का ड्राफ्ट जनप्रतिनिधियों की आपत्तियों के कारण रद्द कर दिया गया था। बैठक में मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास की लागत को कवर करने के लिए लैंड पूलिंग सिस्टम को लागू किया जाए, जिससे भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया सरल हो सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि मास्टर प्लान को जल्दी पूरा कर योजनाबद्ध तरीके से लागू किया जाए।
ड्रफ्ट प्रकाशित होने में लगेंगे 7-8 महीने
भोपाल के मास्टर प्लान का ड्राफ्ट फिर से तैयार किया जा रहा है, जिसमें दावे और आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी। इसके बाद यह ड्राफ्ट सरकार की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इस प्रक्रिया में लगभग सात से आठ महीने का समय लग सकता है। एक अधिकारी के अनुसार, 2005 के मास्टर प्लान के आधार पर भोपाल में अब तक विकास कार्य चल रहे हैं, जबकि मध्य प्रदेश सरकार अब एक नया मास्टर प्लान तैयार कर रही है, जो साल 2047 तक की जनसंख्या, यातायात और बुनियादी ढांचे की जरूरतों को ध्यान में रखेगा।
thesootr links