DAVV के पूर्व कुलपति नरेंद्र धाकड़ पत्नी के साथ जनसुनवाई में पहुंचे, बेटे-बहू के खिलाफ प्रताड़ना की शिकायत

पूर्व DAVV कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र धाकड़ और उनकी पत्नी अंजना धाकड़ कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई में पहुंचे। इस दौरान बेटे अमित धाकड़, बहू दीप्ती और पोतियों पर संपत्ति विवाद और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया।

author-image
Rahul Dave
New Update
vice chancellor narendra dhakad

Photograph: (THESOOTR)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

INDORE. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) के पूर्व कुलपति नरेंद्र धाकड़ मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचे। अपनी पत्नी श्रीमती अंजना धाकड़ के साथ गए पूर्व कुलपति इंदौर कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में पहुंचे। 

कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान नरेंद्र धाकड़ ने अपने बेटे अमित धाकड़, बहू दीप्ती और दोनों पोतियों अंजली-तान्या के खिलाफ गंभीर शिकायत दर्ज कराई। इस दौरान उन्होंने संपत्ति को लेकर विवाद करने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। कलेक्टर शिवम वर्मा ने उनकी शिकायत को सुना और मामले में कार्रवाई की बात कही है। 

77 वर्षीय धाकड़ ने बताया कि वे संयुक्त संचालक शिक्षा एवं देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनका एक बेटा अमित और एक बेटी शालिनी है। 

लगातार दे रहा मानसिक प्रताड़ना 

कलेक्टर शिवम वर्मा को की गई लिखित शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि बेटा अमित संपत्ति विवाद को लेकर उन्हें और उनकी पत्नी को लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है। अमित धाकड़ संपत्ति को लेकर मारपीट करता है और एक मोबाइल छीनकर कमरे में बंद कर दिया था। 

ये खबर भी पढ़ें...

ED ने इंदौर के कैलाश गर्ग की 1.14 करोड़ की संपत्ति की अटैच, पहले 26 करोड़ की हो चुकी है

वर्ष 2006 में की थी कॉलेज की स्थापना 

नरेद्र धाकड़ ने कलेक्टर को बताया कि अथक मेहनत करते हुए वर्ष 2006 में जैन दिवाकर कॉलेज की स्थापना की थी। इसका भवन पांच एकड़ जमीन पर बना हुआ है। इसके चलते जैन दिवाकर विद्या प्रचारिणी समिति का गठन किया गया। 

इसमें चेयरपर्सन वे स्वयं बने एवं कोषाध्यक्ष, पुत्र अमित पुत्रवधु दिप्ती, एवं दिप्ती के पिता हर्षवर्धन कोठारी अध्यक्ष एवं विजय सिंह नाहर सचिव हैं। आरोप है कि अमित इस कॉलेज पर कब्जा जमाना चाहता है, जबकि इस कॉलेज के लिए 9 करोड़ 90 लाख का ऋण लेना पड़ा था। 

बेटे को फैक्ट्री खुलवाकर दी 

धाकड़ ने अपने पुत्र अमित को सावेर रोड स्थित टासफार्मर की फैक्ट्री  दी थी। इसका संचालन पूर्व में पूर्व में पत्नी श्रीमती अंजना और पुत्र द्वारा किया जाता रहा हैं और लाभ अर्जित किया जाता रहा है। वृद्धावस्था के कारण से अपने पुत्र अमित को फैक्ट्री दे दी गई थी, किन्तु उस फेक्ट्री को भी अमित ढंग से नहीं चला पाया और व्यापार बंद कर नाममात्र के लिए चला रहा है। 

ये खबरें भी पढ़ें...

इंदौर में 23 मास्टर प्लान सड़कों के लिए बाधक हटाने का काम शुरू, निगम ने कैविएट लगाई

इंदौर में अवैध कॉलोनी रोकने के लिए एसीएस संजय दुबे ने निगमायुक्त को दिया ऐसा जोरदार आइडिया

धोखा देकर जमीन अपने नाम पर करा ली

धाकड़ ने शिकायत में बताया कि अमित व दिप्ती ने फेक्ट्री के पावर कराने के नाम पर धोखा देकर पत्नी अंजना से धोखे से ग्राम खत्रीखेडी तहसील कनाड़िया जिला इन्दौर सर्वे नम्बर 16/2 रकबा 15980 की भूमि को धोख से दान पत्र पंजीकृत करा लिया, जिसकी जानकारी चार दिवस पूर्व अमित के द्वार कहा सुनी के दोरान अमित एवं दिप्ती ने कही जिससे जानकारी हुई कि अमित ने धोखा देकर भूनि अपने नाम करा ली हैं।

पागल घोषित करना चाहते हैं 

आरोप है कि अमित एवं दिप्ती ने नरेन्द्र कुमार धाकड़ को पागल घोषित कर दिया। इसमें सम्पूर्ण सम्पत्ति को अपने नाम से कराने के लिए एक डाक्टर जो अमित का रिश्तेदार है उसकी मदद भी ली। इस मनोरोगी डाक्टर से मिलकर उनको पागल सिद्ध करने का पंड्यत्र कर जबरन मनोरोग कि दवा का सेवन कराते हैं। 

ये खबर भी पढ़ें...

इंदौर में ऑडियो कांड- कांग्रेस नेता सुरजीत बोले दिग्विजय जी पिता तुल्य, चिंटू बोले- किसी के बाप के नौकर नहीं

हो गए भावुक, कलेक्टर ने बैठाया 

धाकड़ दंपती अपनी व्यथा सुनाते हुए भावुक हो गए। इस पर कलेक्टर ने दोनों को कुर्सी पर बैठाया और ध्यानपूर्वक उनकी शिकायत सुनी। वहीं जब पूर्व कुलपति धाकड़ यहां पहुंचे।

पहले तो अधिकारियों और नागरिकों को भरोसा नहीं हुआ कि वास्तव में विश्वविद्यालय के कुलपति वहां शिकायत लेकर आए हैं। जब उन्होंने पूरे दस्तावेजों के साथ बेटे के खिलाफ आवेदन सौंपा, तो माहौल गंभीर हो गया। 

करेंगे उचित कार्रवाई 

कलेक्टर ने कहा कि वृद्ध दंपति की सुरक्षा और मानसिक शांति सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन आवश्यक कदम उठाएगा। साथ ही इस बात की भी जांच की जाएगी कि संपत्ति विवाद में किन परिस्थितियों ने मामला इतना बढ़ाया कि कुलपति को खुद प्रशासन के पास पहुंचना पड़ा। उन्होंने कहा कि अमित को बुलाकर बात की जाएगी, इसके बाद भी वह नहीं माना तो जो भी उचित कार्रवाई होगी, वह की जाएगी।

जनसुनवाई इंदौर कलेक्ट्रेट कलेक्टर कार्यालय संपत्ति विवाद पूर्व कुलपति नरेंद्र धाकड़ davv
Advertisment