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Photograph: (the sootr)
New Delhi. नई दिल्ली में लाल किले के पास कार ब्लास्ट ने पूरे देश की सुरक्षा एजेंसियों को हिला दिया है। शुरुआती जांच में ऐसे खुलासे हुए हैं, जिन्होंने तंत्र की नींव तक हिला दी है। धमाके के तार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) से जुड़ते दिख रहे हैं। यह कोई अचानक हुआ हमला नहीं था। बीते तीन-चार महीने से इसकी साजिश रची जा रही थी।
जांच में सामने आया है कि जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग अक्टूबर से भारत में एक्टिव थी। इस विंग ने कॉलेज और मेडिकल बैकग्राउंड की लड़कियों को टारगेट बनाया। इनका मकसद कट्टरता के नाम पर ब्रेनवॉश कर उन्हें आतंकी नेटवर्क में शामिल करना था। फरीदाबाद से पकड़े गए तीन डॉक्टर इसी मॉड्यूल से जुड़े थे।
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सूट-बूट में आतंक
इस घटना ने आतंक का नया चेहरा दिखाया है और वह है व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल। अब सिर्फ हथियारबंद जिहादी ही नहीं, बल्कि सूट-बूट वाले डॉक्टर और प्रोफेशनल भी इस खूनी खेल का हिस्सा बन रहे हैं। एजेंसियों के मुताबिक, इस मॉड्यूल में आठ आतंकी चिन्हित हो चुके हैं। इनमें से छह डॉक्टर हैं। हालांकि यह कोई पहला मामला नहीं है। दुनिया में पहले भी पढ़े लिखे लोग आतंकी गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
जब पढ़े-लिखे बने आतंक का चेहरा
इतिहास गवाह है कि दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी वही रहे हैं जो उच्च शिक्षित थे।
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1. ओसामा बिन लादेन सिविल इंजीनियर था। किंग अब्दुल अजीज यूनिवर्सिटी, जेद्दा से पढ़ाई की। ‘अलकायदा’ बनाई। 11 सितंबर 2001 को अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला करवाया। 2011 में एबटाबाद (पाकिस्तान) में अमेरिकी नेवी सील्स ने मार गिराया।
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2. अयमान अल-जवाहिरी पेशे से आई सर्जन था। उसने काहिरा यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस किया। ‘Egyptian Islamic Jihad’ का सदस्य था। बाद में अलकायदा से जुड़ा। ओसामा की मौत के बाद उसने कमान संभाली। 2022 में अमेरिकी ड्रोन हमले में ढेर हुआ।
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3. सैयद सलाहुद्दीन ने कश्मीर यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में मास्टर्स किया था। राजनीति से आतंक की राह पर गया। वह हिजबुल मुजाहिद्दीन का चीफ है और पाकिस्तान में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रचता है।
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4. याकूब मेमन चार्टर्ड एकाउंटेंट था। 1993 के मुंबई धमाकों का वित्तीय मास्टरमाइंड रहा। अपने भाई टाइगर मेमन के साथ प्लानिंग की। उसे 2015 में फांसी दी गई।
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5. अफजल गुरु ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम किया। बाद में जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ गया। 2001 के संसद हमले का दोषी था। उसे 2013 में तिहाड़ जेल में फांसी दी गई।
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6. रियाज भटकल सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। वह IT सेक्टर से आतंक की दुनिया में घुसा। इंडियन मुजाहिद्दीन की नींव रखी और देशभर में धमाके करवाए।
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7. हाफिज सईद (मुंबई अटैक मास्टरमाइंड हाफिज सईद) ने इस्लामिक स्टडीज में मास्टर्स किया। उसने यूनिवर्सिटी ऑफ लाहौर से पढ़ाई। एक शिक्षक से आतंकी बना। उसी ने लश्कर-ए-तैयबा की नींव रखी और मुंबई 26/11 हमलों का मास्टरमाइंड बना।
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दिमाग पढ़े-लिखे, मगर सोच जहरीली
इन सभी मामले बताते हैं कि डिग्री होने का मतलब समझ होना नहीं है। जब सोच जहरीली हो जाती है तो ज्ञान भी हथियार बन जाता है। आज जो चेहरे दिल्ली ब्लास्ट में सामने आए हैं, वे उतने ही खतरनाक हैं, जितने ओसामा या हाफिज सईद।
यह आतंक किताबों और लैब के बीच पनपता है। यह डॉक्टरों के दिमाग से निकलता है, मगर परिणाम बम जैसा होता है। सुरक्षा एजेंसियां अब ब्लास्ट के मास्टरमाइंड से लेकर फंडिंग चैनल तक सबकी परतें खोल रही हैं।
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